ऐसा भी होता है : एक पेड़ में 121 किस्म के आम, स्वाद चखना चाहेंगे आप
एक पेड़ और एक किस्म के फल इसे आप क्या कहेंगे? आपको भरोसा नहीं होगा इस बात पर लेकिन यह सच है।
Saharanpur News: एक पेड़ और एक किस्म के फल इसे आप क्या कहेंगे? आपको भरोसा नहीं होगा इस बात पर लेकिन यह सच है। फलों का राजा है आम, आम एक या दो किस्म का नहीं सैकड़ों किस्म का होता है। सहारनपुर जनपद में जहां मैंगो बेल्ट है लगभग 300 किस्म के आम यहां होते हैं और यहीं पर यह करिश्मा हुआ है। सहारनपुर के एक कंपनी के बाग में एक आम के पेड़ पर 121 किस्म के लगे हैं।
सहारनपुर के कंपनी बाग में आम के एक पेड़ पर 121 किस्म के फल की पैदावार होती है। करीब पांच साल पहले कंपनी बाग में यह अनोखा प्रयोग किया गया था, जिसका मकसद आम की नई-नई किस्म पर शोध करना था। आम उत्पादन के मामले में सहारनपुर का नाम अग्रणी है। जिले की फल पट्टी में आम की बागवानी जमकर की जाती है। जिस कारण सहानपुर में आम की नई-नई किस्म पर शोध भी हुए है। करीब पांच साल पहले सहारनपुर के कंपनी बाग में आम के पेड़ पर अनोखा प्रयोग किया गया था। औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के तत्कालीन संयुक्त निदेशक भानु प्रकाश राम ने बताया कि आम के एक ही पेड़ पर 121 किस्म के आम की कलम अर्थात ब्रांच लगाई गई थी। यह कार्य पिछले 5 सालों में किया गया है।
10 साल पुराना यह आम का बारहमासी का पेड़ है जिस पर 121 किस्म के आम लगाए गए हैं। जब यह पेड़ 5 साल का था, तब इसकी शाखाओं पर अलग-अलग की किस्मों के आमों की ब्रांच लगाई गई थी। अब इस पेड़ पर 121 किस्म के आम लगे हुए हैं संयुक्त निदेशक ने बताया कि यह व्यापार के नजरिए से तो नहीं परंतु उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपने किचन गार्डन में आम का पेड़ लगाना चाहते हैं। कई किस्म के आमों का स्वाद चखना चाहते हैं इस प्रकार पेड़ अपने किचन गार्डन यह फार्म हाउस पर लगा सकता है इसमें एक ही पेड़ पर कई किस्मों के आमों के स्वाद का लुफ्त उठाया जा सकता है।
इस पेड़ पर मलीहाबादी की कई आम की किस्म का जायका ले सकते हैं तो सहारनपुर के सौरभ, गौरव, वरुण, राजीव, अरुण, के अलावा दशहरी लंगड़ा चौसा रामकेला अमरपाली सफेदा का भी जायका ले सकते हैं इस पेड़ पर तोता परी भी है तो मल्लिका भी। रसगुल्ला, कलमी, मालदा, अंगूर दाना, केसर, शरबती,टॉमी ऐट किंग्स, पूसा सूर्या, सैंसेशन, रटौल, कलमी मालदा, बांबे, स्मिथ, मैंगीफेरा जालोनिया, गोला बुलंदशहर, लरन्कू, एलआर स्पेशल, आलमपुर बेनिशा, लखनऊ सफेदा आदि 121 आम इस पेड़ पर लगे हुए हैं। संयुक्त निदेशक ने बताया कि जुलाई-अगस्त में इस पेड़ पर और अधिक किस्म के आम की ब्रांच बांधी जाएगी, जिससे एक पेड़ पर 200 से भी अधिक किस्म के आम लग सकेंगे। उन्होंने बताया कि आम आदमी भी इस तरह से एक पेड़ से ही कई तरह की किस्मों के आम का स्वाद अपने ही किचन गार्डन या फार्म हाउस में लगा कर ले सकते हैं।