सोनी हत्याकांड: समाज के 12 गांव की पंचायत, प्रशासन को दी चेतावनी, आरोपी हो गिरफ्तार
शामली के कांधला में सोनी हत्याकांड को लेकर छात्राएं आज भी सदमे है। हत्याकांड के तीन दिन बीत जाने के बाद भी छात्राएं कॉलेज नहीं पहुंची। अभिभावकों को छात्राओं की सुरक्षा
शामली: शामली के कांधला में सोनी हत्याकांड को लेकर छात्राएं आज भी सदमे है। हत्याकांड के तीन दिन बीत जाने के बाद भी छात्राएं कॉलेज नहीं पहुंची। अभिभावकों को छात्राओं की सुरक्षा की चिंता सता रही है।वहीं कश्यप समाज के 12 गांव की एक पंचायत गांव गंगेरू मे हुई। पंचायत में आरोपी के अन्य साथियों की गिरफ्तारी की मांग व छात्राओं के स्कूल आने जाने के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की गई। साथ ही चेतावनी दी की अगर प्रशासन शीघ्र ही कोई कार्यवाही नहीं करता तो कश्यप समाज सडकों पर उतर प्रदर्शन करेगा।
दरअसल शामली के थाना काँधला क्षेत्र में 13 दिसंबर (बुधवार) को गांव श्याम गढ़ी निवासी 12 वीं की छात्रा सोनी की गांव गंगेरू स्थित सरदार बल्लभ भाई पटेल कॉलेज से लौटते समय गांव के ही अमरपाल ने बलकटी से वार कर हत्या कर दी थी। मामलें में छात्रा के भाई कृष्ण ने अमरपाल और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 14 दिसंबर (गुरुवार) को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अमरपाल को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हादसे के समय सोनी के साथ में गांव की एक अध्यापिका सहित कई छात्राओं ने अपनी आंखों से वो खौफनाक मंजर देखा था। जिसे लेकर सभी सदमे में है। वारदात से अब तक तीन दिन बीत गया पर एक भी छात्रा कॉलेज में नहीं पहुंची। क्यों कि गांव से लगभग 65 छात्रायें डेढ़ किलोमीटर जंगल के रास्ते से हो कर स्कूल जाती हैं। और छात्राएं व अविभावक सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
कांधला में सोनी हत्याकांड में अरोपी अमरपाल की गिरफ्तारी के बाद उसके पुलिस के द्वारा प्रेम प्रसंग का मामला झूठा बताते हुए । मृतका के परिजनों ने चार अन्य लोगों के खिलाफ तहरीर देकर कार्यवाई की मांग की है। वहीं पुलिस ने पीड़ित परिवार की सुरक्षा की नजर से दो पुलिस कर्मियों को उनकी सुरक्षा में उनके घर पर तैनात कर दिये है।
क्या कहना है नीशू (छात्रा)का
छात्रा निशू का कहना है,कि हमारी बहन की हत्या कर दी गई है और दहशत में हम स्कूल नहीं जा रहें है। सरकार को कुछ सुरक्षा व सुविधा करनी चाहिए। 50-60 लड़कियां है। सभी घबराई हुईं है।
क्या कहना है काजल (छात्रा)का
छात्रा काजल ने बताया कि हम स्कूल से आ रहे थे तो गांव के बाहर ईख के खेत में दो तीन लड़के तो अन्दर ही थे ।और एक लड़के अमरपाल ने आकर अचानक उसके सिर पार वार किया और वह बेहोश होकर नीचे गिर गई। उसके बाद उसकी गर्दन पर बलकटी ( कुल्हाडी) से लगातार वार किये। अब कोई भी लडकी स्कूल नहीं जा रही है। सबर् ड़री हुईं हैं। सबके मन में दहशत बैठ गई है। 60 से 65 लडकियां है। जो स्कूल नहीं जा रहीं है।
क्या कहना है कश्यप समाज के चौधरी (दलसिंह) का
कश्यप समाज के चौधरी दलसिंह का कहना है। कि 12 गांव के लोगों की पंचायत इसलिए की गई है कि हमारे एक गरीब कश्यप परिवार की बच्ची जो स्कूल में पढने के लिए जा रही थी उसकी सरेआम हत्या कर दी गई है। हमें उसका कोई इंसाफ नही मिल रहा है। और अगर ऐसा ही चलता रहा तो बच्चें भी पढ़ाने मुश्किल हो जायेगें। जो आरोपी गिरफ्तार किया गया। उसके साथ अन्य लोगों का भी सहयोग है। इसकी दुबारा जांच होनी चाहिए। हम सभी की सरकार से मांग है कि जब तक स्कूल जाने के लिए सुरक्षा नही मिलेगी तब तक लड़कियां स्कूल नही जायेगीं। और अगर इंसाफ नही मिलता तो कश्यप समाज सड़कों पर उतर कर आन्दोलन करेगा।
क्या कहना है कालेज प्रबन्धक ( देवी सिंह ) का
हत्याकांड के तीन दिन बीत जाने के बाद कालेज प्रबन्धक देवी सिंह ने बताया कि स्कूल में गांव की बच्चियां नहीं आ रही हैं। हर आदमी परेशान है। गांव में पुलिस प्रशासन को लेकर भी नाराजगी है। कोई अघिकारी स्कूल व गांव में पता लेने भी नही आया है। बच्चियों की सुरक्षा के लिए भी कोई पुक्ता इंतजाम नही है। 3 दिन से स्कूल में कोई बच्ची नहीं आई आज केवल 4 बच्ची अपने अविभावको के साथ आई है। और दहशत के कारण 64 छात्राएं स्कूल नही आईं हैं। प्रशासन की ओर से कोई सुरक्षा नही है। हम तो प्रशासन से केवल इतना चहाते है। कि एक डेढ घण्टा सुबह व एक डेढ घण्टा शाम को जब बच्चे स्कूल आते है। उस पर ध्यान दें जिससे बच्चियों के दिल से दहशत खत्म हो जाये और नियमित स्कूल आ सके।