स्मृति से बोले दस्तकार- मोदी सरकार से थी बड़ी उम्मीदें, लेकिन हालत जस की तस

Update:2016-08-29 18:41 IST

मुरादाबाद : ईपीसीच रिसोर्स हब का उद्घाटन करने सोमवार को कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी मुरादाबाद पहुंची। इस दौरान उन्होंने दस्तकारों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनी। साथ उन्हें केंद्र सरकार की ओर से चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी भी दी। लेकिन इस दौरान कुछ कारीगरों ने केंद्र सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने वर्तमान सरकार पर यूपीए सरकार की ओर से चलाई जा रही राजीव गांधी शिल्पी स्वास्थ बीमा योजना को बंद करने का भी आरोप लगाया।

रिसोर्स हब का उद्घाटन करने के बाद स्मृति ईरानी ने सेमिनार को संबोधित किया। सेमिनार में सभी की समस्याएं सुन उन्हें अमल में लाने की बात कही।

'वन टैक्स वन नेशन' है बीजेपी की पॉलिसी

मुरादाबाद दुनियाभर में पीतल उद्योग के लिए जाना जाता है। सोमवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने दौरे में कपड़ा निर्यातकों, हस्तशिल्पियों के साथ पीतल कारीगरों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याएं जानी। इस दौरान निर्यातकों ने कपड़ा मंत्री को जीएसटी से जुडी समस्याएं गिनाई। इस पर स्मृति ईरानी ने साफ किया कि बीजेपी की पॉलिसी है 'वन टैक्स वन नेशन'।

कारीगरों ने मंत्री के सामने रखी समस्याएं

कारीगरों ने स्मृति ईरानी के सामने अपनी समस्याएं रखते हुए कहा, कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है उन्हें मिलने वाली राजीव गांधी शिल्पी स्वास्थ बीमा योजना पूरी तरह बंद हो गई है। हालांकि कांग्रेस सरकार के दूसरे कार्यकाल में ही योजना का क्रियान्वयन सुस्त पड़ गया था लेकिन इस सरकार ने तो पूरी तरह ही रोक लगा दी है। राजीव गांधी शिल्पी बीमा स्वास्थ योजना को राष्ट्रीय स्वास्थ बीमा योजना से जोड़ने की कवायद भी कागजों में दबकर रह गई।

कारीगर बोले- निर्यातक भड़ रहे झोलियां

कारीगरों की शिकायत है कि मोदी सरकार आने के बाद से पहचान पत्र जारी करने की रफ़्तार धीमी हो गई। इस दौरान अन्य कारीगरों ने कहा कि मोदी सरकार से उन्हें उम्मीदें थीं बावजूद इसके उनकी हालत जस की तस है। वहीं दूसरी ओर स्थानीय निर्यातक उनके काम को बेच अपनी झोलियां भड़ रहे हैं।

पीएम मोदी को है आपकी चिंता

कपड़ा मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी को गरीब, मजदूरों, कामगारों और दस्तकारों की चिंता है। कारीगरों को खुश रखना हमारी प्राथमिकता है।

कारीगरों के लिए हो शिक्षा के प्रावधान

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने ईपीसीच के निदेशक को कारीगरों के लिए शिक्षा के प्रावधान के लिए निर्देशत किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस अवसर पर कहा, 'अगले माह दिल्ली में हस्तशिल्पियों की समस्याओं के निराकरण हेतु एक बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें इस उद्योग से जुड़े लोगों की समस्याओं का हल निकलने के प्रयास किए जाएंगे।

...जब कारीगरों के घर जाने को तैयार हो गईं स्मृति

पीतल के सामानों को निखार रहे दस्तकार की कहानी सुनकर केंद्रीय मंत्री समृति ईरानी उनके घर जाने को तैयार हो गईं। मामला यह था कि एक दस्तकार ने मंत्री को बताया की दस्तकारों को उनकी मेहनत मजूदरी के हिसाब से उचित पैसा नहीं मिल रहा। इससे दस्तकारों को अपने परिवार का भरण-पोषण करने में काफी दिक्कतें आती हैं। दस्तकारों के दुःख की कहानी सुन केंद्रीय मंत्री एक दस्तकार के घर जाने को तैयार हो गईं। लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी।

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