Tiranga Yatra in Amethi: आजादी का अमृत महोत्सव तिरंगा यात्रा में शामिल हुई केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, चलाया 25 किलोमीटर स्कूटी
Tiranga Yatra in Amethi: कादू नाला स्मारक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो 600 वीर जवानों ने शहादत दी थी। मैं उन सेनानियों को नमन करती हूं।
Tiranga Yatra in Amethi: केंद्रीय मंत्री व अमेठी संसद स्मृति ईरानी अपने एक दिवसीय दौरे पर आज अमेठी पहुंची। जहां रामलीला मैदान अमेठी परिसर से बाइक तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया। तिरंगा यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने लगभग 25 किलोमीटर तक स्कूटी चला कर सुजान पुर पहुंची। जहां उन्होंने अमृत सरोवर का लोकार्पण किया।उसके बाद उन्होंने मुख्यालय स्थित एक कालेज में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
केंद्रीय मंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की अमेठी तो पहले से ही क्रांतिकारी थी। उन्होंने अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति का जिक्र करते हुए कहा कि जब हिंदुस्तानियों ने देश की आजादी की आवाज उठाई थी कि हम आजाद हिंदुस्तान में रहना चाहते हैं। तब इस अमेठी के कादू नाला से भी आवाज उठी थी। कादू नाला स्मारक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो 600 वीर जवानों ने शहादत दी थी। मैं उन सेनानियों को नमन करती हूं।
उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल बाद आजादी के शव वर्ष होने का उत्सव मनाने के लिए हमे सतर्क रहना होगा।केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि आजादी वह नहीं होती है जब एक विधायक 20 साल तक एक बस स्टॉप के लिए प्रतीक्षा करें ।आजादी वह है जो तिलोई में आलीशान बस स्टाफ के रूप में बन गया है।
उन्होंने इंदिरा गांधी का नाम लिए बिना ही इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ समय के लिए कुछ लोगों ने आजादी छीन ली थी ।अब दुबारा ऐसी स्थिति ना बने इस आजादी को बनाए रखने के लिए हमें हर दिन सतर्क रहना है। आज इस कार्यक्रम में पहुंचते ही यहां की अध्यापिकाएं मुझे कक्ष में ले गई जहां भारत विभाजन का मैप दिखाया। उस कमरे में रखा मैप विभाजन का दर्द बयां कर रहा है।
उन्होंने भारत विभाजन का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे देश के टुकड़े किए गए यह एक साजिश थी। भारत को कमजोर करने के लिए भारत का विभाजन किया गया। उन्होंने कहा की अमेठी की पुण्य भूमि से मैं नरेंद्र मोदी को अभिनंदन करती हूं । भारत के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस तिरंगे को फहराने का लाल किले से किसी एक व्यक्ति को नही है।इस तिरंगे पर हर हिंदुस्तानी का अधिकार है। आप सब ने प्रधानमंत्री की बात को स्वीकारा और सम्मान से हर घर में तिरंगा लहराए आज हम यही निवेदन लेकर अमेठी आए हैं।