Sonbhadra News: ब्रांडेड कंपनी का लोगो लगाकर बेचते थे चाइनीज मोबाइल, पुलिस ने किया दो को गिरफ्तार
Sonbhadra News: खरीदे गए मोबाइल फोन में सिम लगाया गया तो सिम एक्टीवेट होने के साथ ही, मैसेज जनरेट हुआ। इसके साथ ही, उनके नंबर पर एक कॉल आई कि आप द्वारा जो मोबाइल फोन खरीदा गया है। वह गड़बड़ है।
Sonbhadra News: दिल्ली के लाल किला मार्केट में सस्ते दामों पर बिकने वाले चाइनीज मोबाइलों पर ब्रांडेड कंपनी का लोगो लगाकर, महंगे दाम पर मोबाइल बेचने और सिम एक्टीवेट होने के साथ ही, मोबाइल दूसरे का होने की बात कहकर प्रताड़ित करते हुए रूपये ऐंठन वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। राबटर्सगंज कोतवाली, एसओजी और सर्विलांस की संयुक्त टीम की तरफ से गैंग का खुलासा के साथ ही, मध्यप्रदेश के बुरहानपुर के रहने वाले दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरोह के एक और सदस्य को चिन्हित किया गया है, जिसकी तलाश जारी है।
बीमारी का बहाना बनाकर लोगों से करते थे मोबाइल का सौदा
अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने सोमवार की दोपहर बाद पुलिस लाइन में कामयाबी का खुलासा किया। बताया कि राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले चंद्रभान सिंह पुत्र भुल्लन यादव ने कोतवाली रॉबर्ट्सगंज पर सूचना दी कि गत 20 फरवरी 2024 को दो अज्ञात व्यक्ति उनसे मिले और अपने बच्चे की तबियत खराब बताते हुए वन प्लस कंपनी का मल्टीमिडिया एंड्रायड स्मार्ट फोन नौ हजार रुपये में बेचतकर चले गए। बेचते समय उन लोगों द्वारा मोबाइल का बिल भी दिया गया ।
फोन में सिम एक्टीवेट आते ही आई कॉल से खुली फर्जीवाड़े की पोल
चंद्रभान सिंह ने खरीदे गए मोबाइल फोन में सिम लगाया गया तो सिम एक्टीवेट होने के साथ ही, मैसेज जनरेट हुआ। इसके साथ ही, उनके नंबर पर एक कॉल आई कि आप द्वारा जो मोबाइल फोन खरीदा गया है। वह गड़बड़ है। जिसका यह मोबाइल है उसके साथ घटना हो गयी है। इससे पीड़ित को इस बात को संदेह हो कि फर्जी बिल देकर गलत मोबाइल फोन बेचा गया है। तब उन्होंने रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पहुंचकर घटना की तहरीर दी। इस पर, पुलिस ने धारा 419, 420, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
एसपी ने टीम गठित कर दिए थे जल्द खुलासे के निर्देश
जैसे ही यह मामला एसपी डॉ. यशवीर सिंह के संज्ञान में आया, उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) कालू सिंह के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी नगर राहुल पांडेय के निकट पर्यवेक्षण में एसओजी/सर्विलांस, थाना रॉबर्ट्सगंज की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम ने सूचनाओं का जाल बिछाते हुए गिरोह के दो सदस्यों को रविवार की रात मधुपुर स्थित चंद्रगुप्त मौर्य इंटर कॉलेज के पास से गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 52 मोबाइल फोन, मोबाइल की कूटरचित रसीद, नकली बार कोड, नकली मुहर और एक बाइक बरामद की गई।
एमपी का ही युवक उपलब्ध कराता था मोबाइल
पकड़े गए दिनेश चौहान पुत्र रामेश्वर चौहान निवासी मकान नं0-13 डाल मऊ नावरा और कमल बेलदार पुत्र गोविन्द निवासी रामपुर थाना नेपानगर जिला बुरहानपुर ने पूछताछ में बताया कि उनके पास से बरामद सभी मोबाइल फोन चाइनीज हैं जिसे वह अपने गांव के ही अभिषेक चौहान से तीन से चार हजार रुपये प्रति मोबाइल के हिसाब से खरीदते है और उसे मीरजापुर, वाराणसी, गोरखपुर, बस्ती, चंदौली, सोनभद्र, आस-पास के जिलों के साथ नेपाल तक जाकर में भोले भाले लोगों को अपने बच्चों की बीमारी या पैसे की किल्लत बताकर फर्जी बिल दिखाते हुए तीन-चार हजार का मोबाइल नौ से 10 हजार की कीमत में बेच देते हैं।
सिम एक्टीवेट होते ही पैसे ऐंठने की शुरू हो जाती थी कोशिश
एएसपी कालू सिंह ने बताया कि राबटर्सगंज में चंद्रमोहन नामक एक युवक व्यक्ति ने आकर सूचना दी कि मोबाइल बेचने के नाम पर उससे ठगी की गई है। इस सूचना के आधार पर राबटर्सगंज, एसओजी और सर्विलासं दो आरोपी पकड़े गए जिनके पास से 52 मोबाइल बरामद किए गए। सभी चाइनीज मोबाइल हैं, उस पर ओप्पो का लोगा लगा पाया गया है।
लाल किले के एक ठेकेदार के जरिए हासिल की जाती थी मोबाइल
एएसपी के मुताबिक आरोपियों ने यह भी बताया कि लाल किले के पास से इस मोबाइल को मंगाते हैं और उसकी आईएमआई चेंज कर देते हैं। जैसे ही खरीदने वाला व्यक्ति इसमें सिम डालता है, वैसे ही मैसेज जनरेट होता है। उसे भी पुलिस के जरिए प्रताड़ित करने का काम कर शुरू देते हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल इसमें लोकल की संलिप्तता नहीं पाई गई है। पकडे़ गए दोनों आरोपी मध्यप्रदेश के निवासी हैं। एक और आरोपी को चिन्हित किया गया है जिसकी तलाश जारी है। फिलहाल मालूम हुआ है कि उनके द्वारा नौ से 10 हजार में मोबाइल बेचा जा रहा है। पूर्वांचल के जनपदों के साथ ही, नेपाल तक इनके द्वारा ब्रांडेड कंपनियों के नाम का झांसा देकर, मोबाइल की बिक्री की जा चुकी है।
खुलासे/गिरफ्तारी में इनकी रही भूमिका
गिरफ्तारी /बरामदगी में प्रभारी निरीक्षक राबर्टसगंज सत्येंद्र कुमार राय, निरीक्षक राम स्वरूप वर्मा प्रभारी एसओजी/स्वॉट, एसआई अमित त्रिपाठी प्रभारी सर्विलांस सेल, एसआई अरविंद कुमार गुप्ता चौकी प्रभारी सुकृत, हेड कांस्टेबल शशि प्रताप सिंह, जगदीश मौर्या, सतीश पटेल, प्रकाश सिंह, सौरभ राय, अजय मौर्या, चालक नंदलाल राम, कांस्टेबल रितेश पटेल, अजीत यादव, प्रेम प्रकाश चौरसिया, अमित सिंह रमेश गौड़, अक्षय कुमार यादव, राजेश कुमार आदि की अहम भूमिका रही।