Lucknow News: कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलते, स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया विवादित बयान
Swami Prasad Maurya: स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा कि धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूँगा।
Lucknow News: समाजवादी पार्टी से एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा लगातार विवादित बयानबाजी जारी है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद संतों, महंतो, धर्माचार्यों और हिंदू संगठनों के बयानों पर भी पलटवार किया था। वहीं हिंदू संगठन और भारतीय जनता पार्टी ने अब स्वामी प्रसाद मौर्य और सपा से जवाब मांगा तो स्वामी प्रसाद ने जवाब देते हुए विवादित बयान दिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा कि धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूँगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलती उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा।
बता दें कि शनिवार 28 जनवरी को भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा था कि दलितों, पिछड़ों के हक के लिए निरंतर संघर्ष करते रहेंगे। उन्होने ट्वीट कर लिखा था कि देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया। एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा। सिर, नाक, कान काटने पर उतर आये। कहावत सही है कि मुंह में राम बगल में छुरी। धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी।
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज हो चुका है मुकदमा
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ 295-A, धार्मिक भावनाओं को आहत करने, 153-A धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाकर शांति भंग करने, 505(2) घृणा पैदा करने के उद्देश्य से बयान देना और 504 शांत भंग करने की इरादा से बयान देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।