लखनऊ: महिलाओं को ईव टीजिंग से बचाने के लिए सरकार की ओर से 1090 वीमेन पॉवर लाइन की शुरुआत की गई। बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की महिला प्रतिनिधि मंडल ने यहां का दौरा किया और इनके काम की जमकर तारीफ की।
जमकर तारीफ की
1090 के बारे में बताते हुए न्यूयॉर्क की 'यूनाइटेड नेशन ट्रस्ट ऑफ़ वायलेंस अगेंस्ट वीमेन' की तान्या घानी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर इमरजेंसी के लिए कई हॉट लाइन हैं। 1090 की यह सुविधा दुनिया की बेहतरीन हेल्पलाइन में शामिल है। इस दौरे में उनके साथ यूनाइटेड नेशन की एशिया पैसिफिक प्रोग्राम ऑफिसर नुन्ताना टैंगविनित भी थीं।
1090 दौरे के दौरान तान्या ने इसकी कार्यप्रणाली को जाना और यह समझने का प्रयास भी किया कि यह महिलाओं के विरुद्ध हिंसा में कैसे उनका सहयोग करती हैं।
जाना पूरे प्रोजेक्ट का खर्च
अपने दौरे के दौरान यूएन के प्रतिनिधि मंडल ने इस पूरे प्रोजेक्ट पर होने वाले खर्चे के बारे में भी जानकारी ली। खर्चे के सवाल पर उन्हें गाइड करने वाले सत्यवीर सचान एन ने पूरी जानकारी दी। बताया, वैसे पूरा इन्फ्रास्ट्रक्चर कई शिफ्ट में बना है जिसमें बिल्डिंग पहले से बनी है लेकिन इस प्रोजेक्ट में लगभग एक मिलियन डॉलर का खर्च आया है।
भाषा के चलते कॉलर से नहीं हो सकी बात
डेलिगेशन 1090 में कॉल करने वाली लड़कियों से बात करना चाह रही थी लेकिन हिंदी का ज्ञान न होने के कारण किसी भी कॉलर से बात नहीं हो सकी।
क्या कहते हैं नवनीत सिकेरा ?
डेलिगेशन के बारे में बताते हुए वीमेन पॉवर लाइन के प्रभारी आईजी नवनीत सिकेरा ने कहा, कि महिलाओं को ईव टीजिंग और घरेलू हिंसा से बचाने के हमारे प्रयास को अंतरराष्ट्रीय संगठन ने सराहा यह हमारी टीम का मनोबल बढ़ाएगा।