Ambedkar Nagar News: समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार शारदा राजभर के नाम की घोषणा से खेमे बाजी तेज

Ambedkar Nagar News: अकबरपुर नगर पालिका से दो बागी सपाइयों ने निर्दल प्रत्याशी के रूप में किया नामांकन। पूर्व राज्यमंत्री विद्यावती राजभर ने भी टिकट न मिलने से नाराज होकर अखिलेश यादव, राम गोपाल यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव को इस्तीफा भेज दिया है।

Update: 2023-04-20 22:02 GMT
(Pic: Social Media)

Ambedkar Nagar News: अकबरपुर नगरपालिका सीट पर अध्यक्ष पद पर सपा के दो बागी उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल किए जाने से चुनावी तापमान का पारा चढ़ गया। सपा के बागी प्रत्याशियों के मैदान मे उतरने से पार्टी मे स्थानीय स्तर पर दरारें नजर आ रही हैं। अकबरपुर विधानसभा क्षेत्र से सपा के विधायक एवं पूर्व मंत्री राम अचल राजभर के करीबी पूर्व ब्लाक प्रमुख शारदा राजभर के टिकट मिलने से सपा खेमे में टकराव बढ़ने के प्रबल आसार नजर आ रहे हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री सपा संरक्षक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की करीबी पूर्व राज्यमंत्री विद्यावती राजभर ने भी आज टिकट न मिलने से नाराज होकर अखिलेश यादव, राम गोपाल यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव को इस्तीफा भेज दिया है। नगरपालिका/नगर पंचायत चुनावों में टिकट बंटवारे से नाराज पुराने सपाई हाजी अकमल जुगनू, खाटी सफाई कुसुम रानी, और अब विद्यावती के इस्तीफे से सपा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। वहीं दूसरी तरफ वोटरो की नब्ज की बात करें तो सपा मजबूत स्थिति में दिखाई पड़ रही थी। लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर आपसी घमासान कहीं ना कहीं पार्टी को बहुत बड़ा क्षति पहुंचाएगा।

जातीय समीकरणों को देखा जाए तो सपा अपने बेश वोट मुस्लिम, यादव और राजभर वोटों के भरोसे नगर पालिका अकबरपुर में अपनी दावेदारी को लेकर ताल ठोकती रही है। तो इस बार यह समीकरण बिखरा हुआ नजर आ रहा है। इस बार हाजी अकमल जुगनू की पत्नी नाजरीन बेगम को टिकट ना मिलने से कहीं ना कहीं मुस्लिम समाज में नाराजगी जरूर देखी जा सकती है। तो दूसरे बागी प्रत्याशी इंजीनियर विकास चैधरी की माता कुसुम रानी के नाराज होने से भी जातिगत वोटों पर प्रभाव पड़ेगा, तो वहीं देखा जाए तो सपा से प्रत्याशी पूर्व ब्लाक प्रमुख शारदा राजभर के मैदान में उतरने से भी राजभर वोट बैंक में आसानी से बिखराव होना तय माना जा रहा है।

वहीं टिकट बंटवारे की बात करें तो अकबरपुर नगर पालिका से कांग्रेस से ललित मोहन श्रीवास्तव, बसपा से राम सुरेश वर्मा, आम आदमी पार्टी से शाचिंद्र वर्मा, आजाद पार्टी से बरकत अली, भसपा से मंतराम राजभर और निर्दलीय उम्मीदवार पूर्व चेयरमैन चंद्र प्रकाश वर्मा चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने अभी तक आपने पत्ते नहीं खोले हैं। वेट एंड वॉच की कंडीशन में दिखाई दे रही बीजेपी रेस में सबसे तेज दौड़ने वाले घोड़े की तलाश मे है। सच ही कहा गया है कि विरोधियों को देखने के बाद ही जीत का सही दांव लगाया जा सकता है।

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