UP Nikay Chunav: नगर पालिका अध्यक्ष के लिए जानिए किसके बीच है कांटे की टक्कर, किसकी प्रतिष्ठा है दांव पर

Jaunpur News: अध्यक्ष के लिए प्रमुख दलों के प्रत्याशियों की बात करें तो सत्तारूढ़ दल भाजपा ने मौर्य समाज पर दांव लगाते हुए डॉ. राम सूरत मौर्य की पत्नी मनोरमा मौर्या को प्रत्याशी बनाया है। बसपा से निवर्तमान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद जौनपुर माया टंडन एक बार फिर चुनाव में पूरी ताकत से ताल ठोंकते हुए मतदाताओं के यहां दस्तक दे रहीं है।

Update: 2023-04-21 17:35 GMT
(Pic: Social Media)

Jaunpur News: निकाय सामान्य निर्वाचन के तहत नामांकन वापसी के बाद अब चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की स्थिति साफ होने के बाद संकेत भी मिलने लगा है कि चेयरमैन के ताज को लेकर किसके बीच कांटे की टक्कर होगी। यहां प्रमुख राजनैतिक दलों सहित निर्दलीय कुल नौ महिला प्रत्याशी चुनाव के मैदान में हैं। मुख्यालय के 39 वार्डो में 229 महिला व पुरूष सभासद बनने के लिए मतदाताओं की दर पर मत्था टेकते नजर आ रहे हैं।

जातिगत समीकरण हैं चुनाव में अहम

अध्यक्ष के लिए प्रमुख दलों के प्रत्याशियों की बात करें तो सत्तारूढ़ दल भाजपा ने मौर्य समाज पर दांव लगाते हुए डॉ. राम सूरत मौर्य की पत्नी मनोरमा मौर्या को प्रत्याशी बनाया है। बसपा से निवर्तमान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद जौनपुर माया टंडन एक बार फिर चुनाव में पूरी ताकत से ताल ठोंकते हुए मतदाताओं के यहां दस्तक दे रहीं है। सपा की बात करें तो कहा जा रहा है कि सपा ने चुनाव में आने का कोरम पूरा करते हुए उषा जायसवाल पत्नी श्रवण जायसवाल को चुनाव के मैदान में उतारा है। वहीं आम आदमी पार्टी ने नगर पालिका के हर चुनाव में दल बदलने वाली डॉ. चित्रलेखा सिंह पत्नी बिजली विभाग के कर्मचारी नेता निखिलेश सिंह को चुनाव मैदान में लाकर खड़ा कर दिया है। यहां बता दें कि चुनाव घोषित होने तक डॉ. चित्रलेखा सिंह सपा की सदस्य रही हैं। कांग्रेस ने भी अल्पसंख्यक समुदाय पर दांव लगाते हुए दरख्शा खातून पत्नी इश्त्याक को अपना प्रत्याशी बनाया है। शेष चार महिलाएं निर्दलीय चुनाव मैदान में डटी हैं। नगर पालिका के अध्यक्ष पद को पाने का सपना देख रही हैं।

बसपा उम्मीदवार का है 22 वर्षो से नगर पालिका से नाता

इस चुनाव में ताल ठोंकने वाले राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की भी समीक्षा जरूरी है। इस क्रम में बता दें कि बसपा प्रत्याशी माया टंडन और इनके पति दिनेश टंडन विगत 22 वर्षो से नगर पालिका की कुर्सी पर रहते हुए नगर पालिका क्षेत्र में खुद को स्थापित किए हुए हैं। जब तक अन्य दलों के प्रत्याशी टिकट के लिए अपने आकाओं के यहां मत्था टेक रहे थे, तब तक दिनेश टंडन और माया टंडन ने मतदाताओं की चौखट पर पहुंच कर हाजिरी लगाना शुरू कर दिया था।

भाजपा में थी टिकट के लिए लंबी कतार

सत्तारूढ़ दल भाजपा की बात करें तो यहां टिकटार्थियों की लंबी कतार थी। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के अन्तिम दौर में यहां पर टिकट फाइनल किया गया। पार्टी ने मौर्य समाज पर दांव खेलते हुए डॉ. राम सूरत मौर्य की पत्नी मनोरमा मौर्या को चुनावी मैदान में उतार दिया। नामांकन के बाद मौर्या के साथ भाजपा की टीम मतदाताओं के यहां दस्तक दे रही है, लेकिन अभी भी बसपा प्रत्याशी के प्रचार अभियान से कोसों पीछे नजर आ रही हैं। भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जौनपुर शहर विधानसभा से चुने गए विधायक एवं प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चन्द यादव लगातार डोर टू डोर प्रचार अभियान चलाते हुए जन सम्पर्क खुद भी कर रहे हैं। ताकि भाजपा प्रत्याशी को नगर पालिका परिषद की कुर्सी पर आसीन कराया जा सके।

पूर्व हिंदूवादी उषा जायसवाल अब हैं सपा की उम्मीदवार

सपा की बात करें तो यहां पर पहले मौर्य को टिकट दिया गया था, लेकिन भाजपा से मौर्य प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपा ने मौर्य के स्थान पर चुनाव में आना मजबूरी मानते हुए उषा जायसवाल पत्नी श्रवण जायसवाल को चुनाव मैदान में उतार दिया है। यहां एक जानकारी दें कि चुनाव घोषित होने तक उषा जायसवाल हिन्दू संगठन से जुड़कर काम करती रही हैं। वो सपा की विचार धारा से ताल्लुक नहीं रखती थीं। लेकिन अब सपा की अधिकृत प्रत्याशी है। इसी तरह कल तक सपा की सदस्य रहीं डॉ. चित्रलेखा सिंह पत्नी निखिलेश सिंह टिकट न मिलने पर आम आदमी पार्टी से जुड़ी और चुनावी मैदान में आ गई। इनके बारे में आम चर्चा है कि विगत कई चुनाव से वोट काटने के लिए मैदान में आती हैं और बार-बार दल बदलती रहती हैं। कांग्रेस ने इस बार अल्पसंख्यक समुदाय पर दांव खेलते हुए दरख्शा खातून पत्नी इश्त्याक को मैदान में उतार दिया है। हालांकि शहर में उनका कोई राजनीतिक अथवा सामाजिक स्टेटस नहीं बताया जा रहा है।

बसपा और भाजपा के बीच मुख्य चुनावी जंग के आसार

इस तरह अगर बारीक नजर से देखा जाये और मतदाताओं की नब्ज टटोलने से भी एक संकेत मिला है कि नगर पालिका परिषद के इस चुनाव में बसपा प्रत्याशी निवर्तमान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद माया टंडन पत्नी दिनेश टंडन पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका और भाजपा प्रत्याशी मनोरमा मौर्या पत्नी डॉ. राम सूरत मौर्य के बीच अन्तिम रूप से जंग होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि शेष सभी केवल चुनावी लड़ाई लड़ रहे है। हालांकि नगर पालिका परिषद क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं की तादाद खासी अच्छी है और वही पूरी तरह से शान्त है। सूत्र बता रहे है कि वो भाजपा को कड़ी टक्कर देने वाले प्रत्याशी के साथ जा सकते हैं।

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