लखनऊ: प्रदेश सरकार ने पॉलिथीन बैग को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। इसके बाद राजधानी की दुकानों से ये लगभग गायब हो गई है। अब सवाल ये उठता है कि क्या पॉलिथीन हमारे स्वास्थ्य के लिए कितनी नुकसानदायक थी, जो यूपी सरकार इतना बड़ा कदम उठाने को मजबूर हो गई। आइए, हम आपके इस सवाल का जवाब देते हैं। आईटीआरआई (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टॉक्सिकोलॉजिकल रिसर्च) फ़ूड टॉक्सिकोलॉजी के हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रोफेसर मुकुल दास ने इसके बारे में कुछ खास जानकारी हमें दी हैं।
ऐसे बिगाड़ रहीं है पॉलिथीन आपका स्वास्थ्य
* प्लास्टिक को रीयूज करने के लिए कई तरह के केमिकल मिलाए जाते हैं।
* इन पॉलिथीन में जब हम खाने का कोई लिक्विड सामान रखते हैं तो वो केमिकल उसमें भी आ जाता है।
* केमिकल हमारे शरीर में भी पहुंच जाता है।
* ये लीवर फेल्योर, ब्रेन और किडनी फेल्योर जैसी बीमारियों को जन्म देता है।
* इसके अलावा पॉलिथीन बैग डीग्रेड नहीं होता है।
* हमारे द्वारा इस्तेमाल कर फेंका गया पॉलिथीन हजारों हजार सालों तक पड़ा रहता है।
* पॉलिथीन जब नालियों या नालों में चला जाता हैं, जिससे नालियां जाम होने लगती हैं।
* इससे गंदगी, बदबू और बीमारियां फैलती हैं।
* जमीन के नीचे पड़ा पॉलिथीन पेड़-पौधों के विकास में बाधा उत्पन्न करता है।
पॉलिथीन से बचने के लिए प्रोफेसर ने दिए ये सुझाव
* मुकुल ने बताया कि पॉलिथीन के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
* इसके लिए शोपिंग के समय साफ़ कपड़े के बैग का प्रयोग करें।
* खरीददारी के समय प्लास्टिक की बके या डोलची का इस्तेमाल करें।