प्रापर्टी के लालच ने करवाया ये गुनाह, सुपारी दे कर करवाई भाई की हत्या

शाहजहांपुर पुलिस ने हत्या का बड़ा खुलासा किया है। यहां प्रापर्टी के लालच में आकर पूर्व प्रधान ने ही भाई का अपहरण करवाने के बाद बेरहमी से हत्या करवा दी। हत्या

Update: 2017-12-14 14:06 GMT
प्रापर्टी के लालच ने करवाया ये गुनाह, सुपारी दे कर करवाई भाई की हत्या

शाहजहांपुर: शाहजहांपुर पुलिस ने हत्या का बड़ा खुलासा किया है। यहां प्रापर्टी के लालच में आकर पूर्व प्रधान ने ही भाई का अपहरण करवाने के बाद बेरहमी से हत्या करवा दी। हत्यारे भाई ने अपने भाई की हत्या करवाने की 50 हजार रुपये सुपारी दी थी। हत्यारों ने ऐसी दर्दनाक मौत दी जिसको इलाके वाले भूल नहीं सकते। भाङे के हत्यारों ने पहले कुल्हाड़ी से हमला कर उसकी हत्या की उसके बाद शव के टुकड़े किये फिर टुकड़ों मे आग लगा दी उसके बाद जले हुए टुकड़ों को जमीन दफना दिया।

70 बीघा जमीन के लालच मे आकर भाई ने भाई की सुपारी देकर हत्या कराई है। खास बात ये भी है कि जिसने सुपारी लेकर बेरहमी से हत्या की वह मृतक का सबसे अच्छा दोस्त भी था। फिलहाल पुलिस आरोपी भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि एक आरोपी अभी फरार है। जिसकि तलाश की जा रही है।

दरअसल घटना थाना जलालाबाद के डोलापुर गांव की है। यहां के रहने वाले 50 वर्षीय वासुदेव का 4 सिंतबर 2017 को अपहरण हो गया था। वासुदेव के पांच भाई है। एक भाई रामनिवास गांव का पूर्व प्रधान भी रह चुका है। वासुदेव की पुश्तैनी खेती पांचों भाईयों में बांट दी गई। जिसमें करीब 70 बीघा खेती वासुदेव के नाम हो गई। वासुदेव ने शादी नही की थी। वासूदेव अपने बङे भाई के घर रह कर बच्चों की देखभाल करते थे क्योंकि उसके भाई और भाभी की मौत हो चुकी थी। लेकिन वासुदेव के भाई पूर्व प्रधान रामनिवास के दिल में लालच आ गया कि वासूदेव की की शादी नही हुई ऐसे मे वह अपनी जमीन भतीजों के नाम कर देगा।

एसपी ग्रामीण के मुताबिक रामनिवास ने हरेवा गांव के रहने वाले अजय से भाई की हत्या का प्लान बनाया और आरोपी रामनिवास ने 50 हजार रुपये की सुपारी अजय को दे दी। उसके बाद अजय ने अपने साथियों बजरंगी कुशवाहा, और धीरा के साथ मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। एडवांस बतौर पांच हजार रुपये अजय को दे दिए गए उसके बाद जब वासुदेव की हत्या कर दी गई तब 45 हजार रुपये रूपये भी दे दिए गए उसके बाद अजय भी उसी दिन से गांव से गायब हो गया।

अभियुक्त अजय ने बताया कि अपहरण करने के बाद उसने बीस लाख की फिरौती भी मांगी थी। पता था कि फिरौती मिल सकती है क्योंकि वासुदेव के नाम करीब 70 बीघा जमीन है। बताया कि वह वासुदेव को डोलापुर गांव बुलावाया जहां वह पहले से मौजूद था। जब वासुदेव वहां पहुच गया तो उसने पेशाब का बहाना बनाकर वासुदेव के पीछे चले दिया। उसके बाद उसने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। जिससे वह लहुलुहान होकर जमीन पर गिर गया। उसके उपर कई प्रहार करके शव के टुकड़े कर दिए। उसके बाद शव को मरघट ले गए जहां टुकङों मे आग लगा दी। शव के टुकङों को गायब करने के लिए मरघट मे ही जमीन मे दफना दिया। हत्या करने के बाद 45 हजार रुपये रामनिवास ने दे दिए।

एसपी ग्रामीण ने बताया कि मुख्य आरोपी अजय मृतक वासुदेव का सबसे अच्छा दोस्त था। जिस दिन उसकी हत्या हुई थी उसी दिन अजय भी गांव से गायब हो गया था उसका कहीं कुछ पता नहीं चल पा रहा था। अजय और मृतक वासुदेव हमेशा साथ में रहते थे। लेकिन जब काफी दिन तक अजय का कुछ पता नही चल सका तो सर्विलांस जरिए अजय का पता लगाया उसके बाद आरोपी अजय को गिरफ्तार किया तो ऐसे चौकाने वाले खुलासे हुए। फिलहाल आरोपी भाई रामनिवास, समेत अजय और धीरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि आरोपी बजरंगी कुशवाहा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

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