कानपुर: आजकल महिलाएं चूल्हा-चौका के अलावा हर फील्ड में खुद को साबित कर रहीं है। पिछले कुछ सालों में महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति काफी सजग हुई हैं। इस क्षेत्र में बबीता एक मिसाल के तौर पर उभरी हैं, जो महिलाओं को फिट और हैल्दी रखने के लिए फ्री में योगा सीखाती हैं। 45 साल की बबीता पिछले 15 सालों से योगा कर रही हैं।
30 किलो घटाया वजन
-साल 2000 में कानपुर के काकादेव इलाके में बबीता ने योगा क्लास ज्वॉइन किया था ।
-लगभग तीन साल में 30 किलो वजन कम किया।
- पहले घर में अकेले एक घंटे योगा किया करती थी।
-फिर बाद में उन्हें अकेले योगा करने में काफी बोरियत होने लगी।
मोदी से मिली प्रेरणा
-पिछले साल 21 जून को नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस की शुरुआत की थी।
-इससे प्रभावित होकर उन्होंने महिलाओं को फ्री में योगा सीखाना शुरू किया।
- अब बबिता स्कूल, महिला कॉलेज या कैंप के माध्यम से महिलाओं को योगा सिखाती है।
-वह महिलाओं को योगा के महत्व के बारे में भी बताती हैं।
कौन है बबीता?
-बबिता उत्तराखंड के कुमाऊं के काशीपुर की रहने वाली है।
-पिता धरमदास जैन एक कॉन्ट्रेक्टर थे।
-अपने आप को फिट रखने वाली बबीता को खेलकूद में भी काफी रुचि है।
-कानपुर के रतनलाल नगर इलाके में रहने वाली बबीता एक शादीशुदा महिला हैं।
-दो बेटियों में बड़ी बेटी आरुषि जैन विप्रो में जॉब करती हैं और छोटी बेटी मयूरी हाईस्कूल में पढ़ती है।