जय की हमसफर बनने प्राणि उद्यान पहुंची गीता

लखनऊ चिड़िया घर के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि विनिमय प्रोग्राम के तहत यह आदान-प्रदान किया गया है। यहां सफेद बाघ 'विजय' को सोमवार को डॉक्टर अशोक कश्यप और डॉक्टर ब्रजेन्द्र मणि यादव के नेतृत्व में नेशनल जूलाॅजिकल पार्क, दिल्ली भेजा गया।

Update: 2019-07-23 16:41 GMT

लखनऊ: नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान लखनऊ से विजय (बाघ) के नेशनल जूलाजिकल पार्क दिल्ली रवाना होने के बाद मंगलवार को गीता (बाघिन) यहां पहुंच गई।

लखनऊ चिड़िया घर के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि विनिमय प्रोग्राम के तहत यह आदान-प्रदान किया गया है। यहां सफेद बाघ 'विजय' को सोमवार को डॉक्टर अशोक कश्यप और डॉक्टर ब्रजेन्द्र मणि यादव के नेतृत्व में नेशनल जूलाॅजिकल पार्क, दिल्ली भेजा गया।

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इसके साथ ही नेशनल जूलाॅजिकल पार्क, दिल्ली से सफेद बाघिन 'गीता' मंगलवार को अपराह्न तीन बजे आ गयी। यह सफेद बाघिन चार वर्ष की है।

उन्होंने बताया कि सफेद बाघिन स्वस्थ व सक्रिय है। अभी इसको छोटे बाड़े में दर्शकों से दूर रखा गया है, जिससे कि वह अपने वातावरण में अपने को ठीक से व्यवस्थित कर सके। कुछ समय के पश्चात जब उसका आचरण एवं व्यवहार सामान्य हो जायेगा तब उसे दर्शकों के लिए बड़े बाड़े में डिस्प्ले में रखा जायेगा।

दरअसल 2016 में प्राणि उद्यान में जन्मे आर्यन और विशाखा के शावक जय-विजय अब बड़े हो गये हैं। इसमें जय के जीवनसाथी की तलाश के तहत यह कदम उठाया गया है। अब जय और गीता की जोड़ी बनायी जायेगी, जो सफेद बाघों का कुनबा बढ़ाने में मददगार साबित होगी।

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निदेशक सिंह ने बताया कि वन्यजीव विनिमय प्रोग्राम का उद्देश्य वन्यजीवों में नये रक्त का समावेश करना है, जिससे की वन्यजीव अनुवांषिक रूप से मजबूत रहें तथा बीमारियों आदि से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता में कमी न हो पाये।

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