Sonbhadra News: सोनभद्र का एक ऐसा गांव जहां पहली बार पहुंचे किसी डीएम ने दी ग्रामीणों को कई सौगात

Sonbhadra News: सोनभद्र का एक ऐसा गांव जहां पहली बार पहुंचे किसी डीएम ने दी ग्रामीणों को कई सौगात, इको-विलेज टूरिज्म सुविधा का दिया भरोसा, यहां एक घंटे बाद सूर्योदय और एक घंटे पहले होता है सूर्यास्त

Update:2023-07-06 08:54 IST

Sonbhadra News: सोनभद्र के आखिरी छोर पर बसा तथा ऊंचे पहाड़ों और जंगलों से घिरा यूपी का एक ऐसा गांव जहां एक घंटे बाद सूर्योदय और एक घंटे पहले सूर्यास्त का नजारा जहां किसी अलग दुनिया का एहसास कराता है..। वहीं बुधवार का दिन यहां के बाशिंदों के लिए एक नई सुबह लेकर आया। बिहार सीमा से सटे इस गांव में पहली बार पहुंचे किसी डीएम को देखकर ग्रामीणों में खुशियां तो जताई हीं, तालियां बजाकर डीएम का स्वागत किया । वहीं यहां की प्राकृतिक सुषमा और पहाड़ी वादियों का सौंदर्य डीएम के मन को कुछ इस तरह भाया कि उन्होंने भी इस गांव और आस-पास की एरिया में इको टूरिज्म और विलेज टूरिज्म सुविधा विकसित कराने की घोषणा कर डाली।

जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर स्थित गांव के रहवासियों की समस्या का समाधान गांव स्तर पर ही हो जाए, इसके लिए भी मातहतों को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीणों के बीच देर तक रहकर, यहां के अद्भुत प्राकृतिक नजारे का लुत्फ उठाया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं जानी। उसके निस्तारण के लिए संबंधित खंड विकास अधिकारी और अन्य को निर्देशित किया।

इस दौरान अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासियों को वन अधिकार पट्टा वितरित करते हुए, उनके अधिकारों और हक के संरक्षण की प्रतिबद्धता जताई। चौरा व गोढ़ा गांव के पात्र 127 लाभार्थियों को पट्टे का वितरण किया। कहा कि अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन निवासियों की जीविका के साधन और खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए उनके कब्जे की वन भूमि पर उन्हें पट्टे का अधिकार प्रदान किया गया है। कहा कि ऐसे ग्रामीणों जो भूमि की कई वर्षों से जोताई-बुवाई कर रहे थे, लेकिन उस पर उनका लिखा-पढ़ी में कोई अधिकार नहीं था। इससे उन्हें अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता था। अब वनाधिकार पट्टे से, ग्रामीणों को इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

- बाशिंदों को आवास सुविधा के साथ मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने का होगा प्रयास: डीएम

डीएम ने कहा कि चौरा गांव जनपद मुख्यालय से काफी दूरी पर स्थित है। यहां के निवासियों की समस्याओं का निस्तारण ग्राम स्तर पर ही किया जाए, ताकि उन्हें अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए तहसील मुख्यालय या जिला मुख्यालय पर न आना पड़े। कहा कि चौरा गांव में आवास, पेंशन और मोबाइल नेटवर्क से संबंधित जो भी समस्याएं हैं, उनके निराकरण के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी। डीएम ने कहा कि चौरा गांव के आस-पास का प्राकृतिक सौंदर्य भी बेहतर है। इको टूरिज्म, विलेज टूरिज्म को विकसित करने के दृष्टिकोण से यह एरिया अच्छी है, इसको लेकर पहल तेजी से आगे बढ़ाई जाएगी ताकि इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुषमा का दीदार करने का मौका लोगों को तो मिले ही, इस गांव के लोगों के लिए पर्यटन का रास्ता आजीविका का बड़ा साधन लेकर आए।

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