Video: सावधान! पॉर्न वीडियो से कोई नहीं सुरक्षित, ड्रग्स की तरह छाया सोशल मीडिया पर, आइये जाने कैसे बचें गंदी फिल्मों से

How to Protect Adult Content: किसी सार्वजानिक स्थल पर ऐसी घटना दुनिया में अन्यत्र भी हो चुकी हैं, यहाँ तक कि कुछ देशों में टीवी चैनलों पर मौसम या समाचार बुलेटिन के बीच में भी ऐसी क्लिप चलने की घटनाएँ हो चुकी हैं। बहरहाल, रेलवे स्टेशन, टीवी चैनल या आपका निजी सोशल मीडिया एकाउंट - कहीं पर भी कभी भी ऐसा वाकया हो सकता है।

Update:2023-03-23 03:39 IST

How to Protect Adult Content: पटना रेलवे स्टेशन पर लगे डिस्प्ले टीवी बोर्ड पर अचानक पोर्न क्लिप चलने लगी। इसी स्टेशन पर कुछ वर्ष पहले भी ऐसी ही घटना हो चुकी है। किसी सार्वजानिक स्थल पर ऐसी घटना दुनिया में अन्यत्र भी हो चुकी हैं, यहाँ तक कि कुछ देशों में टीवी चैनलों पर मौसम या समाचार बुलेटिन के बीच में भी ऐसी क्लिप चलने की घटनाएँ हो चुकी हैं। बहरहाल, रेलवे स्टेशन, टीवी चैनल या आपका निजी सोशल मीडिया एकाउंट - कहीं पर भी कभी भी ऐसा वाकया हो सकता है। ऐसा जानबूझकर कर शरारत में किया जा सकता है या मैलवेयर द्वारा किया जा सकता है। चूँकि इन्टरनेट पर पोर्न हर जगह और बड़ी मात्रा में मौजूद है सो जो भी व्यक्ति ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर जा रहा है या यूं ही वेब ब्राऊजिंग कर रहा है, उसकी डिवाइस पर इस तरह के हमले कभी भी हो सकते हैं।

आधी जनसंख्या करती है सोशल मीडिया का इस्तेमाल

स्मार्ट इनसाइट्स के एक डेटा के अनुसार, दुनिया की 58.4 फीसदी आबादी सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती है। और सोशल मीडिया का प्रति व्यक्ति औसत दैनिक उपयोग 2 घंटे 27 मिनट है।

सोशल मीडिया आधुनिक समाज के कम्युनिकेशन और आत्म-अभिव्यक्ति के क्षेत्र में एक बड़ा स्थान रखने वाला बन गया है, लेकिन यह पोर्न यानी अश्लील और बाल शोषण सहित सभी प्रकार की चौंकाने वाली सामग्री का एक प्रमुख केंद्र भी है। दरअसल, बड़ी संख्या में यूजर्स के साथ बड़ी मात्रा में जिम्मेदारी आती है, और साफ़ है कि किसी भी साइट या प्लेटफार्म ने पोर्न-प्रूफ फ़िल्टरिंग सिस्टम या पूरी तरह से पर्याप्त मॉडरेशन टीम डेवलप नहीं की है।

फेसबुक के 3 अरब यूजर्स

फेसबुक के करीब 3 अरब एक्टिव यूजर्स हैं। 2021 में ‘बार्क’ नामक संगठन ने पाया कि अगर किसी ने फेसबुक के सर्च बार में कोई भी अक्षर खोजा और फिर वीडियो परिणामों पर नेविगेट किया, तो उन्हें ज्यादातर पोर्न या ऐसी ही सामग्री एक लंबी सूची दिखाई दी। बीबीसी ने भी एक बार बच्चों की 100 पोर्न इमेज की शिकायत की थी लेकिन बाद में पाया कि फेसबुक ने उनमें से सिर्फ 18 को ही हटाया था।
बीबीसी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि यह रिपोर्ट करने की बाद भी फेसबुक ने कोई कार्रवाई नहीं की कि पांच सजायाफ्ता बाल शिकारियों के सक्रिय फेसबुक खाते थे, जो स्पष्ट रूप से कंपनी के नियमों का उल्लंघन करते थे। ऑनलाइन अश्लील सामग्री के खिलाफ वेबसाइट ‘फाइट द न्यू ड्रग’ ने 2021 की एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया था कि फेसबुक के कर्मचारियों का कहना है कि उनके द्वारा फ़्लैग किए गए कुछ अवैध ग्रुपों या पेजों को हटा दिया गया है, जबकि दर्जनों अभी भी सक्रिय हैं। द गार्जियन अखबार ने कुछ साल पहले खुलासा किया था कि फेसबुक ने रेवेंज पोर्न और यौन वसूली के विवादों में शामिल 14,000 से अधिक खातों को बंद कर दिया है।

फेसबुक तकनीकी रूप से नियंत्रित है और अपनी साइट पर पोर्न यानी सेक्सुअल सामग्री की अनुमति नहीं देता है। लेकिन फ़ेसबुक पर ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं जो आसानी से कोई भी देख सकता है, कहने को ऐसे सामग्री तकनीकी रूप से पोर्न नहीं है लेकिन इसका पोर्न के समान प्रभाव हो सकता है। फेसबुक में चाइल्ड पोर्नोग्राफी और रिवेंज पोर्न का मुद्दा है। फेसबुक ने नियमों को तोड़ने पर पिछले साल करोड़ों पोस्ट, फोटोग्राफ और वीडियो हटा दिए हैं, जो चाइल्ड पोर्नोग्राफी से सम्बंधित थे। फेसबुक का कहना है कि वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में उसने लगभग 1 करोड़ 16 लाख ऐसी सामग्री हटाई थी जिसे किशोर नग्नता और बच्चों के यौन शोषण के रूप में माना जाता है, 2022 की पहली तिमाही में हटाई गयी ऐसी लगभग आधी थी। शिकायतों के अनुसार, ‘लिंकस्पैम वायरस’ द्वारा हिंसक और यौन तस्वीरों को प्रोमोट किया गया था। जैसे ही कोई यूजर हार्डकोर सेक्स या अत्यधिक हिंसा वाली तस्वीरों पर क्लिक करता है वह स्वयं फ़ीड वेक्टर बन जाता है यानी उस यूजर के अकाउंट से ऐसी सामग्री पोस्ट होने लगती है।

व्हाट्सअप का विशाल फैलाव

व्हाट्सएप के 2 अरब से ज्यादा यूजर्स हैं। टेक उद्योग समाचारों के प्रकाशक ‘टेकक्रंच’ के 2019 के एक लेख में दो इज़राइली एनजीओ के निष्कर्षों का सारांश दिया गया है। ये लेख बताता है कि कैसे व्हाट्सएप चैट ग्रुपों का इस्तेमाल अवैध बाल अश्लीलता फैलाने के लिए किया जा रहा है। व्हाट्सअप एन्क्रिप्शन सहित गोपनीयता तकनीक का उपयोग करता है।

इसके तहत "केवल आप और जिस व्यक्ति के साथ आप संचार कर रहे हैं वाहे कोई सामग्री देख या पढ़ सकते हैं, कोई अन्य ये संचार नहीं देख सकता, खुद व्हाट्सअप भी नहीं। लेकिन सीधे शब्दों में कहें तो, एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन लोगों को चाइल्ड पोर्न इमेज को इस तरह से शेयर करने की अनुमति देता है जो उन्हें और उनके मैसेजिंग थ्रेड्स को दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए गुमनाम छोड़ देता है। यानी उनका पकड़ा जाना बहुत मुश्किल होता है। यानी यदि कोई पोर्न सामग्री व्हाट्सअप पर शेयर करता है तो उसे फ़िल्टर कर पाना मुश्किल है।
इसी तरह इंस्टाग्राम पर डेढ़ अरब एक्टिव यूजर्स हैं। हालांकि इस बेहद लोकप्रिय प्लेटफॉर्म पर पोर्न की मात्रा के बारे में कोई ठोस संख्या ज्ञात नहीं है, लेकिन इस प्लेटफॉर्म में बाल शिकारियों की एक गंभीर समस्या है।

टेलीग्राम

टेलीग्राम अपनी गोपनीयता के बड़े बड़े दावे करता है। माना जाता है कि टेलीग्राम बहुत सुरक्षित प्लेटफार्म है जहाँ आपके संचार को कोई अवांछित देख-सुन-पढ़ नहीं सकता। यही वजह है कि टेलीग्राम के दैनिक 5 करोड़ 52 लाख एक्टिव यूजर्स हैं। लेकिन पोर्न भी टेलीग्राम की बड़ी समस्या है। चूँकि खुद टेलीग्राम अपने चैनलों पर परोसी या साझा की जा रही सामग्री को देख नहीं सकता सो इस प्लेटफार्म पर पोर्न और अश्लील सामग्री की बेलगाम शेयरिंग बताई जाती है। जबकि टेलीग्राम ने अपनी पालिसी के तहत पोर्न सामग्री को बैन कर रखा है।

कैसे बचें

सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर अश्लील या अवांछित सामग्री से बचने के लिए कोई एक यूनिफार्म उपाय नहीं है। इसके लिए हर एक प्लेटफार्म पर यूजर को फ़िल्टर लगाने होंगे, फाइल शेयर करने वालों को ब्लाक करना होगा और सम्बंधित कंपनी के पास रिपोर्ट करना होगा।

मिसाल के तौर पर यदि व्हाट्सअप पर कोई अनजान आपत्तिजनक सामग्री शेयर करता है तो उसके अकाउंट को रिपोर्ट कर सकते हैं, ब्लाक कर सकते हैं तथा पुलिस में शिकायत कर सकते हैं। लेकिन आपको कोई ऐसी सामग्री भेज ही न पाए, इसके रोकने के लिए पहली से कोई उपाय नहीं कर सकते। फेसबुक पर अवश्य आप पहले से एडल्ट कंटेंट को रोकने वाला फ़िल्टर लगा सकते हैं।

बच्चों को कैसे बचाएं

बच्चों के लिए फोन को सुरक्षित बनाने के लिए और अडल्ट कंटेंट से अपने बच्चों को बचाने के लिए सबसे पहले एंड्रॉयड के गूगल प्ले रेस्ट्रिक्शन को ऑन करना होगा। इससे बच्चे पर ऐसे ऐप, गेम और अन्य वेब संसाधनों को डाउनलोड करने पर रोक लगेगी, जो उनकी उम्र के लिए उपयुक्त नहीं हैं। व्हाट्सअप पर आपत्तिजनक सामग्री बच्चे शेयर न कर सकें इसके लिए पहले से कोई उपाय नहीं किया जा सकता सो आपको खुद निगरानी रखनी होगी और बच्चों को अच्छे-बुरे की पहचान बतानी होगी। आप अपने बच्चों को संचार चैनलों को बंद किए बिना इंटरनेट के स्वीकार्य उपयोग के बारे में सिखा सकते हैं।

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