Sri Lanka गंभीर आर्थिक संकट में एक भी डालर नहीं खजाने में, लिट्टे के हावी होने का बढ़ा खतरा
देश एक बार फिर अस्थिरता के दलदल में पहुंचता जा रहा है। आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में जरूरी चीजों की जबरदस्त कमी है।
Sri Lanka कभी दुनिया के खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर पर्यटकों की पहली पसंद रहे श्रीलंका पर आफतों का पहाड़ टूट पड़ा है। लंबे समय तक गृह युद्ध की आग झुलसने वाला यह देश एकबार फिर अस्थिरता के दलदल में पहुंचता जा रहा है। आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में जरूरी चीजों की जबरदस्त कमी है। नव नियुक्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने जनता के सामने देश की असल तस्वीर को रखते हुए कहा कि हमारे पास केवल एक दिन का पेट्रोल बचा है।
जनता के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने कहा कि तीन ऑयल टैंकर कोलंबो पोर्ट पर खड़े हैं। हम डॉलर्स में पेमेंट नहीं कर सकते। इसलिए पेट्रोल और डीजल नहीं मिल पा रहा। उन्होंने कहा कि मैं देश से झूठ नहीं बोलना चाहता। हालात काफी खराब हैं। मैं वादा करता हूं कि बुरा दौर बहुत जल्द बीत जाएगा। श्रीलंकाई पीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि दो महीने मेरा साथ दें। प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने कहा कि एक साल में 45 अरब डॉलर का नुकसान झेलने वाली श्रीलंकन एयरलाइन को निजी हाथों में सौंप दिया गया है। इसके अलावा सरकारी कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि सरकार के पास इसके लिए फंड्स नहीं हैं।