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बाढ़ से मची तबाही: असम में खौफनाक दृश्य, पानी से जान बचाते भागते लाखों लोग, तबाह हुए आशियाने
Assam Floods: असम राज्य के 31 जिले विकराल बाढ़ का प्रकोप झेल रहे हैं। असम लगभग पूरा का पूरा ही पानी में डूबा हुआ है। इस आपदा में अब तक 18 लोग जान गंवा चुके हैं।
Assam Floods: असम में भारी बारिश से हालात लगातार खराब ही होते जा रहे हैं। हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। बारिश के बाद तबाही का रूप धर आई बाढ़ (Assam Floods) ने करीब 7.12 लाख लोगों को प्रभावित किया है। राज्य के 31 जिले विकराल बाढ़ का प्रकोप झेल रहे हैं। असम लगभग पूरा का पूरा ही पानी में डूबा हुआ है। जन-जीवन भी त्रस्त हो गया है। इस आपदा में अब तक 18 लोग जान गंवा चुके हैं।
बारिश और बाढ़ ने असम की सूरत ही एकदम पलटकर रख दी। ऐसे में असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक, असम के नगांव में 3.36 लाख से ज्यादा, कछार में 1.66 लाख, होजई में 1.11 लाख और दरांग में 52,709 लोग बुरी तरह प्रभावित हुए है।
जबकि 20 मई को कछार, लखीमपुर और नगांव जिले (assam floods 2022 affected areas) में बाढ़ के पानी में डूबने से करीब 2 बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो गई। सामने आई इस रिपोर्ट के मुताबिक, असम बाढ़ में करीब 18 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इसके अलावा भूस्खलन में अभी तक 5 लोगों की जान जा चुकी है।
लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन अथॉरिटी (ASDMA) के मुताबिक, राज्य में 6,80,118 लोग इस बारिश-बाढ़ आपदा से प्रभावित हैं। आगे ASDMA ने बताया कि 282 राहत कैंपों में बाढ़ प्रभावित 74,907 लोगों ने शरण ले रखी है। जिसमें से 214 राहत वितरण केंद्रों से लोगों को आवश्यक सामग्री का वितरण किया जा रहा है।
साथ ही राहत और बचाव कार्यों मे सेना, अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ ट्रेंड वॉलंटियर्स और तमाम एजेंसियों फंसे हुए लोगों की मदद के लिए जुटे हुए हैं। वहीं होजई जिले में प्रभावित लोगों की मदद के लिए 3 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि भी आवंटित की गई है।
दूसरी तरफ बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित दीमा हसाओ के मुख्यालय हाफलोंग जिले (assam floods 2022 affected areas) के सभी इलाकों में दूरसंचार की बंद पड़ी सेवाओं को फिर से शुरू करने की कोशिश की जा रही है। इस बारे में पूर्वोत्तर रेलवे ने बताया कि लामडिंग-बदरपुर हिल सेक्शन में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है, साथ ही पानी भर गया है। जिसकी वजह से 11 जोड़ी ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। वहीं 5 जोड़ी ट्रेनों को स्टेशन से पहले ही टर्मिनेट करना पड़ा।