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Weather Update: मेघालय और असम में मौत की बारिश, 44 लोगों की हो गई मौत, हजारों की जिंदगी तबाह

Weather Update: असम, मेघालय के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण यातायात बाधित हो गया है। उधर, अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण रास्ते टूट गए हैं और सड़कें बारिश से बह गई हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 16 Jun 2022 9:30 PM IST
Rainfall In Assam
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असम में बारिश। (Social Media)

Weather Update: पहले प्री मॉनसून बारिश का कहर झेल चुके असम पर अब मॉनसूनी बारिश (Monsoon rains now over Assam) सितम बन कर बरस रही है। यही हाल पड़ोसी राज्य मेघालय का है। दोनों राज्यों के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण यातायात बाधित हो गया है। उधर, अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन (Landslides in Arunachal Pradesh) के कारण रास्ते टूट गए हैं और सड़कें बारिश से बह गई हैं।

असम में हादसों में अब तक कम से कम 44 लोगों की मौत

असम के तामुलपुर जिले में बाढ़ (floods in tamulpur district of assam) की स्थिति और खराब हो गई है क्योंकि जिले के नए इलाकों में कई नदियों की बाढ़ का पानी भर गया है। लगातार बारिश के बाद, बोरोलिया, पगलादिया और मोटोंगा नदियों का जल स्तर ओवरफ्लो हो गया है और कई गांव जलमग्न हो गए हैं। इससे 20,000 से अधिक लोग हो गए हैं। बहुत से लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। असम में भारी बारिश (Heavy Rain In Assam) के कारण हुए हादसों में अब तक कम से कम 44 लोगों की मौत हो चुकी है।

राज्य के 18 जिलों में लगभग 75,000 लोग बाढ़ से प्रभावित

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Assam State Disaster Management Authority) के अनुसार, राज्य के 18 जिलों में लगभग 75,000 लोग बाढ़ की मौजूदा लहर से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के पानी ने 1731.18 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया है। असम में बाढ़ (Flood In Assam) की दूसरी लहर ने 18 जिलों को प्रभावित किया है। उनमें से तीन - कामरूप (मेट्रो), कामरूप और नलबाड़ी को शहरी बाढ़ जिलों के तहत टैग किया गया है। शहरी बाढ़ ने इस साल असम में मानसून की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 13 जून से जारी लगातार बारिश के कारण असम के प्रमुख शहर गुवाहाटी और नलबाड़ी शहर में कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।

गुवाहाटी में भूस्खलन के कम से कम 12 मामले आए सामने

बारिश के कारण गुवाहाटी में भूस्खलन के कम से कम 12 मामले सामने आए हैं, जिसमें अब तक चार लोगों की मौत हो गई है।ऐसी स्थिति बन गई है कि स्थानीय अधिकारियों ने सभी शिक्षण संस्थानों को शहरी क्षेत्रों में 18 जून तक बंद रखने को कहा है। उधर, मेघालय में भारी बारिश से राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन हुआ है। भारी बारिश के कारण पूर्वी जयंतिया हिल्स में राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर सड़क के कुछ हिस्से धंस गए, जिससे इलाके में यातायात बाधित हो गया है।

बारिश का सबसे उग्र रूप

पूरब का स्कॉटलैंड कहे जाने वाले मेघालय के चेरापूंजी में बुधवार को 811.6 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई, जो 1995 के बाद से जून में सबसे अधिक है। चेरापूंजी से 10 किमी की हवाई दूरी पर, भारत के सबसे नम स्थान मौसिनराम में इसी अवधि में 710.6 मिमी वर्षा हुई, जो जून 1966 के बाद से अधिकतम है। मौसिनराम में औसत वार्षिक वर्षा 11,872 मिमी होती है। इस क्षेत्र में इसकी उच्च ऊंचाई के कारण भारी वर्षा होती है, जो बंगाल की खाड़ी और मैदानी इलाकों से नमी से भरी हवाओं को ठंडा करती है, जिससे बादल बनते हैं और अंततः बारिश होती है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तेज बारिश जारी रहने की संभावना है।



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Deepak Kumar

Deepak Kumar

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