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108 Number Ka Mahatva : हल्के में न लें 108 नंबर, जानेंगे इसमें छिपा गूढ़ रहस्य, तो चौंक जायेंगे आप

108 Number Ka Mahatva : धार्मिक कर्मों में 108 बार जाप और 108 माला का जप कर ईश्वर की भक्ति की जाती है। 108 ऐसा अंक है जो हिन्‍दू धर्म में खास महत्व रखता है। इसे शिव का अंक मानते है। यही नहीं बौद्ध धर्म के अनुसार कहा गया है कि व्यक्ति के मन में कुल 108 प्रकार की भावनाएं पैदा होती

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 11 March 2022 1:15 PM IST
108 Number Ka Mahatva
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सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

108 Number Ka Mahatva

108 नंबर का महत्व

हिंदू धर्म में 108 और 1008 नंबर का खास महत्व रहता है। जैसे इस्लाम में 786 का होता है। धार्मिक कर्मों में 108 बार जाप और 108 माला का जप कर ईश्वर की भक्ति की जाती है। 108 ऐसा अंक है जो हिन्‍दू धर्म में खास महत्व रखता है। इसे शिव का अंक मानते है। यही नहीं बौद्ध धर्म के अनुसार कहा गया है कि व्यक्ति के मन में कुल 108 प्रकार की भावनाएं पैदा होती हैं।

मंत्र जाप में इस्तेमाल होने वाली माला में 108 मनके होते हैं। धार्मिक और पवित्र कामों में 108 अंक का विशेष महत्व है। इस 108 अंक का संबंध आध्यात्म के अलावा सांइस से भी हैं। तो आइए जानते हैं 108 अंक के पवित्र होने और इससे जुड़े वैज्ञानिक कारण क्या हैं?108 को शिव का अंक माना गया है। इसके पीछे वजह यह है कि मुख्‍य शिवांगों की संख्या 108 होती है। सभी शैव संप्रदायों खासतौर से लिंगायत संप्रदाय में रुद्राक्ष की माला में कुल 108 मनके होते हैं, जिनका जाप किया जाता है।

नक्षत्रों की संख्या और 108 अंक

108 अंक का संबंध भगवान शिव से हैं। भगवान शिव के 108 गुणों और मुद्राओं का वर्णन शिव पुराण में किया गया है। ज्योतिष और अंतरिक्ष विज्ञान में नक्षत्रों की संख्या 27 बताई गई हैं। साल भर में हर एक नक्षत्र के 4 अलग अलग चरण होते हैं। इस तरह 27 नक्षत्रों के कुल 108 चरण होते हैं। माना जाता है कि माला के 108 मनके इन 27 नक्षत्रों और उनके 4 चरणों को दर्शाते हैं।

कृष्ण का बचपन वृंदावन में ही बीता है। वृंदावन, गोकुल, बरसाने और नंदगांव की गोपियां उन्हें बहुत ही अधिक प्रिय थीं। इनकी संख्या भी 108 थी। इन 108 गोपियों के नाम जपने से भगवान कृष्ण अत्यंत खुश हो जाते हैं। इन नामों को बेहद पवित्र और शुभ माना गया है। श्रीवैष्णव धर्म में विष्णु के 108 दिव्य स्थानों पर स्थापित होने की बात लिखी है। इसे '108 दिव्यदेशम' कहा गया है।

108 नंबर श्वास की संख्या

कहते हैं कि एक स्वस्थ आदमी दिन में 21600 बार श्वास लेता है। हर 12 घंटे में 10800 श्वास लेता है। दिन का समय दैनिक कामों में खत्म हो जाता है और शेष बचे समय में ध्यान करना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं पाता है, इसलिए माला में 108 मनके बनाए गए है। इससे हम आसानी से ध्यान करते हुए जप कर सके।

सूर्य और 108 अंक

सांइस के अनुसार एक साल में सूर्य 216000 कलाएं बदलता है। इसके साथ साथ साल में दो बार सूर्य की स्थिति भी बदलती है। हर 6 महीने में सूर्य 108000 कलाएं बदलता है। इसी सिद्धांत पर माला में 108 मनके निर्धारित किए गए हैं, जिसका एक एक मनका सूर्य की कला का प्रतीक होता है।

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया


ज्योतिष और 108 अंक

ज्योतिष के अनुसार ब्रह्मांड को 12 भागों में बांटा गया है। इन्हें हम 12 राशियों के नाम से जानते है। इन 12 राशियों में ही 9 ग्रहों का विचरण होता है। अगर 12 राशियों और 9 ग्रहों का गुणा किया जाए तो हमें 108 अंक प्राप्त होता है। इसी सिद्धांत पर माला में 108 मनके होते है, जो नवग्रह और 12 राशियों को प्रदर्शित करते हैं।

माला के साथ मंत्र जाप करने से मनोकामना जल्दी पूरी होती है। मनको से हमारे मंत्र जाप का ज्ञान भी रहता है। हर माला में 108 मनकों के साथ एक बड़ा मनका भी होता है, इससे माला के पूरे होने का पता चलता है। शास्त्रों में कहा गया है कि संख्याहीन मंत्रों का जाप करने से फल देरी से मिलता है या कभी- कभी मंत्र जाप व्यर्थ हो जाते हैं। इसलिए हमेशा मंत्रों का जाप 108 मनकों की माला के साथ ही करना चहिए।



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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