×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

12 September 2023 Ka Panchang Tithi In Hindi: देखिए आज का पंचांग, जानिए शुभ-अशुभ मुहूर्त

12 September 2023 Ka Panchang Tithi In Hindi: ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। जानने के लिए देखिए आज का पंचांग

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 10 Sept 2023 6:13 PM IST
12 September 2023 Ka Panchang Tithi In Hindi: देखिए आज का पंचांग, जानिए शुभ-अशुभ मुहूर्त
X

12 September 2023 Ka Panchang Tithi In Hindi, सांकेतिक तस्वीर सोशल मीडिया

12 September 2023 Ka Panchang Tithi in Hindi: 12 सितम्बर 2023 का पंचांग तिथि हिंदी:

12 सितम्बर 2023 का पंचांग तिथि हिंदी: पंचांग का ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। इसकी मदद से हम दिन के हर बेला के शुभ और अशुभ समय का पता लगाते हैं। उसके आधार पर अपने खास कर्मों को इंगित करते हैं।

आज 12 सितम्बर 2023 मंगलवार का दिन है। सावन मास (sawan Month) की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी 02:21 AM, Sep 13 तक, सूर्य -सूर्य सिंह राशि में है,, योग- शिव योग 01:11 AM तक, उसके बाद सिद्ध योग, करण -गर 01:07 PM तक, बाद वणिज 02:21 AM तक, बाद विष्टि है, आज का दिन बहुत ही शुभ फलदायक है। देखिए आज का पंचांग...

आज 12 सितम्बर का पंचांग

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत- 1944 शुभकृत्

विक्रम सम्वत- 2079

आज की तिथि

  • आज का तिथि- त्रयोदशी 02:21 AM, Sep 13 तक
  • आज का नक्षत्र-त्रयोदशी 02:21 AM, Sep 13 तक
  • आज का करण-वणिज और गर विष्टि
  • आज का पक्ष- कृष्ण पक्ष
  • आज का योग-शिव
  • आज का वार- मंगलवार

    एकादशी तिथि - पारण समय - 11 सितंबर, सुबह 6:15 - सुबह 8:43

आज सूर्योदय- सूर्यास्त का समय (Sun Time)

  • सूर्योदय- 6:16 AM
  • सूर्यास्त--6:31 PM

आज चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय ( Moon Time)

  • चन्द्रोदय- 3:40 AM,12 सितंबर
  • चन्द्रास्त-5:16 PM,12 सितंबर
  • सूर्य - सिंह राशि में

आज चन्द्रमा की राशि (Moon Sign)

  • चन्द्रमा - सिंह राशि पर संचार करेगा
  • दिन-मंगलवार
  • माह-भाद्रपद माह
  • व्रत-प्रदोष व्रत

आज का शुभ मुहूर्त (Today Auspicious Time)

  • अभिजीत मुहूर्त--11:58 AM से 12:47 PM
  • अमृत काल-09:13 PM से 11:01 PM
  • ब्रह्म मुहूर्त- 04:39 AM से 05:27 AM
  • विजय मुहूर्त-02:00 PM से 02:50 PM
  • गोधूलि मुहूर्त-05:57 PM से 06:21 PM
  • निशिता काल-11:42 PM से 12:25 AM, 13 सितंबर

    आज का शुभ योग (Aaj Ka Shubh Yoga)

  • सर्वार्थ सिद्धी योग-05:42 AM से 11:01 PM
  • रवि पुष्य योग- नहीं है
  • अमृतसिद्धि योग--नहीं है
  • त्रिपुष्कर योग-नहीं है
  • द्विपुष्कर योग-नहीं
  • अभिजीत मुहूर्त-11:58 AM से 12:47 PM
  • गुरू पुष्य योग - नहीं

    आज का अशुभ समय( Today Bad Time)

  • राहु काल- 3:26 PM से 04:58 PM तक
  • कालवेला / अर्द्धयामसे-09:50:25 से 10:40:05 तक
  • दुष्टमुहूर्त- 12:19:25 से 13:09:05 तक, 14:48:24 से 15:38:04 तक
  • यमगण्ड-10:21:28 से 11:54:35 तक
  • भद्रा- 02:21 AM, Sep 13 से 05:43 AM, Sep 13
  • गुलिक-13:27:42 से 15:00:49 तक
    • गंडमूल-पूरे दिन

      आज का चौघड़िया (Today Choghadiya)


      दिन का चौघड़िया

      • रोग 06:16 AM 07:48 AM
      • उद्बेग (वार वेला) 07:48 AM 09:19 AM
      • चर 09:19 AM 10:51 AM
      • लाभ 10:51 AM 12:23 PM
      • अमृत 12:23 PM 13:55 PM
      • काल (काल वेला) 13:55 PM 15:26 PM
      • शुभ 15:26 PM 16:58 PM
      • रोग 16:58 PM 18:30 PM

रात का चौघड़िया

  • काल 18:30 PM 19:58 PM
  • लाभ (काल रात्रि) 19:58 PM 21:26 PM
  • उद्बेग 21:26 PM 22:55 PM
  • शुभ 22:55 PM 00:23 AM
  • अमृत 00:23 AM 01:51 AM
  • चर 01:51 AM 03:20 AM
  • रोग 03:20 AM 04:48 AM
  • काल 04:48 AM 06:16 AM
  • पंचांग क्या होता है?


    पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। हर दिन की तिथि का निर्धारण सूर्य और चंद्मा में भेद के आधार पर होता है और पंचांग के आधार पर हर दिन के शुभ-अशुभ समय का निर्धारण करते हैं। इसके आधार पर अपने काम को आसान बनाते हैँ। आज का पंचांग में तिथि, पक्ष, माह, नक्षत्र भी देखना जरुरी होता है। क्योंकि हर एक शुभ कार्य के लिए अलग अलग नक्षत्र होता है। सूर्योदय से दूसरे दिन सूर्योंदय के कुछ पहर पहले तक ही एक तिथि मानी जाती। चंद्रमा का स्थान जिस दिन चंद्रमा जिस स्थान पर होता है। उस दिन वही नक्षत्र और राशि मानी जाती है। चंद्रमा एक राशि में ढ़ाई दिन तक रहते हैं।

    तिथि वारं च नक्षत्रं योगं करणमेव च।

    पंचांगस्य फलं श्रुत्वा गंगा स्नानं फलं लभेत् ।।

    • आदिकाल में ही इस श्लोक के माध्यम से पंचांग को परिभाषित किया है।
    • तिथि- पंचांग का पहला अंग तिथि है। जो 16 है। इनमें पूर्णिमा और अमावस्या दो प्रमुख तिथियां है। जो दो पक्षों का निर्धारण करते हैं। कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। पूर्णिमा और अमावस्या दोनों तिथि माह में एक बार आती है।
    • नक्षत्र- नक्षत्र 27 होते हैं। लेकिन एक मुहूर्त अभिजीत नक्षत्र है जो शादी विवाह के समय देखा जाता है। इसे मिला कर 28 नक्षत्र भी कहे जाते है।
    • योग- 27 होते है। मनुष्य के जीवन में योग का बहुत महत्व है।
    • करण- 11 होते हैं। 4 स्थिर व 7 परिवर्तनशील है।
    • वार- सप्ताह में 7 दिन होते हैं। जो रविवार से शुरू, सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार, और शनिवार पर खत्म होते हैं।


12 सितंबर अगस्त 2023 मंगलवार कृष्ण पक्ष भाद्र मास का त्रयोदशी 02:21 AM, Sep 13 तक, नक्षत्र-अश्लेशा 11:01 PM तक उसके बाद मघा है। आज के दिन कोई भी शुभ काम करना हो तो कर सकते हैं। आज का दिन हर दृष्टि से शुभ फलदायी है। अगर किसी शुभ काम को शुरू करना हो, गाड़ी, मकान वस्त्र -आभूषण कुछ भी खरीदना हो तो यहां जान लीजिए शुभ मुहूर्त और अशुभ मुहूर्त।मंगलवार के दिन कुछ लोगों के लिए भाग्यशाली रहने वाला है।

दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

12 September 2023 Ka Panchang Tithi in Hindi, सुप्रभात 12 सितंबर का शुभ मुहूर्त,12 September 2023 का पंचांग तिथि, सुप्रभात आज का पंचांग 12 सितंबर 2023 ,कल का पंचांग , 12 सितंबर 2023,आने वाले कल का पंचांग 12 सितंबर 2023 ,कल शुभ मुहूर्त कब है 12 September 2023 Ka Choghadiya 12 सितंबर 2023 का पंचांग 12 सितंबर 2023 पञ्चाङ्ग,12 सितंबर 2023 हिन्दू पंचांग,12 सितंबर 2023 शुभ मुहूर्त शुभ योग,12 September 2023 Shubh Muhurat Shubh Yog आज का पंचांग



\
Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story