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2022 Ka Pahla Din Khas Sanyog : जानिए 1 जनवरी 2022 को बन रहा कौन-सा खास संयोग, करें ये काम कम होगा शनि का प्रकोप

2022 Ka Pahla Din Khas Sanyog : पौष मास की पहली शिवरात्रि 1 जनवरी 2022 को होने से नया साल खास बन जाता है। मासिक शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा माता पार्वती के साथ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 30 Dec 2021 2:44 PM IST (Updated on: 30 Dec 2021 2:50 PM IST)
2022 Ka Pahla Din Khas Sanyog :
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

2022 Ka Pahla Din Khas Sanyog :


2022 का पहला दिन 1 जनवरी खास संयोग:
साल 2022 का पहला दिन यानि 1 जनवरी 2022 ( 1 January 2022 )की शुरुआत शनिवार से हो रही है। इस दिन की तिथि त्रयोदशी और चतुर्दशी है जो मासिक शिवरात्रि कहलाती है। साल के पहले दिन शिव और शनि की पूजा करने से विशेष फल मिलेगा।क्योंकि इस दिन मासिक शिवरात्रि ( Masik Shivratri ) होने से व्रत ( Vrat) और शिव पूजा ( Lord shiva ) का महत्व होता है तो शनिवार शनिदेव को समर्पित दिन है। इस दिन शनि की पूजा और सेवा का विधान है।

1 जनवरी 2022 को मासिक शिवरात्रि ( 1 January 2022 Ko Masik Shivratri)

धर्म शास्त्रों में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि को मासिक शिव रात्रि का व्रत रखते है। कहते है। हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि भगवान शिव को अतिप्रिय है। इस दिन व्रत रखने का भी विधान है। शिव भक्त मासिक शिवरात्रि व्रत शुरू करना चाहते हैं, उन्हें पालन इसकी शुरुआत महाशिवरात्रि के दिन से करनी चाहिए और साल भर की मासिक शिवरात्रियों पर उपवास और पूजन कर सकते हैं। मान्यता है कि शिवजी की कृपा से मासिक शिवरात्रि व्रत रखने वाले के असंभव और कठिन से कठिन काम पूरे हो जाते हैं। कहा जाता है कि शिवरात्रि की रात श्रद्धालुओं को जागरण करना चाहिए और आधी रात के वक्त शिव पूजा करनी चाहिए. अविवाहित युवतियां विवाह के लिए मासिक शिवरात्रि व्रत रखती हैं जबकि विवाहितें शादीशुदा जीवन में शांति के लिए यह व्रत रखती हैं।

1 जनवरी के दिन शुभ मुहूर्त ( Shubh Muhurat)

पौष मास की पहली शिवरात्रि 1 जनवरी 2022 को होने से नया साल खास बन जाता है। मासिक शिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन भगवान शिव की विधि पूर्वक पूजा माता पार्वती के साथ करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन के भी पंचांग के अनुसार चतुर्दशी की तिथि का आरंभ और समापन है। त्रयोदशी 07:17 AM तक उसके बाद चतुर्दशी 03:41 AM, 02 जनवरी तक है। इस बार 1 जनवरी 2022, शनिवार को पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र, विष्टि और शकुनि करण और गण्ड योग भी रहेगा। 11:31 AM से 12:56 PM के बीच तक अमृतकाल है जो इस दिन को खास बनाता है।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)


1 जनवरी को इन कामों से बनाये खास

  • कहते हैं साल के पहले दिन की शुरुआत अगर अच्छी हो तो पूरा साल अच्छा जाता है तो पहले दिन अगर शनि और शिव की पूजा करते हैं तो वर्षभर उनदोनों का आशीर्वाद बना रहता है। जानते हैं क्या क्या करना चाहिए ताकि यह दिन खास बने।
  • इस दिन शनि मंदिर में शनि देव की पूजा करें और गरीबों को भोजन कराने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
  • इस दिन शुभ समय में सुबह या शाम को शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं।काली उड़द का दान करें। काला कंबल जरूरतमंदों को दान करें।
  • शनिवार के दिन शनि चालीसा और शनि आरती का पाठ करें।
  • इस दिन शिव मंदिर में 108 दीप जलायें और रुद्राभिषेक भी करवाये।
  • शिव भगवान को प्रसन्न करने के लिए 108 बार श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का पाठ करें।
  • झूठ बोलने से बचें और पार्टी में मांस-मदिरा से परहेज करें।

सबका सम्मान करें किसी का मजाक न उड़ाये चाहे गरीबी हो या व्यवहार।गलत संगत से दूर रहेंगे तो ईश्वर की कृपा आप पर बरसेगी और आपके लिए साल अच्छा जायेगा। जिन लोगों पर शनि का प्रकोप ढैय्या और साढ़ेसाती के रुप में है तो वो भी इस तरह से काम करते हैं तो शनि का प्रकोप और ढैय्या और साढ़ेसाती भी कम होगा।


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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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