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Aaj ka Mantra: हर दिन करें काल भैरव के इन मंत्रों का जाप, देखिए चमत्कार, कैसे दूर होता है जीवन से संकट काल

Aaj ka Mantra: भगवान शिव के अवतार काल भैरव की पूजा आराधना से हर इच्छा पूरी होती है। इनकी आराधना अगर मंत्रों से की जाये तो ये जल्दी प्रसन्न होते हैं जानिए कैसे....

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 6 Jan 2024 9:45 AM IST (Updated on: 6 Jan 2024 9:45 AM IST)
Aaj ka Mantra: हर दिन करें काल भैरव के इन मंत्रों का जाप, देखिए चमत्कार, कैसे दूर होता है जीवन से संकट काल
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Aaj Ka Mantra हिंदू धर्म में 33 कोटी देवी देवता है उनकी पूजा का विधान है। हर देव के कई अवतार है। इन्ही में रुद्र अवतार काल भैरव है। इनकी विधि-विधान के साथ पूजा करने से खुशहाली और शनि दोष भी मिटता है। धार्मिक मान्यताओं के बाबा काल भैरव की पूजा-अर्चना करने से जातक के जीवन से सभी संकट, काल, दुख दूर हो जाते हैं। वहीं ऐसी मान्यता है कि बाबा काल भैरव के कुछ मंत्रों का जाप करने से जातक के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।तो जानते हैं इन खास मंत्रों के बारे में। जो काल भैरव की अराधना में करने से लाभ मिलते हैं...

काल भैरव देते हैं आनंद

भैरव का अर्थ है भयानक या भयावह। काल भैरव भगवान शिव का भयानक अवतार हैं। किन्तु जो सच्ची श्रद्धा से उनकी शरण में आता है, वह प्रसन्न भी बहुत ही जल्दी होते हैं। उनके प्रभावी मंत्रों का नियमित जाप काल भैरव की असीम कृपा दिलाता है। यदि आप नियमित रूप से काल भैरव के मंत्र का जाप करते हैं तो आपको ज्ञात-अज्ञात शत्रु, अर्थिक संकट के अलावा मोह, लालच, ऊपरी बाधा से मुक्ति मिलती है। साथ ही अगर सच्ची लगन होती है, उन्हें काल भैरव महाराज दर्शन भी दे देते हैं।

हर शिव और मां शक्ति के मंदिर में काल भैरव महाराज की स्थापना अवश्य होती है। भगवान काल भैरव काशी के स्वामी हैं। उन्हें पंच तत्वों (अग्नि, वायु, पृथ्वी, आकाश और जल) के स्वामी के रूप में भी पूजा जाता है।

काल भैरव के मंत्र और उनके चमत्कार

मंत्र: 'ॐ ह्रीं वं भैरवाय नमः'

लाभ: इस मंत्र का जाप करने से भैरव जी की कृपा से भय, चिंता, और आत्मविश्वास की समस्याएं दूर होती है

मंत्र: 'भैरवाय नमः'

लाभ: यह मंत्र व्यक्ति को नेगेटिव ऊर्जा से मुक्त करके उसके जीवन में सकारात्मकता लाता है।

मंत्र: 'ॐ बतुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बतुकाय हुं फट् स्वाहा'यह बीज मंत्र कोई भी व्यक्ति कर सकता है। सुबह स्नानादि करने के पश्चात उत्तर दिशा की ओर मुख करके 11 माला का जाप करना चाहिए।

लाभ: इस मंत्र का जाप करने से आपदाएं और बदहाली से मुक्ति मिलती है।

मंत्र: 'भैरवाय नमस्कृतोऽस्तु भैरवाय स्वाहा'

लाभ: इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को शत्रुओं से रक्षा होती है और उसकी रक्षा के लिए भैरव की कृपा बरसती है।

मंत्र: 'ॐ ह्रीं बगलामुखाय पंचास्य स्तम्भय स्तम्भय मोहय मोहय मायामुखायै हुं फट् स्वाहा'

लाभ: यह मंत्र मोह और आत्मविकार के खिलाफ एक अच्छा संरक्षण प्रदान करते है।

मंत्र: 'हुं फट् स्वाहा'

लाभ: इस मंत्र का उच्चारण करने से शत्रुओं से बचाव हो सकता है और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

मंत्र: 'ॐ नमो नरसिंह भैरवाय अमुकं मम वशमानय स्वाहा'

लाभ: यह मंत्र अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होता है और सिर्फ आपकी इच्छा के अनुसार काम करता है।

मंत्र: 'ॐ हुं फट् स्वाहा'

लाभ: इस मंत्र का जाप करने से भैरव जी की कृपा से आपकी सभी संघर्षों में सफलता हासिल मिलती है।

मंत्र: 'ॐ भैरवाय फट्'

लाभ: इस मंत्र का जाप करने से आपके चेहरे पर खुशियाँ और समृद्धि आती हैं।

मंत्र: 'ॐ ह्रीं नमो भगवते भैरवाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु भगवान्'

लाभ: इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति को संकटों से मुक्ति मिल सकती है और उसका भगवान भैरव द्वारा संरक्षण मिलता है।

ॐ कालाकालाय विद्महे,
कालातीताय धीमहि,
तन्नो काल भैरव प्रचोदयात् ||

यह मंत्र सुबह या शाम किसी भी समय किया जा सकता है। उत्तर दिशा की ओर मुख करके यह जाप 108 बार करना चाहिए।

इन मंत्रों का नियमित तो करना चाहिए लेकिन किसी जानकार से मार्गदर्शन लेकर शुरु करना चाहिए।इन मंत्रों के जाप से नकारात्मक गतिविधियों के बुरे परिणामों को कम होते है।सभी बाधाओं को दूर होतीहै।यह व्यक्ति को सभी बीमारियों और विकारों से मुक्त करता है।मंत्र आपको लंबे समय से चल रहे कानूनी विवाद को जीतने में मदद करता है।मंत्र निर्धनता को दूर करता है


Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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