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कंघी का वास्तु शास्त्र: बाहर भी ले जाते हैं साथ तो जान लें हानि होगा या लाभ

महिला हो या पुरुष दोनों के लिए बाहर अपने साथ लिए जाने वाला कंघा या कंघी वास्तु की दृष्टि से ले जाना सही है या गलत जानिए।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 23 April 2021 8:00 AM IST (Updated on: 23 April 2021 8:50 AM IST)
कंघी का वास्तु शास्त्र: बाहर भी ले जाते हैं साथ तो जान लें हानि होगा या लाभ
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सांकेतिक तस्वीर( साभार-सोशल मीडिया)

लखनऊ : जीवन(Life)में उपयोग की जाने वाली हर छोटी या बड़ी वस्तु का अपना महत्व होता है़। इसलिए किसी भी वस्तु का इस्तेमाल करते समय वास्तु (Vastu)के प्रति सजग रहें, क्योंकि यही सजगता जीवन में उन्नति ला सकती है़। इसके विपरीत वास्तु को अनदेखा करना महंगा भी पड़ सकता है़।

अक्सर लोग घर से बाहर निकलते समय अपनी जेब में छोटी सी कंघी (Comb) रखते हैं ताकि वह बाहर अपने बिगड़े हुए बालों को फिर संवार सकें। जानते हैं कि इस संबंध में वास्तु शास्त्र क्या कहता है? पॉकेट की जेब में कंघी रखना चाहिए या नहीं?

ऐसी कंघी से होगी हानि

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर से बाहर निकलते समय अपने साथ ऐसी वस्तुओं को नहीं रखना चाहिए, जो हमें नकारात्मक ऊर्जा प्रदान करें, क्योंकि घर से बाहर आप किसी खास प्रयोजन से जा रहे होते हैं या अपने ऑफिस पर अपनी ड्यूटी के लिए जा रहे होते हैं। ऐसे में सकारात्मक ऊर्जा सदा आपके साथ रहना चाहिए। साथ ही कंघी साफ-सुथरी होनी चाहिए। कंघी में कहीं भी धूल या मैल आदि नहीं चिपका हुआ होना चाहिए। क्योंकि गंदी कंघी आर्थिक हानि को बढ़ावा देती है।

घर के बाहर जाते समय अपने साथ कंघी लेकर निकलना इसलिए अच्छा माना जाता है क्योंकि आप इससे आप अपने बिखरे हुए बालों को सवारेंगे। इससे न केवल आपके बाल ही संवरेंगे, बल्कि आपकी जिंदगी भी संवर जाएगी।

वास्तु शास्त्र बिगड़ी या बिखरी हुई चीजों को सुधारने का काम करता है। या यह कहा जाना चाहिए कि साथ ले जाने वाली कंघी आपको अपने कार्य में सफलता प्रदान करती है। क्योंकि बाहर अपने बिखरे हुए बालों को संवारते समय आप में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।चारों ओर एक सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है।

पास में जरूर रखें कंघी

ऐसे में चाहे महिला हो या पुरुष दोनों के लिए बाहर अपने साथ लिए जाने वाला कंघा या कंघी वास्तु की दृष्टि से लाभदायक है, क्योंकि कंघी के माध्यम से आप अपने बिखरे हुए बालों से उत्पन्न वास्तु दोष को समाप्त करने के लिए उसका उपयोग कर रहे हैं। इसलिए कंघी या कंघा अपने साथ ले जाना शुभता का प्रतीक है।

बाहर जाते समय कंघी लेकर जाते समय इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि कंघी कभी भी खुली हुई नहीं होनी चाहिए। क्योंकि खुली हुई कंघी असफलता को आमंत्रित करती है। इसलिए बाहर ले जाने वाली कंघी खरीदते समय आप इस बात का विशेष ध्यान रखिए कि वह कंघी किसी केस या कवर में रखी हो।

यदि आप बिना केस या कवर वाली खुली कंघी खरीदते हैं तो ऐसी दशा में किसी कागज या कपड़े के कवर में रखकर उसे अपनी जेब या पर्स में रखना चाहिए। क्योंकि साथ रखी हुई खुली कंघी विपत्तियों को आमंत्रित करती है़। अब आप जब भी अपने साथ घर से बाहर जाते समय यदि कंघी पास रखें।


इन बातों पर अवश्य ध्यान दें-

*कंघी में मैल नहीं होना चाहिए।

*कंघी कवर में होनी चाहिए।

*पास में रखने जाने वाली कंघी अगर काले रंग के बजाय किसी अन्य रंग की हो तो अति उत्तम है।

*पॉकेट में रखी जाने वाली कंघियो की संख्या केवल एक ही होना चाहिए, अधिक नहीं।

* वास्तु के अनुसार,क अगर आपके साथ जाने वाली कंघी नई और रंग-बिरंगी हो तो जीवन में सुखद क्षणों की वृद्धि होती है।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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