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Akhilesh Yadav Horoscope 2024: अखिलेश के राजनीतिक सितारे, लोकसभा चुनाव में क्या कर रहे हैं इशारे ?
Akhilesh Yadav Horoscope 2024: समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के लिए आम चुनाव का परिणाम कैसा रहेगा जानते है उनकी कुंडली...
Akhilesh Yadav Horoscope 2024 (अखिलेश यादव के राजनीतिक सितारे): समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव बहुत समय से सत्ता से दूर हैं, चुनाव में हार के बाद भी जनता में लोकप्रिय रहे यूपी के सबसे कम उम्र के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की किस्मत पलटी मार रही है। ऐसे में 2024 का लोकसभा चुनाव उनके लिए कैसा रहेगा। चुनावी भविष्य जानने के लिए देखते है अखिलेश के राजनीतिक सितारे, क्या कर रहे हैं इशारे।
अखिलेश यादव की कुंडली क्या कहती है? (Akhilesh Yadav ki Kundli)
जन्मतिथि : रविवार 1 जुलाई 1973
जन्म स्थान : सैफई, शहर, उत्तर प्रदेश, भारत
जन्म समय : दोपहर 2:00 बजे
चंद्र राशि : मिथुन
नक्षत्र : पुनर्वसु
सूर्य राशि (पश्चिमी) : कर्क
सूर्य राशि (भारतीय) : मिथुन
जानते है आने वाले समय में अखिलेश यादव के लिए कैसा रहेगा। अखिलेश यादव की कुंडली विश्लेषण से पता चलता है कि उनकी कुंडली कन्या लगन की है∣ उनकी राशि में मिथुन है∣ उनकी राशि में बुध की महादशा चल रही है। साथ ही शनि की अंतर्दशा होने के कारण फिलहाल सत्ता से दूर रहेंगे। हां गुरु की वजह से थोड़ी बहुत सफलता मिलेगी। 1 जुलाई 1973 को जन्मे अखिलेश यादव की कुंडली में ऐसी ग्रह दशा है।
उनकी कुंडली में चार ग्रहों की युति मिथुन राशि संग है। जिसमें शनि, चंद्र, केतु और सूर्य ग्रह शामिल है। इन ग्रहों का समूह उन्हें आक्रामक, साहसी और इमोशनल अंहकारी भी बनाएगा। शनि-केतु का साथ उनकी कुंडली में दोष भी बना रहा है। साथ ही विष दोष भी चंद्र के साथ होने से उन्हें राजनीतिक में ऊंचे पायदान तक पहुंचने से रोक रहा है।उनकी कुंडली में ग्रहण दोष भी है, जो उनको उतना सफल नहीं बना रहा जितना बनाना चाहिए।
यह स्थिति अनुकूल नहीं है। यह वर्ष अखिलेश यादव के लिए परेशानियों भरा रहेगा। माता की वजह से अखिलेश यादव तनावग्रस्त रहेंगे। अपने घनिष्ठ सहयोगियों व रिश्तेदारों से विवाद की संभावना है। पद खोने अथवा घटने की भी संभावनाएं हैं।
अखिलेश यादव के सितारे क्या कहते हैं..
चंद्र बुध के साथ योग उनको थोड़ी बहुत सफलता दिलाएगा। और राजनीति में मजबूत छवि देगा। फिलहाल शनि की ढैय्या भी अवरोध पैदा कर रही है। कई बार उन्हें विरोध झेलने पड़ेंगे। साथ ही केतु की महादशा भी उन्हे 24 तक परेशान करेंगी।राहु और केतु का 12वें और छठें भाव में होने से अखिलेश यादव को ग्रहों के दोष का सामना करना पड़ेगा। जो उनके लिए अच्छा समय लेकर नहीं आया हैं। राजनीति मे स्थिरता और जीत फिलहाल के वक्त में मुश्किल है।शनि की ढैय्या सेहत और संबंधों को लेकर परेशान कर रही है। बहुत से लोग साथ आएंगे और साथ छोड़ भी जायेंगे। मानसिक तनाव से भी गुजरना पड़ सकता है। वर्तमान में केतु की महादशा में सूर्य का अंतर चल रहा है। कुंडली में भी केतु व सूर्य का ग्रहण योग दशम भाव बना हुआ है। यह योग पिता व पुत्र में विक्षोभ कराता है। ज्योतिष बताते हैं कि उनकी जन्मकुंडली में देवगुरु बृहस्पति ग्रह अपनी स्वराशि धनु में राहु के साथ स्थित हैं। जो कि गुरु चांडाल योग का निर्माण करता है। यही कारण रहा कि विधानसभा चुनावों में अखिलेश यादव ने शिकस्त पाई। मतलब कि शुक्र मिथुन और बुध की महादशा कर्क -चंद्रमा से उन्हें भावुकता बढेगी। गुरु- बुध की युति थोड़ी बहुत हत देगी। वे केंद्र की सत्ता की ओर भी बढ़ने का मन बनायेंगे।
एक बात है उनकी कुंडली का हंस नामक दिव्य पंचमहापुरुष योग उन्हें हमेशा जन समर्थन और प्यार देता रहेगा। इस योग वाले लोगो सब प्रेम करते है उनके शत्रु और विरोधी भी उनका सम्मान करते हैं , परन्तु गुरु के साथ जहा राहु चांडाल योग बना रहा है । अभी आने वाले समय में सत्ता उनसे दूर रहेगी। साथ में मानसिक उलझने भी साथ लाएगी ||
अखिलेश यादव सत्ता में 2024 संघर्षप्रद रहेगा
अखिलेश यादव के लिए आगे आने वाले समय में राजनीति में बदलाव शुरू होगा। लेकिन अभी सत्ता में पदासीन होने में वक्त लगेगा। राजनीति में उनकी आलोचना और समालोचना होती रहेगी। ग्रहों के बदलाव के परिणाम स्वरूप सत्ता के करीब भी आयेंगे। तो ग्रहों की चाल को देख कहा जा सकता है कि लाख प्रयासों के बाद भी अभी सत्ता के शीर्ष और सीएम बनने के लिए समय उचित नहीं है।
7 जून 2024 तक उनकी तुला लग्न कुंडली में बृहस्पति की विंशोत्तरी दशा और सूर्य की अंतर्दशा चल रही है। बृहस्पति तीसरे घर में राहु के साथ युति में है और उस पर 2रे और 7वें स्वामी मंगल की दृष्टि है जो कि ' अखिलेश यादव की तुला लग्न कुंडली के लिए मारक ग्रह। लेकिन बृहस्पति नवमांश में उच्च का है इसलिए यह कुछ आशा भी देता है।
अंतर्दशा स्वामी सूर्य 11वें स्वामी हैं, जो लग्न में नवमेश बुध के साथ अच्छे 'धन योग' में स्थित हैं, जो लोकसभा चुनाव में कुछ संतोषजनक प्रदर्शन का आश्वासन दे रहा है। अखिलेश यादव केंद्र की सत्ता में तो नहीं आ पाएंगे लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी समाजवादी पार्टी के लिए संतोषजनक प्रदर्शन जरूर दर्ज करा पाएंगे जो फिलहाल संघर्ष कर रही है.
इस साल सफलता-असफलता के बीच परिणाम मिलता रहेगा। इसलिए सपा नेता अखिलेश यादव को भी ग्रहों की इस स्थिति से दो-चार होना पड़ेगा। साथ हीआने वाले साल 2024तक परेशानियों को झेलने के बाद समय थोड़ा अच्छा होगा और जो 2036 में एक बार फिर सितारे बुलंदी पर रहेंगे।