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Shravan Maas 2024: श्रावण मास, श्री नीलकण्ठ महादेव
Shravan Maas: जीवन को आनन्दपूर्ण बनाने के लिए आवश्यक है कि जो बातें आपके लिए अहितकर हों
Shravan Maas: भगवान शिव का एक नाम नीलकंठ भी है।समुद्र मंथन के समय निकले विष को भगवान शिव ने न अपने भीतर जाने दिया और न ही मुख में रखा अपितु अपने कंठ में रख लिया।जीवन को आनन्दपूर्ण बनाने के लिए आवश्यक है कि जो बातें आपके लिए अहितकर हों, आप उन्हें न अपने मुख में रखें और न अपने भीतर जाने दें,अपितु भगवान नीलकण्ठ महादेव की तरह पचाना सीखें।
( लेखक धर्म व अध्यात्म के विशेषज्ञ हैं ।)
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