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Buddha Purnima 2021: इस बार बुद्ध पूर्णिमा पर बन रहा बहुत खास संयोग, इन 4 मुहूर्तों में करें स्नान-दान

Buddha Purnima 2021: 26 मई बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के 12 अवतारों में एक भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 20 May 2021 10:55 AM IST
बुद्ध पू्र्णिमा  शुभ मुहूर्त में करें स्नान
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 सांकेतिक फोटो ( सौ.से सोशल मीडिया)

बुद्ध पूर्णिमा कब है 2021

इस बार बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) 26 मई को है। इस दिन भगवान विष्णु के 12 अवतारों में एक भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। महात्मा बुद्ध का जन्म ईसा से 563 साल पहले नेपाल के लुम्बिनी वन में वैशाख की पूर्णिमा को हुआ था।

हिंदू और बौध धर्मावलंबियों के लिए यह दिन बहुत खास है। इस दिन नदियों और सरोवरों में स्नान दान का बहुत महत्व कहते है कि इस दिन गरीबों के सेवा और दान जरूर करना चाहिए, लेकिन इस बार कोरोना के कारण यह सब संभव नहीं हैं।

बुद्ध पूर्णिमा के दिन घर पर ही रहकर बुद्ध भगवान और विष्णु भगवान क पूजा करने से कल्याण होता है और मुक्ति का मार्ग मिलता है। जानिए कब किस मुहूर्त स्नान और पूजा करें...

शुभ मुहूर्त

बुद्ध पूर्णिमा के दिन पूर्णिमा तिथि का आरंभ 25 मई मंगलवार की रात 08.30 pm से शुरू होकर 26 मई बुधवार के दिन शाम 04.45pm तक रहेगा।

इस दिन सूर्य वृष राशि में और चंद्रमा वृश्चिक राशि में और दो नक्षत्र अनुराधा और फिर ज्येष्ठा रहेगा। बुद्ध पूर्णिमा के दिन दो योग शिव और सिद्ध योग बन रहे हैं। शिव योग सुबह 03.02 am से शुरू होकर रात 10.51pm तक रहेगा, फिर सिद्ध योग शुरू होगा। इन दोनों योगों में किए गए काम पर ईश्वरीय कृपा बनी रहती है।

बुद्ध पूर्णिमा पर कब करें स्नान

ब्रह्म मुहूर्त- 03.54 am से 04.35 am तक

विजय मुहूर्त- 02.22 pm से 03.16 pm तक

गोधूलि मुहूर्त -06 .41 pm से 07.05 pm तक

अमृत काल- 04- 08 pm से 05.32 pm तक

इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है।




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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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