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Budhwar Ke Upar: बुधवार को भगवान गणेश और माता सरस्वती की करें इस तरह से पूजा, ज्ञान, धन और सुख शांति में होगी वृद्धि

Budhwar Ke Upay: हिंदू धर्म में हर दिन का विशेष महत्व होता है। बुधवार का दिन भगवान गणपति (Lord Ganpati) और माता सरस्वती (Goddess Saraswati) का माना जाता है।

Anupma Raj
Written By Anupma Raj
Published on: 1 Feb 2023 6:56 AM IST
Goddess Saraswati
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Budhwar Ke Upay (Image: Social Media)

Budhwar Ke Upay: हिंदू धर्म में हर दिन का विशेष महत्व होता है। बुधवार का दिन भगवान गणपति (Lord Ganpati) और माता सरस्वती (Goddess Saraswati) का माना जाता है। इस दिन श्राधभाव से पूजा करने से सभी देवी देवता की कृपा प्राप्त होती है। बुधवार के दिन विशेष तरह से और कुछ बातों को ध्यान में रखकर पूजा करने से भगवान गणेश जी और देवी मां सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है। तो आइए जानते हैं बुधवार को कैसे करें भगवान गणपति जी और माता सरस्वती की पूजा:

बुधवार के दिन ऐसे करें भगवान गणेश और माता सरस्वती की पूजा: (How to do Lord Ganesha and Goddess Saraswati Pooja)

भगवान गणेश जी को लाल रंग बहुत ही प्रसन्न है। इसलिए बुधवार के दिन भगवान गणेश जी को लाल सिंदूर का तिलक लगाकर उसे खुद भी लगाना चाहिए। इससे भगवान गणेश की कृपा भक्त पर बरसती है।

शमी का पौधा भगवान गणेश जी को बहुत प्रिय है। बुधवार के दिन भगवान गणेश जी को शमी का पौधा जरूर अर्पित करना चाहिए। इससे घर में धन-धान्य और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।

चावल को पूजा पाठ में बहुत ही पवित्र माना जाता है। लेकिन भगवान गणेश जी को सूखा चावल नहीं चढ़ाना चाहिए। बल्कि भगवान गणेश जी को चावल को गीला करके चढ़ाना चाहिए। इससे भगवान गणपति जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

Budhwar Ke Upay

माता सरस्वती से बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद पाने के लिए हर दिन पीले रंग के पुष्प चढ़ाकर पूजा करें। दरअसल ऐसी मान्यता है कि मां सरस्वती को पीली चीजें अत्यंत ही प्रिय है, ऐसे में जब आप मां सरस्वती की पूजा में उनके मनपसंद फूलों का प्रयोग करते तो हैं, माता सरस्वती शीघ्र ही प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाती हैं।

दरअसल हिंदू धर्म में पूजा के दौरान लगाया जाने वाला तिलक देवी-देवताओं का प्रसाद माना जाता है। ऐसे में माता सरस्वती की पूजा में विशेष रूप से केसर या पीले चंदन का तिलक का प्रयोग करें। मां सरस्वती को केसर या पीले चंदन का तिलक अर्पण करने के बाद इसी चंदन को अपने माथे पर प्रसाद के रूप में अवश्य लगाएं। ऐसी मान्यता है कि पूजा का यह उपाय करने पर साधक पर शीघ्र ही मां सरस्वती की कृपा बरसती है।

दरअसल ऐसी मान्यता है कि किसी भी देवी या देवता की साधना तब तक अधूरी रहती है, जब तब उनकी पूजा में नैवेद्य ना चढ़ा दिया जाए। ऐसे में मां सरस्वती का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा में उनका मनपसंद प्रसाद यानि कि पीले रंग की मिठाई का भोग जरूर लगाएं और पीले रंग के फल चढ़ाएं। इन उपायों को करने से भगवान गणपति और देवी मां सरस्वती सहित सभी देवी देवता प्रसन्न होते हैं और भक्त की सारी कष्ट दूर सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं।





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