×

Chaitra Navratri 2024: कलश में जल के साथ डालें सिक्का, फिर लाल कपड़े में बांधकर यहां रख दें; होगा ये चमत्कार

Chaitra Navratri 2024: घटस्थापना का अभीजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 57 मिनट से लेकर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा, इस बीच घटस्थापना करना अधिक शुभ होगा।

Network
Newstrack Network
Published on: 9 April 2024 7:15 AM IST (Updated on: 9 April 2024 7:09 AM IST)
Chaitra Navratri 2024
X

Chaitra Navratri 2024 (Photo: Social Media)

Chaitra Navratri 2024: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक रात्रि में मां दुर्गा के नौ दिव्य स्वरूपों की विशेष पूजा करने को ही नवरात्रि कहते हैं। इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो रही है, जो 17 अप्रैल को समाप्त होगी। नवरात्रि में साधक नौ दिनों तक उपवास रखकर मां दुर्गा के नौ रूपों की सेवा करता है। नवरात्रि की पूजा में घटस्थापना का भी विशेष महत्व है। घटस्थापना के लिए पूजा स्थल पर कलश में जल भर कर रखा जाता है और सामने अखंड ज्योति जलाई जाती है। यह ज्योति नौ दिनों तक बिना खंडित हुए जलती है। नवरात्रि में मां आदिशक्ति की पूजा-अर्चना कर कामना की पूर्ति होती है। अगर आप नवरात्रि की पूजा किसी मनोकामना के लिए कर रहे हैं तो इस लेख में हम आपको नवरात्रि का अचूक टोटका बताने जा रहे हैं। नवरात्रि में अगर आपने यह टोटका कर लिया तो लक्ष्मी की कृपा तो मिलेगी ही साथ ही रुके हुए कार्य भी पूरे हो जाएंगे।

8 या 9 अप्रैल को है नवरात्रि ?

नवरात्रि पर्व साल में दो बार चैत्र और अश्विन माह में मनाया जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार, नवरात्रि पर्व चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि को माना गया है। इस साल नवरात्रि की शुरूआत 9 अप्रैल से हो रही है। 9 अप्रैल से लेकर 17 अप्रैल तक नवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इन नौ दिनों तक प्रतिदिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाएगी। पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन मां चंद्रघण्टा, चौथे दिन कूष्मांडा, पांचवे दिन स्कंदमाता, छठें दिन मां कात्यायनी, सातवें दिन मां कालरात्रि, आठवें दिन मां महागौरी, नवें दिन मां सिद्धदात्री की आराधना की जाती है।

घटस्थापना का सही समय

नवरात्रि पर माता की चौकी रखने के साथ ही घटस्थापना का भी महत्व है। कहा जाता है कि घटस्थापना के बिना नवरात्रि की पूजा अधूरी रहती है। लोग नवरात्रि में घटस्थापना के समय को लेकर भ्रम में रहते हैं। इस बार नवरात्रि की प्रतिपदा के दिन घटस्थापना सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक किया जा सकता है। घटस्थापना का अभीजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 57 मिनट से लेकर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा, इस बीच घटस्थापना करना अधिक शुभ होगा।

नवरात्रि का अचूक टोटका

नवरात्रि के नौ दिन तक देवी की अद्वितीय शक्तियों की पूजा होती है। इन नौ दिनों में की जाने वाली पूजा-अर्चना से साधक को पूरा फल मिलता है। नवरात्रि में विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए कई टोटके किए जाते हैं। अगर आपके पास धन नहीं रुकता है और नौकरी की समस्या है तो नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना के वक्त कलश में एक सिक्का चुपचाप डाल दें। नौ दिनों तक कलश की पूजा करें और नवमी की रात कलश से उस सिक्के को निकाल लें। अब इस सिक्के को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में या पैसे रखने वाले स्थान पर रख दें। इसके अलावा यह सिक्का आप पर्स में भी रख सकते हैं।

कलश के जल का क्या करें ?

कुछ लोगों के मन में यह सवाल आता है कि नवरात्रि के बाद कलश के जल का क्या करना चाहिए। इसके बाद कलश के जल को घर के सभी कोने में छिड़क दें। अगर फिर भी जल बच जाता है तो उसे घर के पौधों में डाल दें। इससे घर में मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है। नौ दिनों तक कलश में रखा जल पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। घर में कलश का जल छिड़कने से घर के अंदर नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

Next Story