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Chandi Ka Chhalla: चांदी का छल्ला धारण करने से क्या होता है?, जानिए इससे होने वाले चमत्कारिक लाभ
Chandi Ka Chhalla: हमारे काम को नहीं बनने देते हैँ। ग्रहों को मजबूत करने के लिए हम सब उस ग्रह से संबंधित धातु और रत्न पहनते हैं। जो भाग्य वृद्धि में सहायक होता है।चांदी ऐसा धातु है जो धारण करने से सुख समृद्धि और शांति बढ़ती है।
Chandi Ka Challa Dharan Karne se kya Hota Hai चांदी का छल्ला धारण करने से क्या होता है?: जीवनभर हम सब बहुत मेहनत करते हैं, लेकिन समय रहते उसका फल नहीं मिल पाता है। ऐसे में ईश्वर का माध्यम भी हमारी किस्मत को बदलने में सहायक होता है। लेकिन कभी कभी पूजा पाठ सब व्यर्थ होने लगता है। और समझ नही पाते कि क्या करें जो काम बन जाये। इसमे बहुत हद तक हम सब का भाग्य ( Luck) भी जिम्मेवार होता है। और ग्रह नक्षत्र की कमजोर स्थिति भी हमारे काम को नहीं बनने देते हैँ। ग्रहों को मजबूत करने के लिए हम सब उस ग्रह से संबंधित धातु और रत्न पहनते हैं। जो भाग्य वृद्धि में सहायक होता है। वैसे तो ग्रहों की स्थिति जानने के लिए कुंडली को जानना पड़ता है, लेकिन ज्योतिष में बहुत से ग्रह-नक्षत्र है उनके समाधान है, लेकिन चांदी ऐसा धातु है जो धारण करने से सुख समृद्धि और शांति बढ़ती है।
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चांदी का छल्ला संपन्नता का प्रतीक
चांदी की उत्पति भगवान शिव के नेत्रों हुई है ऐसा कहा जाता है। जहां चांदी होता है वहां वैभव और संपन्नता आती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह शुक्र और चंद्रमा ग्रह से जुड़ी हुई धातु है। यह शरीर में जल तत्व और कफ को नियंत्रित करता है, इसके अलावा खूबसूरती और सुख-समृद्धि बढ़ाने में भी यह चमत्कारिक रूप से फायदेमंद है। इसलिए चंद्रमा और शुक्र के शुभ योग पाने और इनके नियंत्रण के लिए चांदी का इस्तेमाल किया जाता है। टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। इसके अलावा घर में किसी भी रूप में चांदी का होना नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। जिनमें पानी रखे चांदी के छल्ले का उपाय चमत्कारिक फल देता है। बता दे कि जिस भी व्यक्ति के जीवन में शुक्र, चंद्र, सूर्य, शनि, राहु और बुध कमजोर है,वो अगर चांदी धारण करे तो ये सारे ग्रह मजबूत होते है।
चांदी का छ्ल्ला इन राशियों के लिए शुभ
चांदी चंद्रमा का कारक है तो इसे धारण करने से सूर्य और शनि मजबूत होते है। और फिर भाग्य भी मजबूत होता है। इसलिए चांदी का छल्ला धारण करने से राहु दोष से मुक्ति मिलती है। चांदी का छल्ला कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। वृषभ और तुला राशि के जातक भी चांदी का छल्ला धारण कर सकते हैं।इसके अलावा मेष सिंह और धनु राशि के जातकों को गलती से भी चांदी का छल्ला धारण नहीं करना चाहिए।
चांदी के छल्ला का चमत्कारिक लाभ
चांदी का एक छ्ल्ला शुभ परिणाम देता है। इससे धारण करने से पहले किसी भी गुरुवार की रात इसे पूरी रात के लिए पानी में डालकर रखें। सुबह इसे भगवान विष्णु के चरणों में चढ़ाकर विधि-विधान से पूजा करें। पूजा खत्म होने के बाद छल्ले को चंदन लगाएं, फिर धूप दिखाकर अक्षत चढ़ाएं। यह छल्ला अभिमंत्रित होने पर इसे दाहिने हाथ की सबसे छोटी अंगुली यानि कि कनिष्ठा अंगुली में पहन लें। इसके कई फायदे मिलते हैं। सबसे पहले तो चंद्रमा और शुक्र से जुड़ा होने के कारण यह खूबसूरती बढ़ाता है। चेहरे की चमक बढ़ती है और दाग-धब्बे मिट जाते हैं। इसके अलावा यह मस्तिष्क शांत करता है और अगर बहुत अधिक गुस्सा आता है तो उसे भी नियंत्रित करेगा।
चांदी का छल्ला चंद्रमा को मजबूत करके आपकी मानसिक क्षमताओं को बढ़ाता है। साथ ही अगर कफ, अर्थराइटिस, जोड़ों या हड्डियों से जुड़ी परेशानियां हों तो यह उसमें भी आपको लाभ पहुंचाता है। सबसे बड़ी बात कि आपको इसका असर बहुत जल्दी दिखता है। क्र्योकि कमजोर चंद्रमा सबसे पहले व्यक्ति की मानसिक क्षमता को कम करता है।
चांदी का छल्ला या चेन पहनकर वात, कफ और पित्त तीनों को ही नियंत्रित करता है। इससे आपकी वाक-क्षमता यानि की बोलने की क्षमता में अद्भुत विकास होता है। जिन्हें बोलने में परेशानी होती हो या हकलाहट की समस्या हो उन्हें यह उपाय अवश्य करना चाहिए।
चांदी के ग्लास में पानी पीना भी कफ की समस्या दूर कर सकती है। चांदी की कटोरी या चम्मच से शहद खाएं, इससे अगर आपको साइनस की समस्या हो या बार-बार सर्दी-खांसी होती हो, तो वह दूर हो जाएगी। इससे शरीर के विषैले तत्व भी निकल जाते हैं और बार-बार बीमार नहीं पड़ते हैं।
चांदी का छल्ला कौन से हाथ में पहनना चाहिए?
चांदी का छल्ला अंगूठे में पहना जाता है। महिलाओं को इसे बाएं हाथ में और पुरुषों को दाएं हाथ में धारण करना चाहिए। एक बात ध्यान रखें जब भी चांदी पहने किसी जानकार से अपने ग्रहों की स्थिति दिखा लें और फिर चांदी धारण करें इससे शुभ परिणाम मिलता है।