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Chandra Grahan 2021 : इस दिन लग रहा है चंद्र ग्रहण, ये लोग रहें सावधान

Chandra Grahan 2021 :इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई बुधवार के दिन वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को लगेगा।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 20 May 2021 5:31 AM GMT (Updated on: 26 May 2021 6:23 AM GMT)
चंद्रग्रहण
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कांसेप्ट फोटो ( सौ. से सोशल मीडिया )

Chandra Grahan 2021 : इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई बुधवार के दिन लग रहा है। इस दिन वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इस साल दो चंद्र ग्रहण लग रहे हैं। जिसमें पहला 26 मई को और दूसरा 19 नवंबर को लगेगा।

ग्रहण खगोलीय घटना है। जो अमावस्या और पूर्णिमा को लगता है। अमावस्या के दिन लगने वाले ग्रहण को सूर्य ग्रहण और पूर्णिमा के दिन लगने वाले ग्रहण को चंद्र ग्रहण कहते हैं।

चंद्र ग्रहण कब लगेगा ?

बुधवार 26 मई को लगने वाले चंद्र ग्रहण का समय दोपहर 2.16 PM से शुरू होकर शाम 7.21 PM पर समाप्त होगा। इस चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा, 26 मई को लगने वाले इस चंद्र ग्रहण को उपछाया ग्रहण माना जा रहा है।

कांसेप्ट फोटो ( सौ. से सोशल मीडिया )

सूतक काल मान्य नहीं

इस साल लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया है। उपछाया ग्रहण को वास्तविक चंद्र ग्रहण नहीं माना जाता है। इसलिए इस बार सूतक काल मान्य नहीं होगा। कभी भी सूतक काल तभी मान्य होता है जब ग्रहण पूर्ण होता है। इस दिन धार्मिक कामों पर कोई रोक नहीं होगा।जब चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया में आए बिना ही बाहर निकल आता है, तो उसे उपछाया ग्रहण कहते हैं। जब चंद्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया में दाखिल होता है, तब पूर्ण चंद्र ग्रहण होता है।

चंद्र ग्रहण के दिन के पंचांग के अनुसार यह ग्रहण अनुराधा नक्षत्र और वृश्चिक राशि में लग रहा है। इसलिए इस राशि के जातक को इस दिन खासतौर पर सावधानी से काम लेना होगा।

क्या भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण ?

चंद्र ग्रहण इस साल भारत में नहीं दिखेगा। यह ग्रहण पूर्वी एशिया, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, प्रशांत महासागर और ऑस्ट्रेलिया के देशों में में पूरी तरह से दिखेगा।


Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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