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Chandra Grahan 2021 November Me Kab Lagega : साल का दूसरा चंद्र ग्रहण कब और किस नक्षत्र में लग रहा, जानिए क्या मान्य है सूतक काल

Chandra Grahan 2021 November Me Kab Lagega : कार्तिक माह की पूर्णिमा को कृत्तिका नक्षत्र और वृष राशि में लगने वाला ग्रहण कई मायनों में खास है। मन का कारक चंद्रमा में हलचल देश, काल, जीव और व्यक्ति के सामाजिक मानसिक दोनों स्थितियों पर असर डालता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 18 Nov 2021 11:00 AM IST (Updated on: 18 Nov 2021 11:20 AM IST)
Chandra Grahan 2021 November Me Kab Lagega
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Chandra Grahan 2021 November Me Kab Lagega : साल का दूसरा 19 नवंबर को लगने जा रहा है,यह एक उपच्छाया ग्रहण है। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि शुक्रवार 19 नवंबर 2021 को लग रहा है। इस दिन दान और पूजा पाठ का विशेष महत्व है। इस बार भी आंशिक चंद्र ग्रहण की वजह से सूतक काल मान्य नहीं रहेगा, लेकिन बुजुर्गो, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

चंद्र ग्रहण का समय कब से कब तक

इस दिन पूर्णिमा तिथि शुक्रवार शाम 7 बजे से शुरू होकर 20 अक्टूबर 2021, शनिवार को रात 8 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगी। चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगेगा। 19 नवंबर 2021 को लगभग सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर चंद्र ग्रहण लगेगा और शाम 05 बजकर 33 मिनट पर ग्रहण समाप्त होगा। स चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा।

चंद्र ग्रहण कब लगता है,क्या भारत में दिखेगा?

ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जो अमावस्या और पूर्णिमा को घटित होता है। जब सूर्य, चंद्र और पृथ्वी एक सीध में आते है तो ग्रहण लगता है। अमावस्या के दिन सूर्यग्रहण और पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण।

इस बार भी कार्तिक माह की पूर्णिमा को कृत्तिका नक्षत्र और वृष राशि में लगने वाला ग्रहण कई मायनों में खास है। मन का कारक चंद्रमा में हलचल देश, काल, जीव और व्यक्ति के सामाजिक मानसिक दोनों स्थितियों पर असर डालता है।

ये आंशिक चंद्र ग्रहण भारत समेत यूरोप और एशिया के ज्यादातर हिस्सों में देखा जाएगा। इसके अलावा यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर में दिखाई देगा।

चंद्र ग्रहण का प्रभाव

ज्योतिषीय गणना और ग्रहों की स्थिति को देखते हुए इस ग्रहण को ज्योतिषर्विद अच्छा नहीं मान रहे हैं। कहा जा रहा है कि ग्रहण के बाद देश-दुनिया में भीषण प्राकृतिक आपदा जैसे आंधी-तूफान और महामारी बढ़ सकती है। कुछ जगहों पर सीमा विवाद का भी संकट गहराएगा और विश्व के कुछ देशों में युद्ध की स्थिति बनेगी। महामारी के साथ भूंकप, आग विस्फोट मे लोगों की जान जाएगी।

चंद्रग्रहण लोगों के सशंकित कर रखा है। महामारी और त्योहारों के बीच दूसरा चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव का भय लोगो को सता रहा है। बता दें कि इस ग्रहण का असर कुछ लोगों पर अच्छा भी पड़ेगा। जो लोग शिक्षण, सामाजिक और कानूनी क्षेत्र में कार्यरत हैं उनको सफलता के आसार है साथ ही आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। इस बार का चंद्र ग्रहण से वृष राशि वालों को बचना होगा।।

चंद्र ग्रहण से बचने के उपाय

  • चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करने के लिये पानी मे गंगा जल डाल कर स्नान करेंगे तो स्वास्थ्य रहेंगें । स्नान के समय मंत्र -गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिंधु कावेरी जले अस्मिन सन्निधम कुरु।।
  • ग्रहण के दिन और ग्रहण के बाद लगभग एक महीने तक चंद्र ग्रहण दोष से बचने के लिए कुछ उपाय करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव कम हो जाता है। ग्रहण के समय भगवान का ध्यान करना चाहिए। शिव की आराधना से भी इससे बच सकते हैं।
  • ग्रहण के दिन सफेद चीजों जैसे दूध, चावल और मिठाई कपड़े का दान करना चाहिए। और साथ में चंद्र मंत्र का एक माला जाप करने से लाभ मिलता है।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी चंद्रग्रहण के प्रभाव को कम करता है।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान एक चांदी का सिक्का लाल कपड़े में बांध कर पूजा स्थल पर रख दें। ग्रहण खत्म होने के बाद उसे धन स्थान पर रख देंगे तो अर्थिक नुकसान से बच जाएंगे।

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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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