×

Corona Ki Bhavishyavani: जानिए ज्योतिषाचार्यों की भविष्यवाणी, कब तक खत्म होगी Corona महामारी

Corona ki Bhavishyavani Bataiye: रत के ज्योतिष कोरोना को लेकर कुछ खास दावे कर रहे हैं। किसी कहना है कि आने वाले कुछ महिनों में ग्रहों की स्थिति में बदलाव इस बीमारी से बहुत हद राहत मिलेगी तो कोई कह रहा है कि आने वाले समय में यह बीमारी ज़ड़ से खत्म होगी।

Network
Newstrack NetworkPublished By Network
Published on: 28 Aug 2021 7:00 AM GMT (Updated on: 28 Aug 2021 7:01 AM GMT)
Corona Ki Teesri lahar Aur Jyotish:
X

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Corona Ki Bhavishyavani

कोरोना की तीसरी लहर और ज्योतिष ( Corona Third Wave And Astrology) :कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिए है। इस महामारी ने मौत का जैसा तांडव दिखाया है। लोग याद करके अंदर तक कांप उठते हैं। इस बीमारी की वजह से ना जाने कितने घर बर्बाद हो गए। पहले कोरोना की पहली लहर , फिर दूसरी लहर और अब आ रही है तीसरी लहर। दूसरी लहर का प्रकोप अभी कम नहीं हुआ है। हां असर थोड़ा कम हुआ और बहुत सी जगहों पर ऑनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। धर्मशास्त्रों के जानकारों ने बीमारी को लेकर समय-समय पर भविष्यवाणियां की है, जो बहुत हद तक सही रही है। अब तीसरी लहर को लेकर भी ज्योतिषर्विदों की अपनी राय है। ग्रह-नक्षत्रों के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर को घातक होने के साथ खत्म होने के संदर्भ में विद्वानों ने भविष्यवाणी की हैं जानते है क्या..

कब तक आएगी कोरोना की तीसरी लहर देखें ग्रहों की चाल

वैसे ज्योतीषीय गणना के अनुसार कोरोनावायरस की तीसरी लहर का प्रारंभ 5 जनवरी 2022 से है। परंतु इसमें तेजी 5 फरवरी 2022 के बाद आएगी। देश की कुंडली के अनुसार 10 फरवरी 22 से तीसरी लहर के आने की संभावना है। अगले साल जनवरी 2022 के महीने कोरोनावायरस की तीसरी लहर आने की संभावना है। जिसका असर फरवरी, मार्च एवं अप्रैल 2022 में रहेगा। उस समय राज्य शासन के ग्रहों के प्रबल होने और तैयारियां पूरी होने से ज्यादा असर नहीं दिखा पाएगी।

इस साल के ग्रहों की स्थिति के आधार पर 29 जून 2021 से कोरोना का डर समाप्त होने लगेगा। मरीजों की संख्या में कमी आएगी और टीकाकरण का अभियान तेजी से चलेगा। 28 सितंबर 2021 के बाद कोरोना वायरस का डर लोगों के बीच से खत्म हो जाएगा। कोरोनावायरस की तीसरी लहर आएगी।सिंह लग्न में केतु इसके चौथे भाव में हैं। शनि छठे भाव में हैं। गुरु सातवें भाव में हैं। चंद्रमा आठवें भाव में है। सूर्य नवम भाव में हैं।

दशम भाव में बुध और शुक्र हैं और एकादश भाव में मंगल हैं। इस कुंडली में वर्तमान में बुध में शनि की प्रत्यंतर दशा चल रही है। इस कुंडली के अनुसार बुद्ध की प्रत्यंतर दशा 1 सितंबर 2021 से प्रारंभ होगी। अतः 1 सितंबर 2021 के बाद कोरोनावायरस के दूसरी लहर में कमी आना शुरू हो जाएगा। इस कुंडली के अनुसार 18 जनवरी 2022 से बुध की महादशा में शनि की अंतर्दशा में केतु का प्रत्यंतर चलेगा।जो कि तीसरी लहर आने का संकेत है। अतः हम कह सकते हैं कि इस समय से तीसरी लहर की आने की संभावना है। मंगल उच्च का होकर 26 फरवरी 2022 से छठे भाव में आएगा। इस समय के बाद तीसरी लहर का प्रभाव कम होना प्रारंभ हो जाएगा।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

कोरोना की तीसरी लहर ज्योतिष के अनुसार कब खत्म होगी महामारी?

कोरोना से कराहती दुनिया में हर किसी के पास बस एक ही सवाल है कि कोरोना से दुनिया को मुक्ति कैसे मिलेगी। हर कोई उस तारीख का इंतजार कर रहा जब सब कुछ पहले जैसा हो जाएगा। मगर ये तारीख शायद किसी के पास नहीं। लेकिन भारत के ज्योतिष कोरोना को लेकर कुछ खास दावे कर रहे हैं। किसी कहना है कि आने वाले कुछ महिनों में ग्रहों की स्थिति में बदलाव इस बीमारी से बहुत हद राहत मिलेगी तो कोई कह रहा है कि आने वाले समय में यह बीमारी ज़ड़ से खत्म होगी।

कोरोना की तीसरी लहर के संदर्भ में ज्योतिषर्विद पीयूष गौड़ का कहना है कि वर्तमान में भारत की कुंडली में चंद्र की महादशा में शनि की अंतर् दशा और गुरु की प्रत्यंतर दशा चल रही है , जहां शनि मकर राशि में वक्री होकर गोचर में है वही गुरु कुंडली में शत्रु राशि में दशम भाव में गोचररत है।


सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)


बुध भी वक्री अवस्था में लग्न में सूर्य और राहु के साथ मित्र राशि में है। जिससे स्पष्ट है कि देश में कोरोना की रफ़्तार धीमी अवश्य होगी, किन्तु आने वाले समय में ये रफ़्तार फिर से बढ़ सकती है। अगस्त मध्य के बाद कुंडली के अष्टम भाव में केतु और षष्टम भाव में शत्रु से दृष्ट शुक्र का गोचर एक बार फिर से कोरोना के मरीजों की संख्या में वृद्धि कर सकता है।

एक अच्छी बात ये रहेगी की अगस्त में कुछ नयी दवा अवश्य आएगी जो इसके प्रभाव को कम करने में सहायक होगी।


ज्योतिषाचार्य सविता अग्गी के अनुसार कोरोना वायरस अभी आसानी से नहीं जाने वाला है। पहली, दूसरी या तीसरी इस तरह की लहरे अभी आएंगी। जब तक शनि मकर राशि में रहेंगे तब तक यह वायरस बार-बार एक्टिव होता रहेगा।जब शनि कुंभ और गुरु मीन राशि में जाएंगे उसके बाद ये वायरस धीरे-धीरे नियंत्रित होता जाएगा।

अब होगा बदलाव भारत में भी इसके बहुत से मामले सामने आए हैं, लेकिन लोगों के मन में एक ही सवाल है कि इस वायरस से कब मुक्‍ति मिलेगी। ज्योतिष की नजर से जानिए कोरोना वायरस क्यों विश्वस्तर पर एक महामारी के रूप में फैलता जा रहा है।

इसी साल 2021 में कोरोना के संदर्भ में जनवरी में एस्ट्रोलॉजर पंडित कृष्णमुरारी मिश्र ने भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि कोविड-19 को लेकर ज्योतिषीय जानकारी दी है। उनके अनुसार जब 24 नवंबर 2019 को बृहस्पति ग्रह धनु राशि में आया तो महामारी की शुरुआत हुई । अभी बृहस्पति धनु राशि का नंबर 9 है जो दक्षिणायण का अंतिम राशि और मकर उतरायण का शुरूआती राशि है।

ज्योतिष में अंत को कभी अच्छा नहीं माना जाता है। इनके अनुसार कोरोना की शुरुआत चाइना से हुई जो भारत के पूर्व में है और धनु राशि का क्षेत्र भी पूर्व है तो ऐसे शुरूआत हुई महामारी की। कैसे पनपी बीमारी का अब होगा अंत बृहस्पति शुरुआत में बहुत तीक्षण और मारक होता है तो शनि शुरूआत में कमजोर ग्रह होता है जो 24 जनवरी 2020 में मकर में आ गया है। बृहस्पति और धनु के योग से महामारी उत्पनन हुई अगर उस वक्त शनि मजबूत होता तो इसका प्रभाव कम पड़ता लेकिन शनि की शीतलता और कमजोर शुरुआत ने महामारी को जन्म दिया। लेकिन मार्च अप्रैल तक यह विकराल रुप में था।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

  • ग्रहों की वजह से.. धीरे –धीरे ग्रहों की स्थिति और मंद गति की वजह से कोरोना का असर कम ज्यादा होता रहा है।जो सितंबर तक चला, लेकिन 14 नवंबर के बाद से स्थिति में फिर परिवर्तन हुआ। हेमंत ऋतु की शुरुआत से कोरोना असर धीरे धीरे कम होने लगा। गुरु के प्रभाव से कभी उंच औक कभी नीच की स्थिति बनी रही लेकिन हमेशा यही प्रभाव रहेगा ये जरूरी नही है।
  • भय पर काबू पाकर पाएं विजय ज्योतिषविद् कृष्ण मुरारी मिश्र के अनुसार, 14 जनवरी के बाद कोरोना का असर बहुत हद तक कम हो जाएगा। लेकिन गुरु की वजह से इसका भय व्याप्त रहेगा। क्योंकि गुरू जाते जाते अपना प्रभाव छोड़ जाते है। हम बीमारी से मुक्ति पा सकते है।एहतियात बरतने के साथ हमें अंदर व्याप्त डर से लड़ना होगा तभी हम बीमारी से लड़ कर जड़ से खत्म कर सकते हैं। अब ग्रहों की अनुकूल स्थिति हमें बीमारी से लड़ने की ताकत देगी। और कोरोना का धीरे-धीरे जड से सफाया हो जाएगा। वैक्सीन का आना इसका सुखद संकेत है। 

कोरोना पर पहले भी हुई थी ये भविष्यवाणियां

  • कोरोना पर ज्योतिष शास्त्रियों की गणना के मुताबिक कुछ इस तरह हुई थी भविष्यवाणियां बताया था कि पिछले साल 2020 में 10 जनवरी को पूर्णमासी के दिन चीन के कुंडली के अनुसार चंद्रमा और राहु चतुर्थ भाग में आए हुए थे और पंच ग्रह की योग था यह योग चौथे और दसवें घर में होने के कारण चीन में रसायनिक लीकेज और उससे होने वाली बीमारी का सूचक बनता है। 10 जनवरी और 12 नवंबर ऐसी तारीखें हैं जिनमें कोरोना वायरस के प्रकोप के सामने आने का दावा किया गया था।
  • 14 अप्रैल 2020 को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश से राहत ज्यादा बढ़ जाएगी। पिछले साल 4 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में जाने से कोरोना महामारी में रोकथाम शुरू हो जाएगी। 15 मई तक 50 प्रतिशत खत्म होने में सफलता मिलेगी। इस तरह देश के अन्य भागों से भी ज्योतिषियों ने कहा था जुलाई अगस्त तक कोरोनामुक्त होने की ओर अग्रसर होंगे।
  • देश में तेजी से फैले कोरोना वायरस से लोगों को जल्द ही राहत मिलेगी। ज्योतिषियों की मानें तो 14 अप्रैल को सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे। इसके बाद से स्थितियां सुधरेंगी और कोरोना का अंत होना शुरू हो जाएगा। बताया गया है कि जब भी इतिहास में शनि मकर राशि के हुए हैं तो पूर्व में चेचक, हैजा जैसी बीमारियां हजारों लोगों को मौत के मुंह में पहुंचा चुकी है।
  • 30 मार्च को बृहस्पति गुरु ग्रह अपनी स्वयं की राशि से केतु का साथ छोड़कर मकर राशि में प्रवेश कर चुके हैं। गुरु एक सौम्य सात्विक ग्रह है जो केतु जैसे क्रूर ग्रह से अलग हो गया। केतु नसों का प्रतिनिधित्व करता है और बृहस्पति ग्रह लीवर, पैनक्रियाज ग्रांथी का प्रतिनिधित्व करते हैं और चंद्र ग्रह श्वास और फेफड़े का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

कोरोनावायरस महामारी कब समाप्त होगी?

ये सवाल सबके मन में है, और जहां ज्योतिषियों और नेताओं के पास तक इसका जवाब नहीं है, बहुत कम वैज्ञानिक इस संबंध में कोई भविष्यवाणी करने का खतरा मोल ले रहे है। वायरस महामारी की शुरुआत से करीब दो साल पहले इसकी भविष्यवाणी करने का दावा करने वाले एक मनोवैज्ञानिक ने भी साल 2021 को लेकर भविष्यवाणी की है। 35 वर्षीय निकोलस ऑजुला का कहना है कि कोरोना वायरस से जूझ रही दुनिया को अभी इस महामारी से कोई राहत नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा था कि कुछ समय के लिए संक्रमण पर काबू पाने की स्थिति बन पाएगी। लेकिन लोगों में व्याप्त भय और कोरोना वायरस के चलते लगाए गए प्रतिबंध साल 2022 तक समाप्त नहीं होंगें।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story