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Aaj ka Mantra :जीवन से है परेशान तो ये सरल-चमत्कारी मंत्र, बदल देंगे आपकी किस्मत, हर दिन सुबह जरूर करें जाप

Aaj ka Mantra : सनातन धर्म में सुबह से रात तक के कई नियम और ध्यान बताए गए है, जिसका अनुसरण कर हम अपने जीवन को सही दिशा दे सकते हैं। हमारे धर्म शास्त्रों में सुबह ईश्वर के दर्शन का विधान है तो धरती को स्पर्श करते ही प्रणाम करने और क्षमा मांगने को कहा गया है। ऐसा करने से दिन अच्छा गुजरता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 9 Dec 2022 1:30 AM GMT (Updated on: 9 Dec 2022 1:34 AM GMT)
Daily Mantra Jaap-
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Subah Ke Mantra Jaap- सुबह के चमत्कारी मंत्र जाप

सनातन धर्म में सुबह से रात तक के कई नियम और ध्यान बताए गए है, जिसका अनुसरण कर हम अपने जीवन को सही दिशा दे सकते हैं। हमारे धर्म शास्त्रों में सुबह ईश्वर के दर्शन का विधान है तो धरती को स्पर्श करते ही प्रणाम करने और क्षमा मांगने को कहा गया है। ऐसा करने से दिन अच्छा गुजरता है। हम सुबह अपने अंदर और बाहर मन में और घर में शांति और खुशी चाहते हैं। हमारा दिन हमारे लिए शुभ हो इसके लिए धर्म ग्रंथों में कुछ उपाय बताये गए है। धर्म ग्रंथों के रचियेताओं ने जीवन को सुख, समृद्ध, आनंदमय बनाने के लिए कुछ बातें और दिनचर्या तय की। इससे शुरुआत कर हम सब अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं। बिस्तर से उठते ही अपने दोनों हाथों को आपस में रगड़ कर चेहरे पर लगाएं और दिए गए मंत्रों में से किसी भी 1 मंत्र को हर दिन बोलें। आपको हर काम में सफलता मिलने लगेगी। जानते हैं वो कौन से सरल मंत्र है जो करते हैं हम सबकी जिंदगी में चमत्कार।

इस मंत्र को सुबह उठते ही पढ़ने से दिन तो अच्छा गुजरता है किस्मत भी चमकती है। ये मंत्र...

  • सुबह उठकर कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए?

कराग्रे वस्ते लक्ष्मी, कर मध्ये सरस्वती।

करमूले गोविंदाये, प्रभाते कर दर्शनम्।।

कहते हैं कि हाथ की हथेलियों में देवताओं का वास होता है और सुबह-सुबह अपने दोनों हाथ को देखते हुए उन मंत्रों का जाप करते हैं तो हर काम सफलता मिलती है। दुश्मन भी कम होते हैं।

मतलब – सभी मनुष्य के (मेरे) हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी का, मध्य में सरस्वती का और मूल भाग में भगवान विष्णु का निवास है। हथेलियों के दर्शन कर हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि ऐसे कर्म करें जिससे जीवन में धन, सुख और ज्ञान प्राप्त करें। हमारे हाथों से ऐसा कर्म हों जिससे दूसरों का कल्याण हो। संसार में इन हाथों से कोई बुरा कार्य न करें।

हथेलियों के दर्शन के समय मन में संकल्प लें कि मैं परिश्रम कर दरिद्रता और अज्ञान को दूर करूंगा और अपना व जगत का कल्याण करूंगा।


  • स्नान करते समय कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए?

गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति।

नर्मदे सिन्धु कावेरी जलऽस्मिन्सन्निधिं कुरु

इसके बाद सबह स्नान करते समय सभी पवित्र तीर्थों और नदियों का ध्यान करें और इस मंत्र का जाप करें। इस मंत्र से गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिंधु, कावेरी जैसी सभी पवित्र नदियों का स्मरण किया जाता है।

  • चमत्कारी मंत्र

मंगलम् भगवान विष्णु, मंगलम् गरुड़ध्वज।

मंगलम् पुण्डरीकांक्षम्, मंगलकाय तनो हरि।।

भगवान विष्णु का मंगल हो, जिसके ध्वज में गरुड़ हैं उसका मंगलमय हो, जिसके कमल जैसे नेत्र हैं उसका मंगलमय हो, उस प्रभु हरि का मंगलमय हो।

मंत्र का लाभ – हर शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले किस मंत्र का जाप करना चाहिए। पूजा, विवाह, आरती के समय इस मंत्र का जाप करने से सब कार्य शुभ होते हैं।


सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

गुरु र्ब्रह्मा, गुरु र्विष्णु, गुरुदेवो महेश्वर।

गुरु साक्षात् परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम:।।

अर्थात, गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूँ।

गुरु यानी शिक्षक की महिमा अपार है। उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। वेद, पुराण, उपनिषद, गीता, कवि, सन्त, मुनि आदि सब गुरु की अपार महिमा का बखान करते हैं। शास्त्रों में 'गु' का अर्थ 'अंधकार या मूल अज्ञान' और 'रू' का अर्थ 'उसका निरोधक' बताया गया है, जिसका अर्थ 'अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला' अर्थात अज्ञान को मिटाकर ज्ञान का मार्ग दिखाने वाला 'गुरु' होता है। गुरु को भगवान से भी बढ़कर दर्जा दिया गया है।

  • ऊं सूर्याय नम:।

इस सूर्य मंत्र तांबे के लोटे से सूर्य को जल चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र को 11, 21 या 108 बार करना चाहिए।

  • खाते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए

ॐ सह नाववतु।

सह नौ भुनक्तु।

सह वीर्यं करवावहै।

तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै।।

ऊं शान्ति: शान्ति: शान्ति:।।

इस भोजन मंत्र को भोजन करने से पहले इस मंत्र का जाप करें। मंत्र का जाप करते समय खाने के लिए भगवान का आभार मानना चाहिए।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

  • सोते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?

जले रक्षतु वाराहः स्थले रक्षतु वामनः।

अटव्यां नारसिंहश्च सर्वतः पातु केशवः।।

सोने से पहले इस मंत्र का जाप करना चाहिए। आप चाहें तो हनुमान चालीसा या अपने ईष्टदेव का जाप भी कर सकते हैं।

इन सभी मंत्रों का जाप 1, 3, 5, 11 माला मैं किया जा सकता है। भगवान आपकी सभी मनोकामना पूरी करें और आपके जीवन से दुखों को दूर करें।

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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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