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अभी तक नहीं किया तो अब करें, मां दुर्गा के 108 नाम का जाप,चमकेगा भाग्य

साधक धन, पुत्र-पुत्री, हाथी घोड़ा, संपत्ति, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को प्राप्त करता है और इस आवागमन के चक्र से मुक्त हो जाता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 14 April 2021 9:30 AM GMT
देवी के 108 नाम
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नवदुर्गा का तस्वीर सोशल मीडिया से

लखनऊ: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri ) चल रही है। नवरात्रि का दूसरा दिन है। मां दुर्गा (Maa Duraga) वैसे तो अनेक स्वरुप और नामों से जानी जाती है, लेकिन जब भगवान शंकर मां पार्वती को अपनी तंत्र शक्तियां प्रदान कर रहे थे तो भगवान शंकर ने भी देवी के 108 नाम यानि अष्टोत्तर शतनाम से मां आदिशक्ति की अराधना की।

भगवान शंकर (Lord Shiva) ने इस अष्टशत्तोर शतनाम की फलश्रुति बताते हुए कहा- हे पार्वती, जो साधक दुर्गा अष्टोत्तर नाम का नित्य पाठ करता है, उसके लिए तीनों लोकों में कुछ भी असाध्य नहीं रह जाता है। वह साधक धन, पुत्र-पुत्री, हाथी घोड़ा, संपत्ति, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को प्राप्त करता है और इस आवागमन के चक्र से मुक्त हो जाता है।

हे पार्वती, जो साधक नवरात्रि( Navratri )में कन्या पूजन (Kanya Pujan) करके भगवती दुर्गा की पूजा अर्चना, आराधना और हवन करने के बाद, मां दुर्गा के इन 108 नामों का पाठ करता है, उसे सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती है।


देवी दुर्गा का स्वरूप, सोशल मीडिया से फोटो


देवी दुर्गा के 108 नाम...

सती, 2- साध्वी, 3- भवप्रीता, 4-भवानी, 5- भवमोचनी, 6- आर्या, 7- दुर्गा, 8- जया, 9- आद्या, 10- त्रिनेत्रा 11- शूलधारिणी, 12- पिनाक धारणी, 13- चित्रास, 14- चन्द्रघंटा,15- महापता,16- मन:,17- बुद्धि,18- अहंकारा,19- चित्तरुपा,20- चिता

21-चिति, 22- सर्वमंत्रमयी,23- सत्ता,24- सत्यानंद स्वरुपणी,25- अनन्ता,26- भावनी,27- भव्या, 28- भाव्या,29- अभव्या, 30- सदागति 31- शांभवी, 32-देवमाता, 33- चिन्ता, 34- रत्नप्रिया,35- सर्वविद्या, 36- दक्षकन्या,37- दक्ष यज्ञविनाशिनी,38- अपर्णा,39-अनेकवर्णा 40- पाटला।

41- पाटलावती, 42- पट्टारम्बरपरिधाना, 43- कलमंजीररंजिनी, 44- अमेय विक्रमा, 45-कु्ररा,46- सुंदरी, 47- सुरसुंदरी, 48- वन दुर्गा 49- मातंगी, 50- मतंगमुनिपूजिता 51- ब्राह्मी, 52- माहेश्वरी, 53- ऐन्द्री, 54 - कौमारी, 55- वैष्णवी, 56- चामुंडा, 57- वाराही, 58- लक्ष्मी, 59- पुरुषाकृति, 60- विमला।


मां शेरावाली, सोशल मीडिया से तस्वीर

तारणहार है ये नाम

61- उत्कर्षिणी,62- ज्ञाना, 63- क्रिया, 64- नित्या, 65- बुद्धिद्धा, 66- बहुला,67- बहुलप्रेमी,67- सर्ववाहन वाहना, 68-निशुम्भ शुम्भ हननी, 69- महिषासुरमर्दिनी 71- मधुकैटभहन्त्री, 72-चण्डमुण्ड विनाशिनी, 73- सर्व असुर विनाशा, 74- सर्वदानवघातिनी, 75- सत्या, 76- सर्वास्त्रधारिणी, 77- अनेकशस्त्र हस्ता, 78- अनेक शस्त्रधारिणी, 79-कुमारी, 80- एक कन्या ।

81- कैशोरी, 82- युवती, 83-यति, 84- अप्रौढ़ा, 85- प्रौढ़ा, 86- वृद्धमाता, 87- बलप्रदा, 88- महोदरी, 89-मुक्तकेशी, 90- घोररुपा 91- महाबला, 92- अग्निज्वाला, 93- रौद्रमुखी, 94- कालरात्रि, 95- तपस्विनी, 96-नारायणी, 97- भद्रकाली, 98- विष्णुमाया, 99- जलोदरी, 100- शिवदूति 101- कराली, 102- अनन्ता, 103- परमेश्वरी, 104- कात्यायनी, 105- सावित्री 106-प्रत्यक्षा, 107- ब्रह्मवादिनी, 108- सर्वशास्त्रमयी।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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