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Diwali 2023 Puja Time: जानिए आपके शहर में कितने बजे होगी दिवाली की पूजा, ये है सबसे सही मुहूर्त
Diwali 2023 Puja Time: दिवाली के त्यौहार का सबसे प्रमुख समय लक्ष्मी गणेश पूजन होता है। आइये जानते हैं कि आपके शहर में पूजा का सही मुहूर्त क्या होगा।
Diwali 2023 Puja Time: दिवाली के त्यौहार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा लक्ष्मी पूजन है, जहाँ लोग भगवान् गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। जिसे एक महत्वपूर्ण और पूजनीय अनुष्ठान माना जाता है। ये त्यौहार पांच दिवसीय होता है जिसमे दिवाली तीसरे दिन मनाई जाने वाली, लक्ष्मी पूजा रोशनी के इस पांच दिवसीय त्योहार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ये दिन इस गहरी आस्था का प्रतीक है कि इस शुभ समय के दौरान देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद लेने से उनकी पूजा करने वालों के जीवन में धन, सफलता और समृद्धि आएगी। इस साल दिवाली 12 नवंबर को है आइये जानते हैं कि लक्ष्मी पूजन का सबसे सही मुहूर्त आपके शहर के अनुसार क्या है।
आपके शहर के अनुसार लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
इस साल, माँ लक्ष्मी पुजन 12 नवंबर को है। ये 'अमावस्या तिथि' की शाम को मनाई जाती है, जो हिंदू चंद्र कैलेंडर में अमावस्या के दिन को संदर्भित करती है।
अधिकांश शहरों में, मुख्य लक्ष्मी पूजा मुहूर्त दिवाली के दिन शाम 5:05 बजे से शाम 7:03 बजे तक है। इसके अलावा कहा जाता है कि दिवाली का पूजन प्रदोष काल (शाम 4:54 बजे से शाम 7:29 बजे तक) और वृषभ काल (शाम 5:05 बजे से शाम 7:03 बजे) में ही किया जाना सबसे शुभ माना जाता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, निशिता काल लक्ष्मी पूजा मुहूर्त 13 नवंबर को रात 10:55 बजे से रात 11:47 बजे तक है।
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
लखनऊ: शाम 5:50 से रात 8:07 बजे तक
पुणे: शाम 6:09 बजे से रात 8:09 बजे तक
नई दिल्ली: शाम 5:39 बजे से शाम 7:35 बजे तक
चेन्नई: शाम 5:52 बजे से शाम 7:54 बजे तक
जयपुर: शाम 5:48 बजे से शाम 7:44 बजे तक
हैदराबाद: शाम 5:52 बजे से शाम 7:53 बजे तक
गुरुग्राम: शाम 5:40 से 7:36 बजे तक
चंडीगढ़: शाम 5:37 बजे से शाम 7:32 बजे तक
कोलकाता: शाम 5:05 बजे से शाम 7:03 बजे तक
मुंबई: शाम 6:12 बजे से रात 8:12 बजे तक
बेंगलुरु: शाम 6:03 बजे से रात 8:05 बजे तक
अहमदाबाद: शाम 6:07 बजे से रात 8:06 बजे तक
नोएडा: शाम 5:39 बजे से शाम 7:34 बजे तक
लक्ष्मी पूजन की सही विधि
- यूँ तो लक्ष्मी पूजन सभी अपने अपने तरह से करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि माँ लक्ष्मी का सही तरह से पूजन कैसे किया जाता है। आइये हम आपको बताते हैं कि आप सही तरह से कैसे माँ लक्ष्मी का पूजन कर सकते हैं।
- इसके लिए सबसे पहले जिसमें पूजा स्थान को शुद्ध करिये। उसके पास रंगोली भी बना सकते हैं। साथ ही आवश्यक प्रसाद को भी इसमें शामिल करें।
- पूजा की शुरुआत बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान गणेश का आह्वान करने और फिर देवी लक्ष्मी को घर में आमंत्रित करने से होती है।
- देवता को जल, फूल, धूप, फल और मिठाइयाँ जैसे विभिन्न प्रसाद चढ़ाए जाते हैं, जो पवित्रता, भक्ति और प्रचुरता का प्रतीक हैं।
- दीयों की रोशनी अंधेरे को दूर करने और समृद्धि के आगमन का प्रतीक है।
- मंत्रों का जाप और आरती करना, पूजा का एक अभिन्न अंग है, जिसमें व्यक्तिगत प्रार्थनाओं के साथ कृतज्ञता और शुभकामनाएं व्यक्त की जाती हैं।
- ये अनुष्ठान प्रसाद के वितरण के साथ समाप्त होता है, जिसके बाद आनंदमय दावत और उत्सव होते हैं, जिससे एकता, कृतज्ञता की भावना और समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण जीवन की आशा को बढ़ावा मिलता है।
- धन, समृद्धि और सौभाग्य की हिंदू देवी के रूप में, देवी लक्ष्मी लाखों भक्तों के दिलों में केंद्रीय स्थान रखती हैं। ये पूजन जीवन में अच्छे स्वास्थ्य, धन और सफलता पाने का एक तरीका भी है।