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परिवार को एकजुट रखने के टिप्स

raghvendra
Published on: 2 Jun 2018 4:04 PM IST
परिवार को एकजुट रखने के टिप्स
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आज के समय में समाज की सबसे बड़ी समस्या है परिवारों में एकजुटता न होना। कहीं भाई-भाई के विचार नहीं मिल पा रहें हैं तो कहीं पिता पुत्र के। आज के समय में सास बहू के रिश्ते में आपसी प्यार कहीं दिखाई नहीं पड़ता। यदि आपके विचार परिवार के अन्य सदस्यों से नहीं मिल पा रहे हैं या आप एक दूसरे के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभा पाते हैं तो आपका परिवार बिखर जाता है। इस प्रकार से एक सयुक्त परिवार कई एकल परिवारों का रूप ले लेता है और इसका असर आपकी आने वाली पीढ़ी पर भी पड़ता है क्योंकि बच्चे संयुक्त परिवार के लाभों से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में यदि आप कुछ चीजों का ध्यान रखेंगे तो हमेशा परिवार में एकजुटता बनी रहेगी।

हेड ऑफ फैमिली रहें दूरदर्शी तथा जिम्मेवार

परिवार का मुख्य व्यक्ति एक लाइन में खड़े सबसे आगे वाले व्यक्ति जैसा होता। यदि वह सही से खड़ा होगा तो बाकी के पीछे वाले लोग भी सही से खड़े रहेंगे। घर के मुख्य व्यक्ति को अपने कर्म तथा आचरण से भी सही होना चाहिए तो ही फैमिली के अन्य लोग उस को फॉलो करेंगे। इसके साथ ही मुखिया में दूरदर्शिता भी होनी चाहिए ताकि वह समय पर सही फैसले ले सके।

परिवार के बारे में पहले सोचें

आज के समय में हर व्यक्ति अपने हित के बारे में सबसे पहले विचार करता है। वास्तव में इसी प्रकार की सोच परिवार में दरार डालने का कार्य करती है। यदि आप परिवार में रहती हैं तो आपको खुद से पहले पूरी फैमिली के हित के बारे में सोचना चाहिए।

सभी को अपने विचार रखने की दें आजादी

परिवार के लोगों में मनमुटाव इसलिए बढ़ता है क्योंकि परिवार के सभी लोगों को अपने विचार रखने की आजादी नहीं होती। ऐसे में फैमिली के एक एक या दो लोग ही फैसला कर लेते हैं। जिसको न चाहते हुए भी सभी को मानना पड़ता है। इस प्रकार की स्थिति आगे चलकर फैमिली के टूटने का कारण बन जाती है। अत: हर फैसले में सभी लोगों के विचारों को शामिल करें तथा सभी से राय लें।



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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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