Ganga Dussehra 2021: गंगा दशहरा कब है, जानिए शुभ मुहूर्त जब मां गंगा के स्पर्श से धूल जाते हैं सारे पाप

Ganga Dussehra 2021 गंगा दशहर के दिन मां गंगा को भगीरथ में अपने पितरों की मुक्ति के लिए धरती पर उतारा था। चित्रा नक्षत्र और परिघ योग के शुभ मुहूर्त में इस बार गंगा दशहरा मनाकर आप भी गंगा के पुण्य प्रताप के भागी बनें।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 17 Jun 2021 5:51 AM GMT
गंगा दशहरा 2021
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

गंगा दशहरा Ganga Dussehra 2021 कब है?

ब्रह्मलोक से आई शिव के जटा में समाई और भगीरथ प्रयासों से धरती पर आई गंगा के मनुष्य लोक में अवतरित होने का दिन गंगा दशहरा ज्येष्ठ मास में पड़ता है। इस साल 2021 में गंगा दशहरा 20 जून को पड़ रहा है।

ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा होता है। हिंदू धर्मशास्त्रों में गंगा दशहरा का अपना महत्व है। इस दिन किया गया पुण्य क्रम का दोगुना फल मिलता है। गंगा नदी में स्नान से सारे पाप धूल जाते हैं। लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान नहीं कर पाएंगे।

गंगा दशहरा का शुभ मुहूर्त

  • दशमी तिथि आरंभ: 19 जून 2021 को शाम 06.50 PM
  • दशमी तिथि समापन: 20 जून 2021 को शाम 04.25 PM तक रहेगा
  • अभिजीत मुहूर्त -11.32 AM से 12.37 PM
  • अमृत काल – 12.52 PM से 02.21 PM
  • ब्रह्म मुहूर्त – 04.33 AM से 05.21 AM
  • विजय मुहूर्त- 02.17 PM से 03.12 PM
  • गोधूलि बेला- 06.37 PM से 07.01 PM
  • निशिता काल- 11.39 PM से 12. 20 AM तक 21 जून
  • रवि योग- 05.08 AM से 06.50 PM

मां गंगा को भगीरथ में अपने पितरों की मुक्ति के लिए धरती पर उतारा था। तब से आज तक मां गंगा मनुष्य के पाप कर्मों को धोती रहती है। जो भी मनुष्य गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान करता है। उसके सारे बुरे कर्म धूल जाते हैं। गंगा के स्पर्श से मनुष्य को कई जन्मों का पुण्य मिलता है।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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