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गर्भवती महिला को सूर्य ग्रहण में क्या-क्या नहीं करना चाहिए? सूर्य ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक, जानिए राशि के अनुसार कैसा पड़ेगा असर

Surya Grahan Pregnancy Aur Rashifal :4 दिसबंर को सूर्य ग्रहण लग रहा है। 1.57 मिनट के इस ग्रहण के दौरान या पहले सूतक नहीं लगेगा। सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और ना ही ग्रहण देखना चाहिए, क्योंकि ग्रहण का सीधा असर होने वाले शिशु पर पड़ता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 4 Dec 2021 6:45 AM IST (Updated on: 4 Dec 2021 7:42 AM IST)
garbhawati mahila ko surya grahan main kya nahi karna chahiye
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

गर्भवती महिला को सूर्य ग्रहण में क्या-क्या नहीं करना चाहिए?

सूर्य ग्रहण प्रेग्नेंसी के लिए खतरनाक

4 दिसबंर को सूर्य ग्रहण लग रहा है। 1.57 मिनट के इस ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा और न ही इस दौरान या इससे पहले सूतक लगेगा। मंदिरों के पट अपने समयानुसार बंद होंगे और खुलेंगे। यह ग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लग रहा है। लेकिन ग्रहण कहींं भी लगे और दिखे, उसका प्रभाव समस्त पृथ्वी पर पड़ता है। खासकर गर्भवती महिलाओं (Pregnant ladies) और बीमार लोगों के लिए ग्रहण हानिकारक होता है। कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान कुछ दूषित किरणें निकलती है, जो गर्भवती महिलाओं (Pregnant ladies) पर बुरा असर डालती है। इसलिए ग्रहण के दौरान विशेषकर गर्भवती महिलाओं और बीमार लोगों को अपना ध्यान रखना चाहिए।

ऐसा इसलिए कि गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा के लिए, गर्भ में पलने वाला शिशु स्वस्थ रहे इसके लिए ग्रहण के दौरान तेज धार वाली वस्तुओं जैसे-कैंची, चाकू आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसी वस्तुओं का इस्तेमाल करने से गर्भ में पल रहे शिशु पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

सूर्य ग्रहण ( Surya Grahan) हो या चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan ) के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और ना ही ग्रहण देखना चाहिए, क्योंकि ग्रहण का सीधा असर होने वाले शिशु पर पड़ता है। इससे शिशु पर ग्रहण का सीधा असर पड़ता है, तो शिशु के शरीर पर कोई न कोई दाग पड़ जाता है।

सूर्य ग्रहण के दौरान इन राशियों की गर्भवती महिला रहें सतर्क

मेष राशि की अगर कोई महिला गर्भवती हो उन्हें खास ध्यान रखने की जरूरत है, यह ग्रहण उनके लिए शुभ नहीं है। साथ ही धन और वाहन से भी सावधान रहने की जरूरत है।

वृष राशि के लिए सूर्य ग्रहण शुभ होगा, अगर आप गर्भवती है तो आपको तेजस्वी संतान की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।

मिथुन राशि के लिए सूर्य ग्रहण शुभ रहेगा। हर इच्छा पूरी होने के योग बनेंगे। और आप की अगर संतान नहीं है तो आपके लिए संतान योग बनेंगे।

कर्क राशि के लिए ग्रहण शुभ नहीं रहेगा।गर्भधारण किये है तो संतान को कष्ट हो सकता है।

सिंह राशि के लिए सूर्य ग्रहण लाभदायक रहेगा। इस दौरान आप गर्भवती है तो आपका संतान आने वाले समय में स्वस्थ रहेगा। ग्रहण का असर आप या आपकी संतान पर नहीं पड़ने वाला।

कन्या राशि के लिए सूर्य ग्रहण का प्रभाव बढ़िया रहेगा। जातक के पराक्रम में वृद्धि होगी, साथी गर्भवती महिलाओं को अपना ध्यान रखना होगा।

तुला राशि वालों के जीवन पर ग्रहण अच्छा प्रभाव नहीं डाल रहा है। आपको संतान कष्ट और कटु वचन झेलना पड़ सकता है।

वृश्चिक राशि के लिए सूर्य ग्रहण का बुरा असर पड़ेगा। आपके काम और ऑफिस , बिजनेस पर साफ असर दिखेगा। अपने होने वाली संतान की सुरक्षा के लिए ग्रहण के नियमों का पालन करें।

धनु राशि की महिलाएं अपने गर्भस्थ शिशु के लिए ग्रहण के नियमों का पालन जरूर करना चाहिए, पैसे की हानि भी हो सकती है।

मकर राशि के लिए सूर्य ग्रहण उन्नति दायक प्रभाव छोड़कर जाने वाला है। अगर आप नौकरी करते है और प्रेग्नेंट भी है तो संतान आपके लिए भाग्यशाली रहेगा।

कुंभ राशि के लिए सूर्य ग्रहण अच्छा प्रभाव छोड़ रहेगा । गर्भवती महिलाएँ अपना ध्यान रखें।

मीन राशि के जातक सूर्य ग्रहण के समय और बाद में सावधान रहें। बड़े नुकसान की संभावना है।गर्भवती महिलाएं अपना ध्यान रखें।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

गर्भवती महिलाएं मंत्रों से करें खुद की रक्षा

सूर्य ग्रहण के दौरान महिलाओं उपरोक्त नियम बताए गए है, जिनका पालन करना गर्भस्थ शिशु के लिए जरूरी है। इसके अलावा ग्रहण को दौरान महिलाओं को कुछ मंत्रों का जाप भी करना चाहिए ताकि अंदर से मजबूती मिले और आने वाले बच्चे की रक्षा हो।बच्चे का भविष्य उज्जवल और नाम शोहरत से भरा हो।

रक्ष रक्ष गणाध्यक्षः रक्ष त्रैलोक्य नायकः।

भक्त नाभयं कर्ता त्राताभव भवार्णवात्।।

'कृं कृष्णाय नमः'।

'ऊ श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा।

'गोवल्लभाय स्वाहा'।

ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय'।

'ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा'।

'गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:'।

'ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा'।

उपरोक्त मंत्रों का जाप ग्रहण के दौरान 11, 21,51 या 108 बार करने से बुद्धिमान और सर्वगुण संपन्न संतान होती है। ये मंत्र ग्रहण के दौरान मां और बच्चे दोनों के लिए रक्षा कवच का काम करते हैं।

सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं सिर्फ फलाहार करें

  • ग्रहण से गर्भवती महिलाओं के त्वचा और आंखों को बहुत अधिक नुकसान हो सकता है। इससे गर्भस्थ शिशु को भी त्वचा की परेशानी हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर के बाहर नहीं निकलना चाहिए। ग्रहण की छाया गर्भस्थ शिशु के लिए अशुभ माना जाता है।
  • कोई भी ग्रहण हो उस दौरान सिर्फ एक ही काम करने की इजाजत दी गई है। वो है ईश्वर का ध्यान और पूजा। लेकिन सूतक काल में धार्मिक कामों की मनाही है। लोग अपने घरों से कहीं बाहर नहीं जाते हैं और ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने का प्रयास करते हैं। ग्रहण के दौरान खाना खाने की भी मनाही होती है।वहीं प्रेग्नेंट महिलाओं को ग्रहण के वक्त भूख लगे तो वह फलाहार कर सकती हैं।
  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान जैसे खाली आंखों से सूर्य ग्रहण को नहीं देखना चाहिए। ऐसा करने से आंखों की रोशनी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं। साथ में ग्रहण का प्रभाव गर्भवती महिला और गर्भ पर भी पड़ता है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को खास सुरक्षा की जरूरत है, ताकि मां के साथ ही होने वाला बच्चा भी ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बच सके।
  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान सूर्यदेव की पूजा, आदित्य ह्द्य स्तोत्र, सूर्याष्टक स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। ग्रहण लगने से पहले और खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को एक बार जरूर स्नान कर लेना चाहिए। इससे दूषित तरंगों का असर नहीं पड़ता है।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

सूर्य ग्रहण में गर्भवती (Pregnant Women) महिलाएं?

हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2021 आखिरी माह में दूसरा सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर 2021 को लग रहा है। यह ग्रहण भारत में भले ना दिखें, लेकिन ग्रहण के नियमों का पालन सबके लिए खासकर गर्भवती के लिए जरूरी है।जानते हैं कि ग्रहण के समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

ग्रहण में गर्भवती महिला को सोना चाहिए या नहीं ?

यदि घर में कोई गर्भवती है तो ग्रहण के दौरान उन्हें बाहर न निकलने दें। सूर्य ग्रहण के दौरान सोने की मनाही होती है लेकिन गर्भवती महिलाएं आराम कर सकती हैं। ग्रहण के दौरान सूर्य व् चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला को सोना नहीं चाहिए, बल्कि अपने आराध्य का ध्यान करें या अपना कोई मनपसंद काम करें। इससे मां खुश रहेगी तो बच्चा भी खुश रहेगा।

सूर्य ग्रहण के उपाय

ग्रहण के दौरान चाकू, कैंची, सूई और पैन जैसी नुकीली चीजों का इस्तेमाल गर्भवती महिला और उसके पति को नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से उसके शिशु के अंगों को हानि पहुंच सकती है। खिड़कियों को अखबारों या मोटे पर्दों से ढक देना, ताकि ग्रहण की कोई भी किरण घर में प्रवेश न कर सके।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं नेगेटिविटी के लिए करें ये काम। गर्भवती महिला को अपने पास 1 नारियल रखना चाहिए। इससे नेगेटिव एनर्जी आस-पास नहीं आती।

सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिला इन बातों का भी रखें ध्यान...

सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को क्या करना चाहिए? ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिला को तुलसी का पता खाना चाहिए और हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए। मांसाहार व नशा से दूर रहें। नाभि के पास चंदन का पेस्ट या गोबर लगाएं। किसी प्रकार का कोई तनाव ना लें। धार्मिक किताबें पढ़ें।

कुल मिलाकर गर्भवती महिलाओं को खुद का और अपने आने वाले बच्चे के बेहतरी के लिए इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए, क्योंकि ग्रहण के समय की दूषित किरणें मां और बच्चे की सेहत पर तो बुरा असर डालती हैं। साथ ही मानसिक रुप से विक्षिप्त भी कर सकती है तो सतर्कता के साथ जरूर से इन नियमों का पालन कर मां और बच्चे को स्वस्थ और खुश रख सकते हैं।


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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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