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Grahan 2024: 2024 में कब-कब लगेंगे ग्रहण, जानिए इस साल कितने सूर्य और चंद्र ग्रहण लगेंगे, क्या भारत में दिखेगा?

Grahan 2024 :साल 2024 आने वाला है, जानते इस साल कितने ग्रहण लगेंगे और क्या वो भारत में दिखेगा। उससे पहले आपको पता होगा कि शास्त्रों में ग्रहण को लगाना शुभ नहीं माना जाता है। इस कारण ग्रहण में बहुत से काम करने की मनाही होती है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 5 April 2024 8:30 AM GMT (Updated on: 5 April 2024 10:08 AM GMT)
Grahan 2024: 2024 में कब-कब लगेंगे ग्रहण, जानिए इस साल कितने सूर्य और चंद्र ग्रहण लगेंगे, क्या भारत में दिखेगा?
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Grahan 2024: साल 2024 आने में बस एक माह 13 दिन बचा है। ज्योतिष गणना के अनुसार ग्रहण को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, वैज्ञानिक दृष्टि से भी ग्रहण खगोलीय घटना के रूप में महत्वपूर्ण माना जाता है।अभी 2023 का आखिरी ग्रहण 28 अक्टूबर को लगा था यह ग्रहण चंद्र ग्रहण था।

2024 में कितने ग्रहण हैं?

साल 2024 में 5 ग्रहण, 2 सूर्य ग्रहण और 3 चंद्र ग्रहण हैं।ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व होता है। शास्त्रों में ग्रहणों को लगाना शुभ नहीं माना जाता है। इस कारण ग्रहण में बहुत से काम करने की मनाही होती है। साल 2024 में कब कब लगेगा ग्रहण। तो बता दें कि आने वाले साल पूरे 5 ग्रहण लगने वाले हैं। जानते हैं ..

ग्रहण साल 2024 में कब-कब लगेगें

2024 का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च सोमवार के दिन लगेगा , इसन दिन पूर्णिमा की तिथि होगी।

दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को पड़ने वाला है। ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा।

इसके साथ 2024 का आखिरी ग्रहण और चंद्र ग्रहण 17 अक्टूबर को पड़ेगा।

साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 को सोमवार के दिन लगेगा।यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य ग्रहण पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, उत्तरी दक्षिण अमेरिका, प्रशांत अटलांटिक और आर्कटिक जैसे क्षेत्रों में देखा जाएगा। 2024 का पहला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।

साल 2024 का आखिरी ग्रहण सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 को बुधवार के दिन लगेगा।धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों के अनुसार ग्रहण को कभी भी हमे नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए. इस दिन बहुत सी बातों की सावधानियां भी बरतनी चाहिए.।

भारत में दिखेगा 2024 का सूर्य ग्रहण

8 अप्रैल को साल 2024 में पहला सूर्यग्रहण लगेगा। यह सूर्यग्रहण रात में 9.12 मिनट पर लगेगा और. रात्रि 1.25 मिनट पर यह समाप्त होगा। इस ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 39 मिनट होगी। सूर्यग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले आरंभ हो जाता है।यह ग्रहण दक्षिण पश्चिम यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर,अटलांटिक महासागर, उत्तरी ध्रुव, दक्षिणी ध्रुव पर दिखाई देगा। भारत में यह दिखाई नहीं देगा। इस वजह से इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा।

साल 2024 का दूसरा सूर्यग्रहण 2 और 3 अक्टूबर की रात्रि लगेगा। साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार 2 अक्टूबर की रात 9. 13 मिनट से मध्य रात्रि 3 . 17 मिनट तक रहेगा। ग्रहण की कुल अवधि 6 घंटे 4 मिनट की रहेगी। सा का दूसरे सूर्यग्रहण का सूतक काल 2 अक्टूबर को सुबह 9 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा।साल का दूसरा सूर्यग्रहण अमेरिका, आशिक दक्षिण अमेरिका, प्रशांत और अटलांटिक महासागर दक्षिणी ध्रूव में देखा जाएगा। भारत में यह अदृश्य रहेगा। इसलिए भारत में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।

सूर्य ग्रहण का महत्व

सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है। ये ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होता है । इस ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को इस प्रकार से ढंकता है, कि सूर्य का केवल मध्य भाग ही छाया क्षेत्र में आता है। ऐसे में सूर्य एक कंगन की तरह दिखाई देता है। इसे रिंग ऑफ फायर (Ring Of Fire) कहा जाता है. धार्मिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. उस दौरान कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए. यहां तक की सूतक काल लगने के पश्चात मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।


Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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