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Guruwar Ke Upay: गुरुवार को करें ये काम, मिलेगा अपार धन और सुख, जानिए इस दिन कैसे चमकेगी किस्मत

Guruwar Ke Upay:गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन समृद्धि पाने के लिए कुछ खास काम धर्मानुसार किये जाए तो भगवान विष्णु की कृपा बरसती है, जानते है गुरुवार का उपायययय

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 28 Nov 2024 6:30 AM IST (Updated on: 28 Nov 2024 7:48 AM IST)
Guruwar Ke Upay: गुरुवार को करें ये काम, मिलेगा अपार धन और सुख, जानिए इस दिन कैसे चमकेगी किस्मत
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Guruwar Ke Upay in Hindi: गुरुवार का दिन सुख-समृद्धि का दिन है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। गुरुवार के दिन पूजा करने से विवाह संबंधी कई परिशानियां दूर होती हैं। कुछ लोग गुरुवार का व्रत भी करते हैं, ताकि विवाह में आ रही बाधा दूर हो। आज आपको बतातें हैं गुरुवार के दिन करने वाला वह उपाय जो शादी में आ रही अड़चनों को दूर करता है।

गुरुवार के दिन हल्दी तिलक लगाएं

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हल्दी को बहुत ही पवित्र माना जाता है। बिना हल्दी के कोई भी पूजा-पाठ या शुभ काम पूरा नहीं होता. इसलिए हल्दी को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इतना ही नहीं आर्थिक तंगी को दूर करने में भी हल्दी हमारी मदद करती है। आइए जानते हैं हल्दी से कैसे दूर कर सकते हैं पैसों की तंगी। हल्दी का इस्तेमाल करके एक उपाय करने से माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इससे आय में वृद्धि तो होती ही है साथ में रुका हुआ धन भी वापस मिल जाता है।

इसके लिए आपको गुरुवार का दिन चुनना होगा। कहते हैं गुरुवार के दिन ये उपाय करने से इसका फल बहुत जल्दी और शुभ मिलता है। इसके लिए गुरुवार के दिन अपने हाथ में भरकर चावल लें। इन चावल पर अच्छी तरह से हल्दी लगा लें। अब इन चावलों को किसी लाल रंग के कपड़े में बांधकर रख लें। इनमें से कुछ हल्दी लगे चावल अपने पर्स में भी रख सकते हैं।

लाल कपड़े में बांधकर रखे हुए हल्दी के चावल को आप अपने घर में जहां भी पैसे या जेवर रखते हों वहां रख दें। अगर आप चाहें तो इन्हें आप जिस जगह पैसे रखते हैं वहां भी रख सकते हैं। कहते हैं ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में जल्द ही सुधार आता है और आपका रुका हुआ धन भी आपको वापस मिल जाता है। इससे आपको लंबे समय से चली आ रही समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है। गुरुवार के दिन हल्दी का तिलक माथे पर लगाएं। यह आपकी आभा को बढ़ाता है और आपकी वाणी में मिठास लाता है।

गुरुवार के दिन पढ़ें मंत्र

गुरुवार के दिन प्रातः काल स्नान करके पीला वस्त्र धारण करें। उसके बाद नवग्रह मंदिर में बृहस्पति भगवान की मूर्ति पर दूध में केसर मिला और पवित्र जल (संभव हो तो गंगाजल) मिलाकर चढ़ाएं। उसके बाद पीले फूल, पीला चंदन, पीला वस्त्र, हल्दी से रंगी हुई जनेऊ और पीला अन्न के साथ बृहस्पति भगवान की पूजा-अर्चना करें। अब पीले आसन पर बैठकर नीचे लिखे मंत्र का जप करें. जप 108 करें.

मंत्र-

जीवश्चाङ्गिर-गोत्रतोत्तरमुखो दीर्घोत्तरा संस्थित:

पीतोश्वत्थ-समिद्ध-सिन्धुजनिश्चापो थ मीनाधिप:।

सूर्येन्दु-क्षितिज-प्रियो बुध-सितौ शत्रूसमाश्चापरे

सप्ताङ्कद्विभव: शुभ: सुरुगुरु: कुर्यात् सदा मङ्गलम्।।

अंत में घी या कपूर की आरती करें और फिर क्षमा प्रार्थना के साथ पूजा का समापन करें और प्रसाद वितरण करें।. साथ ही सामर्थ्य के अनुसार पीले कपड़े और पीली वस्तुओं का दान करें।

पढ़ाई और पॉजिटीविटी के लिए उपाय

यदि पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है, तो बृहस्पति देव से प्रार्थना करें और पढ़ाई के स्थान पर हल्दी या पीली वस्तुएं रखें। गुरुवार का दिन शुभ और सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है। इसलिए अपने विचारों में सकारात्मकता बनाए रखें और नए कार्यों की शुरुआत करें।

ऐसे करें गुरु ग्रह को मजबूत

गुरुवार को बृहस्पति देव की विशेष पूजा करें। उनके सामने पीले फूल, चने की दाल और गुड़ अर्पित करें।गुरुवार के दिन पीले रंग के कपड़े पहनें। यह बृहस्पति ग्रह को मजबूत करता है और आपके व्यक्तित्व में सकारात्मकता लाता है।विष्णु जी के समक्ष घी का दीपक जलाकर "ऊं नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप करें। इससे परिवार में सुख-शांति और आर्थिक उन्नति होती है।

गुरुवार को किसी जरूरतमंद को पीले वस्त्र, चने की दाल, या हल्दी दान करें। इससे पापों का नाश होता है और सौभाग्य बढ़ता है।अगर संभव हो तो गुरुवार को उपवास करें। इस दिन नमक का सेवन न करें और केवल फलाहार या पीले रंग के भोजन करें।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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