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इन आदतों से आती है नेगेटिव एनर्जी

raghvendra
Published on: 18 Aug 2018 12:01 PM IST
इन आदतों से आती है नेगेटिव एनर्जी
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अगर यदि किसी घर में अक्सर परेशानियां बनी रहती हैं, परिवार का कोई न कोई सदस्य हमेशा बीमार या अस्वस्थ रहता है, आर्थिक तंगी रहती है, छोटे-छोटे काम भी बड़ी कठिनाई से पूरे होते हैं तो संभव है कि घर में कोई वास्तु दोष हो या कोई नकारात्मक शक्ति सक्रिय हो। जानते हैं कि किन कामों से नेगेटिव एनर्जी पैदा होती है :

लंबे नाखून : हमारी उंगलियों से लगातार ऊर्जा निकलती है। लंबे नाखून रखने पर उनमें थोड़ी बहुत गंदगी तो रहती है इसी कारण शरीर से निकलने वाली ऊर्जा नकारात्मकता को आकर्षित करने लगती है।

मिठाई लेकर घूमना : माना जाता है कि मिठाई की तरफ नकारात्मक ऊर्जा विशेष रूप से आकर्षित होती है। इसलिए मान्यता है कि बिना जूठा किए सुनसान इलाकों व गंदी जगहों पर मीठा लेकर नहीं घूमना चाहिए।

रात को इत्र लगाना : रात के समय परफ्यूम लगाने पर नकारात्मक शक्तियां आकर्षित होती हैं और अपनी गिरफ्त में लेने का प्रयास करती हैं।

गंदे कपड़े पहनना : साफ कपड़े पहनने से देवता प्रसन्न होते हैं वहीं गंदे व अशुद्ध कपड़े पहनने पर नकारत्मक शक्तियां आकर्षित होती हैं।

मकड़ी के जाले होना : मकड़ी के जाले में असंख्य सूक्ष्मजीव रहते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए अगर घर में मकड़ी के जाले होते हैं तो घर की सुख-समृद्धि का नाश होने लगता है, क्योंकि नकारात्मक ऊर्जा रहती है।

जूूठे बर्तन रखना : रात के समय घर में जूठे बर्तन रखने से उसमें छोटे-छोटे बैक्टिरिया जन्म ले लेते हैं। साथ ही, घर में निगेटिविटी निवास करने लगती है।

बाल खुले रखना : हिन्दू धर्म ग्रंथों में स्त्रियों का किसी विशेष शुभ मौके पर बाल खुले रखना अच्छा माना गया है, लेकिन रोजाना ऐसा करने पर नकारात्मकता ऊर्जा हावी हो सकती है। विशेषकर जब चंद्रमा की कलाएं घटती है, तब मन अधिक भावुक होता है। ऐसे में यह संभावना अधिक होती है।



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राघवेंद्र प्रसाद मिश्र जो पत्रकारिता में डिप्लोमा करने के बाद एक छोटे से संस्थान से अपने कॅरियर की शुरुआत की और बाद में रायपुर से प्रकाशित दैनिक हरिभूमि व भाष्कर जैसे अखबारों में काम करने का मौका मिला। राघवेंद्र को रिपोर्टिंग व एडिटिंग का 10 साल का अनुभव है। इस दौरान इनकी कई स्टोरी व लेख छोटे बड़े अखबार व पोर्टलों में छपी, जिसकी काफी चर्चा भी हुई।

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