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Hariyali Amavasya 2022 Upay: हरियाली अमावस्या पर कई सालों बाद बन रहा ये 4 शुभ संयोग, इन उपायों से पाएं पितरों का आशीर्वाद

Hariyali Amavasya 2022 Upay: हरियाली अमावस्या के दिन शास्त्रीय विधि से पूजन करने से विशेष लाभ मिलता है। परेशानियों को दूर करने के लिए हरियाली अमावस्या के दिन कई उपाय किए जाते हैं। जानते हैं वो उपाय...

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 28 July 2022 10:39 AM IST (Updated on: 28 July 2022 11:41 AM IST)
Hariyali Amavasya 2022 Upay
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Hariyali Amavasya 2022 Upay

हरियाली अमावस्या पर अचूक उपाय

सावन माह ( sawan month) में हरियाली अमावस्या के दिन नदी, तालाब और सरोवर में स्नान का बहुत महत्व है। साल की 12 अमावस्या की तरह ही इस दिन जल पितरों को तर्पण और पिंड दान किया जाता है। इस दिन पितरों के नाम पर दान का महत्व है। वट वृक्ष , पीपल ,केला और नींबू का पौधा लगाने से पितरों का आशीर्वाद बना रहता है। साथ ही शिव भगवान के साथ हनुमान जी की भी पूजा करना जरुरी होता है। इस सा हरियाली अमावस्या ( Hariyali Amavasya) आज यानि 28 जुलाई को है।

हरियाली अमावस्या सावन की शिवरात्रि के दूसरे दिन पड़ती है इस बार यह 28 जुलाई गुरुवार के दिन पड़ रही है। हरियाली अमावस्या के दिन वृक्षों का पूजन का बहुत महत्व होता है।

इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करके इसकी परिक्रमा की जाती है। इस दिन शास्त्रों के अनुसार पूजन करने से विशेष लाभ मिलता है। परेशानियों को दूर करने के लिए हरियाली अमावस्या के दिन कई उपाय किए जाते हैं। जानते हैं वो उपाय...

हरियाली अमावस्या पर विशेष उपाय

  • परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए हरियाली अमावस्या पर किसी नदी या तालाब में जाकर मछली को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं, चीटियों को चीनी या सूखा आटा खिलाएं। सावन माह में चींटियों और मछलियों जैसे जीवों को कुछ खिलाना अच्छा रहता है।
  • सावन की अमावस्या के दिन किसी हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए साथ ही हनुमान जी को सिंदूर का चोला और चमेली का तेल चढ़ाए। ऐसा करने से परेशानियों से मुक्ति मिलती है
  • हरियाली अमावस्या की संध्या को घर के ईशान कोण में घी का दीपक प्रज्वलित करें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और दरिद्रता नष्ट होती है। लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए रात में पूजा करते समय थाली में ऊं या स्वास्तिक का चिह्न बनाएं और उस पर महालक्ष्मी यंत्र रखें।

हरियाली अमावस्या पर पूर्वजों को करें प्रसन्न

हरियाली अमावस्या पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। इसके साथ मां लक्ष्मी और विष्णु जी की कृपा भी मिलती है। इस साल अमावस्या का प्रारंभ इस बार बुधवार को हुआ और 28 जुलाई गुरुवार को अमावस्या समाप्त होगी। इस दिन गुरुवार को गुरु पुष्य नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेगा। इन योग में भगवान की पूजा. श्राद्ध और तर्पण फलदायी माना जाता है। इस दिन पितरों की याद में पेड़ पौधे लगाना भी विशेष फलदायी है।

हरियाली अमावस्या पर शिवलिंग पर चढ़ाएं

इस बार गुरुवार को हरियाली अमावस्या पड़ने से शिव के साथ विष्णु भगवान की कृपा पाई जा सकती है । इस दिन शिवलिंग की पूजा की जाती है। आप इस दिन विष्णु भगवान और शिवजी को चने की दाल और बेसन के लड्डू और गुड़ का भोग लगा सकते हैं। इससे भगवान शिव, विष्णु और मां लक्ष्मी तीनों की कृपा बरसेगी।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

  • हरियाली अमावस्या की पूजा

इस दिन पितरों के नाम का दान कर किसी गरीब को देना चाहिए। इसके अलावा उनके नाम का भोग निकालकर भोजन भी किसी गरीब व्यक्ति को कराना चाहिए। इससे पितर संतुष्ट होते हैं और घर को धन-धान्य से भर देते हैं।

हरियाली अमावस्या का शुभ मुहूर्त

सावन के माह में प्रकृति की हर चीज बारिश में नहा कर एक दम नई प्रतीत होती है। ऐसे में अमावस्या के दिन अच्छे योग और मुहूर्त में शिव की पूजा की जाए तो शुभ फल मिलता है। इस दिन वृक्षरोपण और उनमें जल सींचने का महत्व है। इस दिन वज्र और सिद्धि योग साथ में पुष्य नक्षत्र रहेगा।

अमावस्या की तिथि शुरू:27 जुलाई की रात 09:11 से

अमावस्या की तिथि समाप्त :28 जुलाई गुरुवार की रात 11:24 तक

उदया तिथि 28 जुलाई को होने से इस दिन व्रत रखना बहुत ही शुभ होता है। इस दिन सुबह 07:05 तक पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से दो शुभ योग बनने जा रहे हैं। वहीं गुरु पुष्य का शुभ योग होने से इस तिथि का महत्व और भी बढ़ गया है।

ब्रह्म मुहूर्त :04:23 AM – 05:11 AM

अमृत काल : 02:40 AM – 04:26 AM

अभिजीत मुहूर्त :12:07 PM – 12:59 PM

हरियाली अमावस्या के दिन बहुत खास योग

सर्वार्थसिद्धि योग - 05:59 AM से 07:05 AM (गुरु-पुष्य)

अमृतसिद्धि योग - 07:05 AM से 06:00 AM (गुरु-पुष्य)

सर्वार्थसिद्धि योग - 07:05 AM से 06:00 AM (गुरु-पुष्य)

गुरू पुष्य योग - 07:05 AM से 06:00 AM (गुरु-पुष्य)



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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