Hartalika Teej 2024: कब है हरतालिका तीज का व्रत, जानिए तिथि, मुहूर्त, पारणा का समय और विधि

Hartalika Teej 2024: अमर सुहाग का प्रतीक हरतालिका तीज का व्रत इस साल 6 सितंबर को हस्त नक्षत्र और शुक्ल योग में मनाई जाएगी। इस दिन महिलाएं भगवान शिव और मां पार्वती से अपने सुहाग और पति के लंबी उम्र की कामना करेंगी। शिवपुराण में इस व्रत का उल्लेख मिलता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 3 Sep 2024 7:30 AM GMT (Updated on: 3 Sep 2024 8:59 AM GMT)
Hartalika Teej 2024: कब है हरतालिका तीज का व्रत, जानिए तिथि, मुहूर्त, पारणा का समय और विधि
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हरतालिका तीज ( Hartalika Teej 2024) कब है?हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीय को आती है। इस व्रत को कुवारी कन्या सुगोग्य वर पाने के लिए और सुहागन स्त्रिया अपने पति की दीर्घायु और उनकी सफलता के लिए भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा करती है।

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं और कुंवारी लड़कियां मनाती है और पति के दीर्घायु और अच्छे वर की कामना करती है। इस साल हरतालिका तीज का व्रत 6 सितंबर 2024 दिन बृहस्पतिवार को मनाई जाएगी। इस व्रत को मां पार्वती ने भगवान शिव को पति रुप में प्राप्ति के लिए किया था। हजारों हजार साल के कठोर तप के बाद मां पार्वती को भगवान शिव की प्राप्ति हुई थी।

हरतालिका तीज का व्रत शुभ मुहूर्त (Hartalika Teej Vrat Shubh Muhurat)

हरितालिका तीज 6 सितंबर को मनाई जाएगी। हरतालिका तीज व्रत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को रखा जाता है।

इस तिथि की शुरुआत 5 सितंबर 2024 को दोपहर 12:21 पर शुरू होगा।
इस तिथि का समापन 6 सितंबर 2024 को शाम 03:01 पर होगा।

सुबह मुहूर्त-06.03 AM से 08.33 AM तक

प्रदोष काल का मुहूर्त- 06.33 PM से 08.51 PM तक

हरितालिका तीज के दिन का शुभ योग और निशिता काल

अभिजीत मुहूर्त – 11.30 AM से 12.20 PM

अमृत काल – 08.52 AM से 10.22 AM

ब्रह्म मुहूर्त – 04.09 AM से 05.56 AM

विजय मुहूर्त- 02.00 PM से 02.49 PM

गोधूलि बेला- 05.56 PM से 06.20 PM

निशिता काल- 11.32 PM से 12.18 AM, 7 सितंबर

रवि योग- 02.31 PM से 05.42 AM 6सितंबर

पारणा-7 सितंबर 05.09 AM से 08.56 AM

हरतालिका तीज पर सुहागिन स्त्रियां पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि के लिए निर्जला रहकर व्रत रखती हैं। महिलाएं सोलह श्रृंगार के साथ इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करती हैं। मिट्टी बालू से शिव-पार्वती की प्रतिमा बनाकर व्रत रखती है। सखियों द्वारा हरित मां पार्वती ने इस कठोर व्रत को किया था, इस व्रत के फलस्वरुप ही माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रुप में पाया था।

हरतालिका तीज पूजा विधि

हरतालिका तीज के दिन सुबह उठकर स्नान आदि के बाद भगवान का ध्यान करें।

उसके बाद व्रत का संकल्प लें और पूरे दिन निर्जला व्रत रखें।

इस दिन साफ चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर शिव गौरी की मूर्ति रखें।

यदि संभव हो तो मिट्टी से शिव परिवार की मूर्ति बनाये।

उसके बाद शिव पार्वती की पूजा अर्चना कर भोग लगाएं।

माता गौरी को श्रृंगार अर्पित करें।

फिर आरती करने के बाद सब में भोग बांटे।

उसके बाद आप पानी पीकर अपना व्रत खोल सकते हैं।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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