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Hast Rekha Aur Bhavishya Ka Gyan: कितने साल रहेंगे जिंदा, बनेंगे करोड़पति , जानिए हस्तरेखा से पूरा सच

Hast Rekha Aur Bhavishya: हस्तरेखा से हर व्यक्ति अपना भूत, भविष्य व वर्त्तमान को जान सकता है। हाथ की रेखाओं में आपके पास कितना पैसा रहेगा, कितना नाम होगा और कितने साल जिंदा रहेंगे यह सब जाना जा सकता है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 1 Nov 2021 1:03 PM IST (Updated on: 4 Nov 2021 6:52 AM IST)
Hastrekha Aur Bhavishya:
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Hastrekha Aur Bhavishya Ka Gyan:

हस्तरेखा से हर व्यक्ति अपना भूत, भविष्य व वर्त्तमान को जान सकता है। हाथ की रेखाओं में आपके पास कितना पैसा रहेगा, कितना नाम होगा और कितने साल जिंदा रहेंगे यह सब जाना जा सकता है। अगर यह पता चल जाए कि आप कितने साल जिंदा रहने वाले है या आपकी उम्र कितनी है तो क्या कहने। ज्योतिष शास्त्र में किसी भी व्यक्ति की उम्र कितनी है ये आसानी से पता लगाया जा सकता है। जाएगा।

हस्तरेखा में मणिबंध से जाने उम्र

हस्तरेखा में कलाई की रेखा को मणिबंध रेखा कहते हैं। यह रेखा हथेली में न होकर हथेली जहां खत्म होती है उस स्थान पर होती है। ये रेखा कंगन जैसी होती है। इनकी संख्या कभी तीन तो कभी एक होती है। मणिबंध रेखा के आकार-प्रकार और इनकी संख्या से व्यक्ति के भाग्य और उम्र की जानकारी मिलती है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, कलाई पर 4 मणिबंध रेखाओं के बारे में बता रहे हैं।

कलाई की एक मणिबंध रेखा व्यक्ति के 25 साल की उम्र को बताती है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि कलाई पर जितनी मणिबंध रेखाएं हों, उसे 25 से गुणा कर व्यक्ति की आयु उतनी ही होती है। मतलब ये कि यदि किसी की कलाई पर 3 मणिबंध रेखाएं हैं, तो संबंधित व्यक्ति की आयु 75 साल होगी। मणिबंध रेखाओं का कटा-फटा होना व्यक्ति के जीवन की समस्याओं को दर्शाता है। साथ ही मणिबंध रेखा का जंजीरनुमा होना दुखी जीवन की ओर संकेत संकेत देता है।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

हस्तरेखा में मणिबंध बनाता है भाग्यशाली

जिन लोगों की कलाई पर गोलाकार घेरा बनाते हुए 4 मणिबंध रेखाएं होती हैं, वे बेहद भाग्यशाली होते हैं। ऐसे लोगों की आयु लम्बी होने के साथ-साथ जीवन में खुशियां भी अपार होती है। ऐसे लोगों को जीवन में सफलता भी बहुत जल्द मिलती है। साथ ही ऐसे लोग जिस क्षेत्र में जाते हैं वहां अपनी विशेष पहचान बनाते हैं और उन्नति पाते हैं।इन लोगों का परिवार खुशहाल होता है। ये अपने साथ दूसरे का भी भला सोचते हैं और जीवन में बहुत नाम कमाते हैं। जाने के बाद भी लोग इन्हें याद करते है।

हस्तरेखा में भाग्य रेखा बनाता है अमीर

नाम से ही समझ रहें होंगे कि भाग्य रेखा का संबंध व्यकित की किस्मत व भाग्य से है। जैसी भाग्य रेखा होगी वैसा हमारा भाग्य होगा। लोगों की भाग्य रेखा काफी गहरी है व मोटी है तो वह व्यक्ति के लिए काफी शुभ माना जाता है। इस तरह का व्यक्ति भाग्यशाली होता है। इस तरह के व्यक्ति को पैतृक संपत्ति का पूरा लाभ मिलता है। कटी-छटी भाग्य रेखा से भाग्य का साथ ज्यादा नहीं मिलेगा, किन्तु ईश्वर की आराधना से लाभ जरूर मिलेगा। अगर आपकी भाग्य रेखा कहीं भी किसी रेखा से कटी नहीं है और कोई भी अन्य रेखा छोटी या बड़ी इसको काटती नहीं है तो आप भाग्यशाली हैं और अपार धन मिलता है।

हस्तरेखा में ऐसी स्थिति बनाता है रोगी

अगर आपकी अन्य रेखाओं ने आपकी भाग्य रेखा को काटा है तो आपका जीवन उलझा रहेगा। कभी सफलता तो कभी निराशा मिलेगी। अगर आपके भाग्य को किसी रेखा ने पूरी तरह से बांट दिया है तो आप जीवन भर परेशान रहने के साथ अस्वस्थ्य रहेंगे।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

भाग्य रेखा से बनते हैं सफल प्रेमी व करोड़पति

अगर भाग्य रेखा हृदय रेखा पर रुके तो व्यक्ति प्रेम संबंध में सफल नहीं होता है, लेकिन यह रेखा हृदय रेखा के साथ गुरु पर्वत तक जा पहुंचे तो वह व्यक्ति प्रेम संबंध से सफलताएं प्राप्त करता है। यही भाग्य रेखा अगर माध्यमा ऊँगली तक चली जाती है तो व्यक्ति करोड़पति बन सकता है। ऐसा व्यक्ति कभी भी कहीं भी अचानक से धन प्राप्त कर लेता है।

इन सब के अलावा हम जैसा कर्म करते हैं वैसा ही हमारा जीवन होता है, चाहें भाग्य में राजा बनना लिखा हो, अगर हमारा कर्म सात्विक और परिश्रम से भरा नहीं है तो हम कुछ नहीं कर सकते। इसलिए रेखाओं के साथ व्यक्ति को अपने बाहुबल पर पर भी ध्यान देना चाहिए।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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