×

Hastrekha Me Rajyog: जाने क्या आपके हाथ में है धनवान बनने के योग

Hastrekha Me Rajyog: हर व्यक्ति के हाथ में कई रेखाएँ और पर्वत शुभ-अशुभ योग के साथ होते हैं, जानते हैं हाथ के वो योग जो दिलाते हैं धन सम्मान और पैसेवाले

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 13 July 2024 3:55 PM IST (Updated on: 13 July 2024 4:54 PM IST)
Hastrekha Me Rajyog: जाने क्या आपके हाथ में है धनवान बनने के योग
X

Hastrekha Me Rajyog: हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, मनुष्य की हथेली पर कई तरह की रेखाएं और आकृतियां बनी होती हैं। इन्हीं रेखाओं का अध्ययन करके किसी भी व्यक्ति के भाग्य, सेहत, विवाह, बच्चे और सुख-सुविधा के बारे में पता लगाया जा सकता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि आपके हाथ की रेखाओं में राजयोग हैं या नहीं, लक्ष्मी जी की कृपा कैसी होगी तो हम आपकी मदद कर रहे हैं।हस्त रेखा को भारतीय ज्योतिष में महत्वपूर्ण माना गया है।

व्यक्ति के हाथ में कुछ ऐसे चिह्न और रेखाएं होती हैं जो राजयोग बनने के संकेत देती हैं। जिनके हाथों में ये रेखाएं होती हैं उसका जीवन भौतिक सुख-सुविधाओं और ऐश्वर्य से भरा हुआ होता है। जीवन भर सुख- समृद्धि की कमी नहीं होती है।

सामुद्रिक शास्त्र हथेलियों में बनी रेखाएं और चिन्ह व्यक्ति के जीवन के बारे में विशेष जानकारी देती हैं। इन रेखाओं के माध्यम से आप यह जान सकते हैं कि आपकी हथेली में राजयोग है या नहीं। हथेली की रेखाओं को देखकर भी आप जान सकते हैं कि आपकी हथेली में कोई राजयोग है। ऐसी राजयोग वाली रेखाएं जिनकी हथेली में होते हैं वह धनवान ही नहीं महाधनवान होता है। हथेली में ऐसी राजयोग वाली रेखाएं होने पर व्यक्ति गरीब घर में भला क्यों न पैदा हुआ है लेकिन मरता कभी गरीबी में नहीं है। ऐसी रेखा वाले व्यक्ति जीवन में हर सुख साधन प्राप्त करके समाज और परिवार में भी सम्मान प्राप्त करते हैं

हस्तरेखा के ये चिह्न बनाते हैं धनवान

इस व्यक्ति की हथेली के एकदम बीच वाले हिस्से पर कोई तोरण, बाण, रथ, चक्र या ध्वजा के चिह्न होते हैं वे जीवन में बड़ी उपलब्धि हासिल करते हैं। ऐसे लोगों को शासन करने का एक न एक बड़ा अवसर जरूर मिलता है। ऐसे लोग अपने जीवन में राजसुख भोगते हैं। ये जीवन में खूब धन कमाते हैं। सभी तरह के भौतिक सुख प्राप्त करते हैं।

वैसा व्यक्ति जिसकी हथेली में अनामिका उंगली के नीचे पुण्य रेखा और मणिबंध से शनि रेखा मध्यमा उंगली तक जाती हो वह राजसुख भोगता है। ऐसे व्यक्ति के ऊपर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है. ऐसे लोग प्रशासनिक पद पर आसीन होते हैं। जीवन में बहुत सारा धन कमाते हैं।

व्यक्ति के अंगूठे में मछली, वीणा या सरोवर जैसे चिह्न हों तो ऐसे व्यक्ति को खूब यश की प्राप्ति होती है। ऐसे चिह्न वाले व्यक्ति बड़े व्यापारी या व्यवसायी बनते है। इनके पास धन की कमी नहीं होती है, ये चिन्ह बहुत ही बारीकी से देखने पर भी दिखते हैं। इन्हें मार्क करने के लिए किसी अच्छे जानकारी ज्योतिष की भी मदद ले सकते हैं।

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की हथेली में त्रिशूल का चिह्न है तो उसे बहुत ज्यादा सम्मान की प्राप्ति होती है। जिस व्यक्ति की हथेली पर हृदय रेखा के सिरे पर गुरु पर्वत के पास त्रिशूल का चिह्न हो उसे समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है। ऐसा व्यक्ति राजनीति में भी बड़े पद पर आसीन होता है और समाज में लोकप्रियता हासिल करता है।

हथेली में बनते हैं ये शुभ योग

हाथ में राजयोग का बनना व्यक्ति का भाग्य चमका देता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ में कुछ ऐसे चिह्न, निशान और रेखाओं की विशेष आकृति होती हैं, जो राजयोग बनाती हैं। जिन लोगों के हाथ में राजयोग बनते हैं वे अपने जीवन में अपार धन-वैभव, ऐश्वर्य और सुख पाते हैं। जिस व्यक्ति की हथेली के बीच में तोरण, बाण, चक्र, रथ या ध्वजा का चिह्न हो, ऐसे लोग बेहद भाग्यशाली होते हैं। उन्हें जीवन में बड़ा मुकाम हासिल होता है. वे एक न एक ऐसा मौका जरूर पाते हैं, जो उन्हें खूब पैसा, नाम और शोहरत दिलाता है। जिन लोगों की हथेली में अनामिका उंगली के नीचे पुण्य रेखा हो, साथ ही शनि रेखा मणिबंध से मध्यमा उंगली के नीचे तक जाती हो, ऐसा व्यक्ति राजाओं की तरह वैभवपूर्ण जीवन जीता है।

इंद्र राजयोग- इंद्र योग राजा के समान स्थान प्रदान करने वाला होता है। यह योग हथेली में तब बनता है जब मंगल पर्वत हथेली में उभरा हुआ हो और साथ में मस्तिष्क रेखा और भाग्य रेखा पूर्ण विकसित हो। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति बलशाली, साहसी, चालाक और कुशल राजनीतिज्ञ होता है।ऐसे लोग रक्षा क्षेत्र, सेना और पुलिस में उच्च पद को प्राप्त कर सकते हैं। इनके पास धन वैभव की कमी नहीं होती है।यह कम उम्र में ही बड़ी सफलता और ख्याति हासिल कर लेते हैं।

गजलक्ष्मी योग- हथेली में मणिबंध से आरंभ होकर कोई रेखा जब शनि पर्वत पर जाती है और साथ में सूर्य पर्वत भी उभरा हुआ होता है और इस पर सूर्य रेखा भी गहरी और लालिमा लिए होती है और साथ में मस्तिष्क रेखा, स्वास्थ्य रेखा एवं आयु रेखा पुष्ट होती है तो व्यक्ति के हाथों में गजलक्ष्मी योग होता है।ऐसा योग जिस व्यक्ति के हथेली में बनता है वह देवी लक्ष्मी की कृपा से संपन्न होता है। दोनों हथेली मंल इस रेखा का बनना बहुत ही उत्तम होता है. ऐसी रेखा वाले व्यक्ति गरीब परिवार में पैदा होकर भी बड़े धनवान बनते हैं. ऐसा व्यक्ति व्यवहार कुशल और गुणवान होता है, अपनी मेहनत और लगन से यह खूब तरक्की और लाभ पाते हैं।

शुभ योग-हथेली में शनि पर्वत उठा हुआ है और मणिबंध से अथवा चंद्र पर्वत से निकलकर स्पष्ट रेखा यहां आकर ठहर जा रही है तो यह शुभ योग है। यह योग जिस व्यक्ति की हथेली में पाया जाता है वह अपने जन्म स्थान से दूर जाकर अपनी किस्मत को चमकाता है। ऐसे व्यक्ति बोलने की कला में निपुण होता है। सेल्स मार्केटिंग, प्रवक्ता, प्रवचनकर्ता, नेता जैसे क्षेत्रों में जहां वाणी का प्रभाव खूब चलता है उनमें बड़े सफल होते हैं. ऐसे लोग लोगों में अपनी मजबूत स्थिति बना पाते हैं. इन्हें समाज में सम्मान, प्रसिद्धि और धन ऐश्वर्य सब प्राप्त होता है।

हथेली में सूर्य, चंद्र और शुक्र के प्रभाव से बनता है।हथेली में सूर्य, चंद्र और शुक्र पर्वत ऊंचा है और साथ में चंद्र पर्वत से कोई रेखा बुध पर्वत तक गई हो तो इससे अमला नामक योग बनता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति बहुत ही बुद्धिमान और धनवान होता है। हथेली में इस राजयोग के होने पर व्यक्ति प्रतिष्ठा और सम्मान पाता है। कामकाज के सिलसिले में ऐसे लोगों को विदेश यात्रा का भी मौका मिलता है। इस तरह की रेखा जिस व्यक्ति की हथेली में होता है वह जीवन में हर तरह का भौतिक सुख पाता है। वैसे इस तरह की ऱेखा हथेली में होने पर व्यक्ति बेहद रोमांटिक होता है और इनकी लव लाइफ भी जोरदार रहती है।


Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story