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Hatheli Par Bhagya Rekha: इस रेखा की मजबूत स्थिति बनाएगी आपको अंबानी-अमिताभ, जानिए कैसी भाग्य रेखा बनते हैं धनवान

Hatheli Par Bhagya Rekha: हाथ में हमारे कर्मों का लेखा-जोखा होता है। हमारे पास पैसा है, धनवान बनेंगे, संतान या फिर भूत-भविष्य सबकुछ हमारे हाथ की रेखाएं बताती है। वैसे तो हाथों में बहुत सी रेखाएं होती है, लेकिन हम बात कर रहे हैं भाग्य रेखा की ...

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 10 Dec 2021 10:28 AM IST (Updated on: 10 Dec 2021 10:44 AM IST)
Hatheli Par Bhagya Rekha
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

हथेली पर भाग्य रेखा ( Hatheli Par Bhagya Rekha)

हाथ में हमारे कर्मों का लेखा-जोखा होता है। हमारे पास पैसा है, धनवान बनेंगे, संतान या फिर भूत-भविष्य( Past-Future) सबकुछ हमारे हाथ की रेखाएं बताती है। वैसे तो हाथों में बहुत सी रेखाएं होती है, सब का अलग-अलग आकलन होता है। जैसे जीवनरेखा, ह्रदय रेखा, संतान विवाह रेखा और हम बात कर रहे हैं भाग्य रेखा का अध्ययन कर हम व्यक्ति विशेष की स्थितियों का आकलन कर सकते हैं।

किसी भी व्यक्ति का भाग्य उसके हाथ में होता है। संसार ऐसे बहुत से लोग हैं जिनके पास सारी सुविधाएं होती हैं। उनके पास किसी भी चीज की कमी नहीं रहती है। ऐसे लोगों पर लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। ज्योतिष के अनुसार ऐसे लोगों के हाथों में विशेष स्थितियां रहती हैं। जिन लोगों की भाग्य रेखा मजबूत होती है वो टाटा, अंबानी -अमिताभ जैसे लोग बनते हैं।

हाथ में भाग्य रेखा कहां बनी होती है

हस्तरेखा के अनुसार भाग्य रेखा मणिबंध, शुक्र पर्वत, जीवन रेखा, चंद्र पर्वत या हृदय रेखा से भी प्रारंभ हो सकती है। भाग्य रेखा जब मणिबंध यानि कलाई के पास से होकर सीधे शनि पर्वत तक बिना रूके या दोष रहित होकर पहुंचे तो उस व्यक्ति के जीवन में हर प्रकार की सफलता प्राप्त होती है। ऐसे लोग उच्च पद प्राप्त करते हैं। जब कोई रेखा जहां से हथेली शुरू होती है वहां से निकलकर सीधे मध्यमा अंगुली पर जाकर मिलती हो उसे ही भाग्य रेखा कहते हैं। भाग्य रेखा जहां से आरंभ होती है उसे मणिबंध कहते हैं और मध्यमा अंगुली के नीचे उभार वाले स्थान पर मिलती है उसे शनि पर्वत कहते हैं।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

भाग्य रेखा और गजलक्ष्मी योग

यदि दोनों हाथों में भाग्य रेखा मणिबंध से प्रारंभ होकर सीधी शनि पर्वत पर जाती हो तथा सूर्य पर्वत पूर्ण विकसित, लालिमा लिए हुए हो और उस पर सूर्य रेखा भी बिना कटी-फटी, पतली और स्पष्ट हो, साथ ही मस्तिष्क रेखा, हृदय रेखा तथा आयु रेखा स्पष्ट हो तो इसे गजलक्ष्मी योग कहा जाता है।

जिस व्यक्ति के हाथ में यह योग होता है वह साधारण परिवार में जन्म लेकर भी अपने शुभ कर्मों से उच्च स्तरीय जीवनयापन करता है। उसके जीवन में सम्‍मान की कोई कमी नहीं होती और वह समस्त ऐश्वर्य, सुख भोगता है।

जिस व्यक्ति के हाथ में यह योग होता है वह तेजस्वी और चुंबकीय व्यक्तित्व का धनी होता है। उसके आसपास ऐश्वर्य और भौतिक सुख सुविधाएं चली आती हैं। एक से अधिक साधनों से आय प्राप्त करता है तथा अपने पूर्वजों से मिली संपत्ति में वृद्धि करने वाला होता है। शारीरिक दृष्टि से ऐसा व्यक्ति आकर्षक होता है। विपरीत लिंगी व्यक्तियों की इनके जीवन में भरमार होती है।

भाग्‍य रेखा की यह स्थिति नुकसानदेय

अगर भाग्‍य रेखा गहरी और साफ दिखाई दें तो ऐसे व्यक्ति बहुत ईमानदार होते हैं। वह आदर्शवादी होते हैं और जीवन में हर काम को बेहतर ढंग से करते हुए आगे बढ़ते हैं। वे कोई भी गलत काम नहीं करते। हर काम में ईमानदारी और आदर्शवादिता उनके लिए सर्वोपरि होती है। मध्‍यमा उंगली तक जाने वाली भाग्य रेखा अच्‍छी नहीं मानी जाती। ऐसा व्यक्ति जीवन में अनेक गलती करता है और नुकसान उठाता रहता है।

भाग्‍य रेखा और शुभकर्तरी योग

यदि किसी व्यक्ति के हाथ में हथेली का बीच का हिस्सा दबा हुआ और गहरा होने के साथ ही सूर्य एवं गुरु पर्वत पुष्ट, मजबूत एवं उभरे हुए हों तो ऐसे व्यक्ति व्यक्तित्व के बहुत ही धनी होती हैं। उनका व्यक्तित्व बिल्कुल अलग होता है।यदि हथेली के बीच का हिस्सा दबा हुआ गहरा हो, सूर्य और गुरु पर्वत पुष्ट, मजबूत और उभरे हुए हो, भाग्य रेखा शनि पर्वत के मूल को छूती हो तो हाथ में शुभकर्तरी योग बनता है।

ऐसे लोगों का व्यक्तित्व जादुई होता है। इस तरह के लोगों के आसपास समस्त सुविधाएं होती हैं। उन पर लक्ष्मी की कृपा बरसती रहती है। ऐसे लोगों के पास कमाई के स्रेात भी एक से अधिक होते हैं। ऐसे लोगों को अपने पूर्वजों से जो भी संपत्ति या धन मिलता है वे उसमें निरंतर बढ़ोतरी करते रहते हैं।

शारीरिक रूप से भी ऐसे लोगों का व्यक्तित्व आकर्षक होता है। विपरीत लिंगी की ऐसे लोगों के जीवन में लंबी लाइन रहती है। हालांकि कभी-कभी ऐसे लोग व्यक्ति घमंडी भी हो जाते हैं जो इनके व्यक्तित्व का नकारात्मक पक्ष होता है।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

भाग्य रेखा का टूटना

भाग्य रेखा बिना रूके और टूटे यदि बृहस्पति पर्वत की तरफ जाती है तो ऐसे लोग अपार धन दौलत के मालिक होते हैं। इसके साथ ही का आकार, प्रकार और स्थिति का भी आंकलन करना चाहिए।

माना जाता है कि ऐसे लोगों का जीवन सुख सुविधाओं से युक्त रहता है। ऐसे लोगों को जीवन में किसी प्रकार की कमी नहीं होती है। भाग्य रेखा यदि छोटी और टूटी हुई हो तो व्यक्ति को जीवन में बाधा या संकट का सामना करना पड़ता है। टूटी हुई भाग्य रेखा जीवन में होने वाली हानि के बारे में भी बताती है।

लेकिन भाग्य रेखा का कम होना व्यक्ति को कमजोर बनाता है। साथ ही हाथ में भाग्य रेखा की मजबूत स्थिति व्यक्ति को धनवान बनाता है। लक्ष्मी की कृपा बरसती है। ऐसे लोग कला मनोरंजन, साहित्य और तकनीकी क्षेत्र में नाम कमाते हैं।



Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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