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Holika Dahan 2025: होलिका दहन पर इन गलतियों से बचें, वरना हो सकता है बड़ा अनिष्ट!

Holika Dahan 2025: होलिक बुराई पर अच्छाई की जीत का दिन है, होलिका दहन के दिन कुछ गलतियों को नहीं करना चाहिए जानते हैं कौन- कौन सी...

Suman  Mishra
Published on: 8 March 2025 1:16 PM IST (Updated on: 8 March 2025 2:18 PM IST)
Image-social media, holika dahan
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Holika Dahan 2025 Rule: होलिका दहन 2025 नियम होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भक्त प्रह्लाद की भक्ति और भगवान विष्णु की कृपा से हुई होलिका के अंत की कथा का स्मरण किया जाता है। यह पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। 2025 में होलिका दहन 13 मार्च को होगा और अगले दिन 14 मार्च को रंगों से होली खेली जाएगी।

होलिका दहन 2025 तिथि व शुभ मुहूर्त

फाल्गुन पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 13 मार्च 2025, सुबह 10:25 बजे

फाल्गुन पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 मार्च 2025, सुबह 08:05 बजे

होलिका दहन शुभ मुहूर्त: 13 मार्च 2025, सायं 06:45 बजे से रात्रि 09:15 बजे तक

(अवधि: 2 घंटे 30 मिनट)

होलिका दहन के नियम

इस दिन नवविवाहित और गर्भवती महिलाएँ जलती हुई होलिका की अग्नि न देखें और उसकी परिक्रमा न करें।भद्रा काल में होलिका दहन न करें, यह अशुभ माना जाता है।होलिका दहन के बाद भगवान विष्णु की उपासना और उनकी आरती करें।इस दिन नया व्यवसाय, विवाह या गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य न करें।होलिका दहन के बाद बची हुई राख को तिलक के रूप में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

होली खेलने का शुभ समय

14 मार्च 2025 को प्रतिपदा तिथि में रंगों का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन अबीर, गुलाल और रंगों से होली खेलना शुभ माना जाता है।

होलिका दहन का महत्व

होलिका दहन अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है। यह पर्व हमें बताता है कि धर्म और सत्य की हमेशा जीत होती है। यह दिन न केवल बुरी आदतों और नकारात्मक ऊर्जा को त्यागने का संदेश देता है बल्कि हमें प्रेम और सद्भाव से जीवन जीने की प्रेरणा भी देता है।

होलिका दहन पर न करें गलतियां

होलिका दहन के दिन किसी से भी रुपया-पैसा उधार नहीं लेना चाहिए. मान्यता है कि जो कोई इस दिन रुपये-पैसे का लेनदेन करते हैं, उन्हें हमेशा कंगाली घेरे रहती है। ऐसा करने से घर की सुख-संपन्नता में कमी आती है। ऐसे में होलिका दहन पर यह गलती भूल से भी ना करें।

कहते हैं कि जिन लोगों के पास एक पुत्र है, उन्हें होलिका दहन की अग्नि प्रज्जवलित नहीं करनी चाहिए, लेकिन, जिन लोगों के पास एक पुत्र और एक पुत्री है, वे होलिका दहन कर सकते हैं।

होलिका दहन के दिन सफेद चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए। दरअसल, इस दिन सफेद चीजों का सेवन शुभ नहीं माना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा को किया जाता है और इस दिन सफेद चीजें नकारात्मक शक्तियों को आकर्षित करती हैं। ऐसे में होलिका दहन के दिन सफेद मिठाई, खीर, दूध, दही या बताशा इत्यादि से परहेज करें।

Admin 2

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