×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Holika Dahan Horoscope Sign: होलिका दहन के दिन राशि के अनुसार करें उपाय भरेगा धन-धान्य का भंडार

Holika Dahan Horoscope Sign: इस बार होलिका अच्छे योग में दहन होने जा रही है। होलिका दहन के दिन इस बार राशिनुसार करें उपाय

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 22 March 2024 1:09 PM IST (Updated on: 22 March 2024 1:10 PM IST)
Holika Dahan 2023
X

Holika Dahan 2023 (Image credit: social media)

Holika Dahan 2024: हिन्दू धर्म में रंगों का प्रमुख त्योहार होली हर साल बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल होली का त्योहार 25 को पड़ रहा है और इसके एक दिन पहले होलिका दहन किया जाएगा। जिसमें कई तरह की परंपराएं निभाई जाती है. देश में कहीं होलिका दहन की अग्नि में काजू-बादाम, किशमिश, नारियल के गोले की माला बनाकर डाली जाती है तो कहीं होलिका दहन में गन्ने जलाने की भी परंपरा निभाई जाती है। इसके अलावा होलिका की आग में गन्ने के अगले हिस्से में गेहूं की बालियां लगाकर उन्हें भूना भी जाता है।

होलिका दहन पर करें ये काम होगा स्वास्थ्य लाभ

होलिका दहन पर समय बदलने के साथ-साथ अलग-अलग प्रकार की प्रथा प्रचलन में हैं। फाल्गुन मास के बाद ग्रीष्म ऋतु आती है, जिसमें कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। होलिका दहन की आग में लोग गन्ने, गेहूं की बालियां, काजू, बादाम किशमिश, नारियल के गोले की माला और कई चीजें डालते हैं. ऐसी मान्यता भी है कि होली की आग में गर्म करके गन्ने को खाने से कई बीमारियां खत्म होती हैं और गन्ने को गर्म करके खाने पर घर में सुख-शांति और तन के सारे रोग दूर होते हैं. होली पर गन्ने रखने की परंपरा कई वर्षों पुरानी है। होली की आग में गन्ना गर्म करके खाने से कई लाभ होते हैं।

होली पर ऋतु फल डालने की भी काफी पुरानी प्रथा है। होली की आग को स्पर्श करने वाला गन्ना खाने से कोई नुकसान या कोई बीमारी नहीं होती बल्कि शरीर में कई फायदे होते हैं। होली की आग में गन्ना गर्म खाने से आहार नली को साफ करना, आयरन की भरपूर मात्रा देना, मुंह के कई रोगों को खत्म करना, दांत चमकीले बनाना जैसी परंपरा शास्त्रों में लिखी है। हिंदू धर्म में हर त्योहार के पीछे व्यक्ति के स्वास्थ्य को ठीक करने की प्राचीन परंपरा है, जिसमें उसी त्योहार के अनुसार खानपान भी बताया गया है।

होलिका दहन में राशिनुसार उपाय

इस बार होलिका दहन में राशिनुसार आहुति दें। ताकि आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो और ग्रह बाधा दूर हो जाए।

  • मेष राशि के जातक होलिका दहन के समय 7 नग काली मिर्च ऊसारकर होलिका में अर्पण करें। स्वास्थ्य परेशानी दूर हो जाएगी।
  • वृषभ राशि के लोगों को सफेद चंदन पासा होलिका के तीन फेरे लेकर डालें इससे मानसिक चिंता दूर हो जाएगी।
  • मिथुन राशि के जातक चने की दाल 100 ग्राम दहन में डालें आर्थिक संकट समाप्त होगा।
  • कर्क राशि के लोगों को 50 ग्राम सौंफ की होलिका में आहुति देनी चाहिए। इससे वाणी दोष दूर होगा और बिगड़े काम बनेंगे।
  • सिंह राशि के जातकों को 250 ग्राम जौ को होलिका में अर्पण करने से किसी भी रोग से छुटकारा मिल जाता है।
  • कन्या राशि के जातकों को 3 नग जायफल 3 नग काली मिर्च होलिका दहन में डालनी चाहिए इससे सभी संकटों से मुक्ति मिल जाएगी।
  • तुला राशि वालों को होलिका दहन के दिन काले तिल और 2 हल्दी की गांठ दहन में अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने से कार्य में सफलता तथा पदोन्नति होगी।
  • वृश्चिक राशि वालों होलिका दहन के दिन को 100 ग्राम पीलि सरसों 3 बार ऊसार कर होलिका में आहुति देने से भाग्योदय होगा।
  • धनु राशि के जातकों को 50 ग्राम चावल व 50 ग्राम तिल दहन में डालने से सकंट दूर हो जाएगा और सफलता प्राप्त होगी।
  • मकर राशि वालों को बिधारा की जड़ और 5 हल्दी की गांठ दहन में अर्पण करने से शनि के साढ़े साती का प्रभाव थोड़ा कम हो जाएगा।
  • कुंभ राशि के जातकों को मूंग की दाल, काले तिल के मिश्रण को होलिका में अर्पित करना चाहिए। इससे फिजूल खर्च से मुक्ति मिलेगी।
  • मीन राशि के लोगों को 50 ग्राम जीरा और 50 ग्राम नमक की आहुति होलिका में देने से धन लाभ होता है और तरक्की मिलेगी।

नोट - धनु, मकर और कुंभ राशि के जातक, जिन पर साढ़े साती है वे लोग दहन में गुड़ अवश्य चढ़ाएं लाभ मिलेगा। मिथुन और तुला राशि के लोगों को ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए होली में लोबान की आहुति देने से लाभ मिलेगा।



\
Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story