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2022 Karwa Chauth in UP: 13 अक्टूबर को मनाया जाएगा करवा चौथ , जानें अपने शहर में चाँद निकलने का सही समय
2022 Karwa Chauth Chand Time in UP : पंडित राकेश पाण्डेय के मुताबिक़ सिद्धि योग पश्चात् व्यतिपात योग मिल रहा है।
2022 Karwa Chauth in UP : करवा चौथ व्रत भगवान गणेश और करवा माता को समर्पित माना जाता है। इस वर्ष यह पावन पर्व 13 अक्टूबर 2022 दिन बृहस्पतिवार को मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन सौभाग्यशाली महिलायें अपने पति की लम्बी उम्र और सुखी दाम्पत्य की कामना के साथ निर्जला व्रत करती हैं। रात में चाँद को अर्घ देने के बाद ही अपने पति के हाथ से पानी पी कर अपना व्रत खोलती हैं। इस दिन करवा माता की पूजा और उनकी कथा पढ़े बिना ये व्रत अधूरा माना जाता है। महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान "ट्रस्ट"लखनऊ के ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश पाण्डेय के अनुसार कार्तिक कृष्ण चतुर्थी को चन्द्रोदय ब्यापिनी में यह करवा चौथ का व्रत किया जाता है। इस वर्ष गुरुवार का दिन यानी 13 अक्टूबर कृत्तिका नक्षत्र रात्रि तक रहेगी ।
ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश पाण्डेय
पंडित राकेश पाण्डेय के मुताबिक़ सिद्धि योग पश्चात् व्यतिपात योग मिल रहा है। यह स्त्रियों का मुख्य व्रत व त्यौहार है। सौभाग्वती स्त्रियां अपने पति की रक्षार्थ यह व्रत करती हैं। रात्रि के समय भगवान शिव,चन्द्रमा,कार्तिकेय आदि के चित्रों व सुहाग की वस्तुओ की पूजा करती है। सबसे ऊपर चन्द्रमा ,उसके नीचे शिव,उसके नीचे कार्तिकेय के चित्र दीवाल पर बनाकर उनका पूजन करना चाहिए।
निर्जला व्रत रहने का है विधान
ज्योतिषाचार्य पं.राकेश पाण्डेय बताते है की आज के दिन निर्जला व्रत रहने का विधान है। सायं काल चन्द्रमा को अर्घ देकर विना नमक का भोजन करें। पीले मिट्टी की गौरी जी का चित्र बनाकर उनकी पूजन करना चाहिए।
पूजन के समय करें इस विशेष मंत्र का जप
ज्योतिषाचार्य पं.राकेश पाण्डेय के अनुसार करवा चौथ के पूजन के समय इस मंत्र का जप देगा विशेष लाभ।
पूजन मन्त्र ॐ चं चन्द्रमसे नमः"ॐ शिवाय नमः"
विशेष मंत्र "ॐ षडमुखाय विद्महे मयूर वाहनाय धीमहि तन्नो कार्तिक प्रचोदयात"। इन्ही मन्त्रों से निष्ठा पूर्वक पूजन करना चाहिए।। जो स्त्रियाँ इस व्रत को निष्ठा पूर्वक करती है वो आजीवन सौभाग्वती बनी रहती हैं ।।
करवा चौथ की पूजा में यह कथा पढ़ना है जरूरी
करवा चौथ पर करवा माता की कहानी
पौराणिक कथा के अनुसार एक गांव में करवा देवी अपने पति के साथ तुंगभद्रा नदी के निकट रहती थीं। एक दिन करवा के पति स्नान के लिए नदी में गए तो मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया और अंदर की ओर खींचने लगा। रक्षा के लिए उसने अपनी पत्नी को पुकारा। पति को मृत्यु के मुंह में जाता देख करवा ने एक कच्चे धागे से मगरमच्छ को पेड़ से बांध दिया।
मगरमच्छ ने ही हर लिए थे पति के प्राण
पतिव्रत पत्नी करवा के जाल में मगरमच्छ ऐसा बंधा की हिलना भी मुश्किल हो गया। पति की हालात बहुत नाजुक थी। इसके बाद करवा देवी ने यमराज को पुकारा और पति की रक्षा कर जीवनदान और मगरमच्छ को मृत्यु देने का आग्रह किया। यमराज ने कहा अभी मगरमच्छ की आयु शेष है लेकिन तुम्हारे पति के यमलोक जाने का समय आ चुका है.करवा क्रोधित हो गई और ऐसा न करने पर यमराज को श्राप देने की चेतावनी दे दी।
करवा देवी के पति को ऐसे मिला जीवनदान
धार्मिक कथाओं के अनुसार यमराज ने करवा देवी के सतीत्व से प्रभावित होकर उसके पति की आयु में वृद्धि कर दी और उसे जीवनदान दे दिया। वहीं मगरमच्छ को यमलोक भेज दिया। कहा जाता है कि इस घटना के दिन कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि थी। मान्यता है इस दिन जो सुहागिनें पत्नी धर्म निभाते हुए निर्जला व्रत कर सच्चे मन से करवा माता की पूजा करती हैं उन्हें अखंड सौभाग्यवती का वरदान मिलता है। उसके बाद से ही करवा चौथ व्रत की परंपरा शुरू हो गई। कहते हैं कि करवा चौथ की पूजा में इस कथा को अवश्य पढ़ना चाहिए।
पूजन का शुभ मुहूर्त
करवा चौथ व्रत की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम पांच बजकर 46 मिनट से छह बजकर 50 मिनट तक रहेगा।
चन्द्रोदय का समय
जिला समय
आगरा रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
अलीगढ रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
खैर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
प्रयागराज रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
अम्बेडकरनगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
औरैया रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
आजमगढ रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बागपत[मृत कड़ियाँ. रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बहराइच रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बलिया रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बलरामपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बाँदा रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बाराबंकी रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बरेली रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बस्ती रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बिजनौर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बदायूँ रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
बुलंदशहर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
चंदौली रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
चित्रकूट रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
देवरिया रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
एटा रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
इटावा रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
अयोध्या रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
फ़र्रूख़ाबाद रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
फतेहपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
फ़िरोजाबाद रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
गौतमबुद्ध नगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
गाजियाबाद रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
ग़ाज़ीपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
गोंडा रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
गोरखपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
हमीरपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
हरदोई रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
हाथरस रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
जलौन रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
जौनपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
झाँसी रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
ज्योतिबा फुले नगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
कन्नौज रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
कानपुर देहात रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
कानपुर नगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
कौशाम्बी रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
कुशीनगर (पड़रौना) रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
लखीमपुर-खिरी रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
ललितपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
लखनऊ रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
महाराजगंज रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
महोबा रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
मैनपुरी रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
मथुरा रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
मऊ रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
मेरठ रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
मिर्ज़ापुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
मुरादाबाद रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
मुजफ्फरनगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
पीलीभीत रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
प्रतापगढ रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
रायबरेली रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
रामपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
सहारनपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
संत कबीरनगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
संत रविदास नगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
शाहजहाँपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
श्रावस्ती रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
सिद्धार्थनगर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
सीतापुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
सोनभद्र रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
सुल्तानपुर रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
उन्नाव रात्रि 07:55 मिनट पर होगा
वाराणसी रात्रि 07:55 मिनट पर होगा