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Karwa Chauth 2024: कुंवारी लड़कियां ऐसे करें करवा चौथ, जानिए इससे जुड़े नियम और इस दिन करने वाले मंत्र जाप

Karwa Chauth 2024 for Unmarried Girls: करवा चौथ सुहागिन महिलाएं करती है, लेकिन कुंवारी लड़कियां भी इन नियमों का पालन कर व्रत कर सकती है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 20 Oct 2024 5:35 PM IST (Updated on: 20 Oct 2024 5:35 PM IST)
Karwa Chauth 2024: कुंवारी लड़कियां ऐसे करें करवा चौथ, जानिए इससे जुड़े नियम और इस दिन करने वाले मंत्र जाप
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Karwa Chauth 2024 for Unmarried Girls: करवा चौथ के अवसर पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं और चांद का दीदार करने के बाद ही अपना व्रत तोड़ती हैं। इस दिन विवाहित महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं जो सुबह सूर्योदय के साथ शुरू होता है और देर रात को चन्द्रोदय के बाद खत्म होता है। इससे जुड़ी कई बाते जिनका पालन इस दिन जरूर करना चाहिए

करवा चौथ के व्रत में करें इन मंत्रों का जाप

इस व्रत को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं। व्रत में महिलाएं पति के लिए लंब्री उम्र की कामना करती हैं। साथ ही अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद पाती हैं। करवा चौथ के व्रत और पूजन को पूरे विधि- विधान से किया जाना चाहिए। विधि से व्रत करने से व्रत का 100 गुना फल मिलता है। मां पार्वती की स्तुति के साथ कथा पढ़ी जाती है। साथ ही एक अचूक शक्तिशाली मंत्र का भी जाप किया जाना चाहिए। पति की दीर्घायु की कामना कर इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

मंत्र

'नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा।

प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।'

पार्वतीजी का मंत्र - ॐ शिवायै नमः ।

शिव का मंत्र - ॐ नमः शिवाय ।

स्वामी कार्तिकेय का मंत्र - ॐ षण्मुखाय नमः ।

श्रीगणेश का मंत्र - ॐ गणेशाय नमः ।

चंद्रमा का पूजन मंत्र - ॐ सोमाय नमः।

करवा चौथ पर सरगी

करवाचौथ व्रत को शुरू करने से पहले महिलाएं सुबह-सुबह सबसे पहले सरगी लेती हैं। इसके बाद ही व्रत की शुरुआत होती है। सरगी सास के हाथों ली जाती है। जिन महिलाओं की सास नहीं होती वे अपनी बड़ी ननद या जेठानी से सरगी लेती हैं। इसके बाद पूरा दिन का निर्जल उपवास रखा जाता है और चांद निकलने पर ही पानी लिया जाता है। सरगी लेने का सही समय करवा चौथ के दिन सूरज निकलने से पहले सुबह तीन से चार बजे के आस-पास महिलाएं सरगी लेती हैं।

सुबह-सुबह हल्की सरगी के बाद पूरा दिन अगर आपको भूखा ही नहीं प्यासा भी रखना होता है इसलिए सरगी में ...नारियल और मेवे इस दौरान कुछ ड्राई फ्रूट्स भी ले लेती हैं तो यह पूरा दिन आपकी मदद करेंगे। ड्राई फ्रूट्स खाने से शरीर को भरपूर विटामिन और मिनरल्स मिलेंगे।

नारियल पानी सरगी के समय नारियल गिरी और नारियल पानी लें। यह तासीर में ठंड़ा होता है और शरीर को पूरा दिन हाइड्रेट रख सकता है।

दूध और फेनिया सरगी का एक जरूरी हिस्सा है दूध और फेनिया। यह रीति-रिवाज के लिहाज से ही नहीं सेहत के लिहाज से भी बहुत अहम है। फेनिया गेहूं के आटे से तैयार होती है और इसे दूध में बनाया जाता है। यह प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा मेल है। इसे खाने से आप दिन भर एनर्जी से भरपूर रह सकती हैं।

फल जरूर खाएं फलों में काफी मात्रा में फाइबर और पानी होता है जो निर्जला व्रत के दौरान आपको हाइड्रेट रखने में मदद करता है। सरगी में फलों को खास जगह दें। ऐसे फल लें जो पचने में समय लगाएं और फाइबर से भरपूर हों।

कुंवारी लड़कियों के लिए करवा चौथ के नियम

जानते हैं कुंवारी लड़कियां या करवा चौथ का व्रत किस तरह रखें और कौन से नियमों का पालन करना चाहिए...

कुंवारी लड़कियों को सुहागिन महिलाओं की तरह श्रृंगार नहीं करना चाहिए। कुंवारी लड़कियां सुहाग के रंग जैसे लाल, पीला, हरा आदि रंग के नए वस्त्र पहन सकती हैं और सादगी के साथ इस व्रत को पूर्ण करना चाहिए। साथ ही विवाहित महिलाओं के हाथों से मेहंदी लगवानी चाहिए।कुंवारी लड़कियां या जिनकी शादी जल्द होने वाली हो, उनको सुबह के समय भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए और शाम के समय सुहागिन महिलाओं के साथ करवा चौथ की कथा हाथ में चावल लेकर सुननी चाहिए। साथ ही करवा पूजन में सुहागिन महिलाओं के साथ बैठ सकते हैं लेकिन पूजन में शामिल नहीं हो सकते।चंद्रमा का अर्घ्य केवल सुहागिन महिलाएं ही दे सकती हैं। इसलिए कुंवारी लड़कियां चंद्रमा को देखकर नहीं बल्कि तारों को देखकर अर्घ्य देना चाहिए और छलनी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।कुंवारी लड़कियों को सरगी नहीं मिलती और ना ही बायना निकाला जाता है इसलिए इनको सुहाग की चीजें नहीं देनी चाहिए। कुंवारी लड़कियां करवा माता से सुयोग्य वर की कामना करनी चाहिए और जिनकी शादी जल्द होने वाली हो, वे होने वाले पति के लिए आरोग्य का आशीर्वाद मांगना चाहिए।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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